भारत के साथ व्यापार बंद करने के एक महीने के अंदर ही पाकिस्तान की हेकड़ी निकल गई है। पाकिस्तान का भारत के साथ व्यापार रोकने का फैसला उल्टा उसी पर भारी पड़ गया है।
गौरतलब है कि 5 अगस्त को भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया गया। जिसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया। इसके चलते पाकिस्तान ने भारत सरकार के साथ अपने कारोबार पर प्रतिबंध लगाते हुए राजनयिक संबंधों में कमी, बस-रेल सेवा एवं भारतीय फिल्मों पर रोक लगा दी।
जीवनरक्षक दवाओं की कमी से पाकिस्तान में अफरा-तफरी
पाकिस्तान में जीवनरक्षक दवाओं की कमी के चलते बुरा हाल है। जिसके बाद अब पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने एक वैधानिक नियामकीय आदेश के जरिये, भारत से दवाओं के आयात और निर्यात को अपनी मंजूरी दे दी है।
भारत सरकार ने बढ़ा रखी है कस्टम ड्यूटी
दरअसल पुलवामा आतंकी हमले के बाद से दोनों पड़ोसी देशों के बीच व्यापारिक संबंध पहले से ही तनाव में थे क्योंकि भारत ने पाकिस्तान से आयात होने वाले सभी उत्पादों पर 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगा दी थी।
चरमराई हुई है पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था
पाकिस्तान अर्थव्यवस्था को लेकर बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है और किसी भी तरह के आर्थिक झटके के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है। दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भारत के साथ करोबार पर प्रतिबंध लगाकर अपने ही पैरों पर ही कुल्हाड़ी मार ली क्योंकि वो बड़ी मात्रा में जरूरी चीजों के लिए भारत पर निर्भर है। पाकिस्तान ने साल 2018-19 के दौरान भारत से जहां 49.5 करोड़ डॉलर का आयात किया, वहीं 206.7 करोड़ रुपए की वस्तुओं का निर्यात किया।