प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को कूटनीतिक मोर्चे पर एक साथ दो बड़ी कामयाबी मिली है। एक तो पीएम मोदी की अपील पर इटली ने जी 20 देशों के समिट की अपनी मेजबानी छोड़ दी। अब भारत अपनी आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर जी 20 समिट की मेजबानी करेगा।
In 2022 India completes 75 years since Independence. In that special year, India looks forward to welcoming the world to the G-20 Summit! Come to India, the world’s fastest growing large economy! Know India’s rich history and diversity, and experience the warm Indian hospitality.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 1, 2018
इसके साथ ही भारत ने माल्या और नीरव मोदी जैसे आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दुनिया से सहयोग भी मांग लिया। पीएम मोदी ने इसके लिए जी 20 देशों के सामने 9 सूत्रीय फार्मूला दिया है।
दरअसल भारत में जब से मोदी सरकार ने आर्थिक गड़बड़ियों और बैंकों को चूना लगाने वाले लोगों पर कार्रवाई करना शुरू की है, तभी से नीरव मोदी, विजय माल्या जैसे लोग विदेश भाग गए हैं और नियम कानूनों की खामियों का फायदा उठाकर प्रत्यर्पण से बच रहे हैं। अब मोदी सरकार इन अपराधियों के ठिकाने ही खत्म करने की योजना पर काम कर रही है। जी 20 देश दुनिया के 20 बहुत अहम देशों जैसे अमेरिका, रूस चीन, ब्रिटेन, जापान,इटली, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी और ब्राजील आदि का संगठन है। इन देशों से दुनिया की करीब 85 फीसदी अर्थव्यवस्था चलती है। जाहिर है ऐसे आर्थिक रूप से मजबूत और ताकतवर देशों की मेजबानी का मौका भारत को मिलेगा तो इससे न केवल भारत में निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि दुनियाभर में भारत का सम्मान और बढ़ जाएगा।
भगोड़ों के खिलाफ पीएम मोदी के 9 मंत्र
1. जी 20 देशों के बीच प्रभावी,सक्रिय सहयोग हो।
2. भगोड़ों पर कानूनी कार्रवाई और प्रत्यर्पण के लिए जी 20 देश सहयोग करे।
3.भगोड़े अपराधियों के दूसरे देश में प्रवेश रोकने की प्रक्रिया बने।
4.भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांत प्रभावी तरीके से लागू हो।
5.फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के जरिए ऐसी व्यवस्था हो खुफिया यूनिट के बीच समन्वयर की व्यवस्था हो।
6.फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को भगोड़े अपराधी की परिभाषा तय करने की जिम्मेदारी मिले।
7.भगोड़ों की पहचान, प्रत्यर्पण और कार्रवाई के लिए जी 20 देश सहमति से मानक बनाएं।
8.नियम कानूनों की खामियां और प्रत्यर्पण के मामलों पर एक दूसरे से अनुभव साझा करने का एक प्लेटफॉर्म बनाया जाए।
9.भगोड़े अपराधियों से वसूली के लिए, जी20 देश उनकी संपत्ति का पता लगाने की कोशिश करें।