पद्मभूषण महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज आज सुबह, 25 जून 2019 को अपना शरीर त्यागकर ब्रह्मलीन हो गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें नमन किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी ने अध्यात्म और ज्ञान को प्रतिष्ठित किया। उन्होंने अपना जीवन गरीबों और दलितों के सशक्तीकरण के लिए समर्पित कर दिया। उन्हें भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति पर बहुत गर्व था। इस दिव्य आत्मा को मेरी श्रद्धांजलि। ओम शांति।
Swami Satyamitranand Giri Ji epitomised spirituality and wisdom. He devoted his life towards empowering the poor, marginalised and downtrodden. He was extremely proud of India’s rich history and culture. My tributes to this divine soul. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019
परम पूज्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज के निधन की खबर से बहुत दुःख हुआ। वे सच्चे पथ-प्रदर्शक, गहन तपस्वी होने के साथ ज्ञान और आध्यात्मिक चेतना के प्रतीक थे। मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनका आशीर्वाद मिला। उनका जीवन हमें नि:स्वार्थ भाव से समाज सेवा की प्रेरणा देता है। pic.twitter.com/cSKrtXHPKO
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019
स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज हरिद्वार में भारत माता मंदिर के संस्थापक भी थे। बुधवार को भारतमाता जनहित ट्रस्ट के “राघव कुटीर” में उन्हें शाम चार बजे समाधि दी जाएगी।
उनका जन्म 19 सितंबर 1932 में उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था। स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि के गुरु थे। 2015 में उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।