कर्नाटक में एक और आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या… लेकिन चारों तरफ चुप्पी। न Lynching का हल्ला और न ही Lynchistan का शोर। किसी सेक्युलर पत्रकार, संपादक और सामाजिक कार्यकर्ता की जुबान नहीं खुल रही। दूसरी तरफ अपराधियों को पकड़ने के बजाय कर्नाटक की कांग्रेस सरकार गुनहगारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे बीजेपी नेताओं को गिरफ्तार करने लगी है। आखिर क्यों?
Islamists lynched yet another innocent RSS worker. Where are those #NotInMyName crusaders?
— Vishnu (@vishnupks) July 7, 2017
FIR filed against BJP MP Shobha Karandlaje and Nalin Kumar Kateel for leading protests in Dakshin Kannada after an RSS worrker’s death
— TheNewsMinute (@thenewsminute) July 8, 2017
ऐसे हुई शरत की हत्या
आरएसएस कार्यकर्ता शरत माडिवाला कंदुर के रहने वाले थे। वे बीसी रोड पर एक लॉन्ड्री सर्विस की दुकान चलाते थे। उन पर हमला उस समय हुआ था, जब वह शाम को अपनी दुकान बंद कर के घर वापस जा रहे थे। हमले के तुरंत बाद उन्हें काफी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। आज 08 जुलाई को मंगलुरु के एक अस्पताल में मौत हो गई है। उनकी हत्या का आरोप एक मुस्लिम संगठन पर है।
सांप्रदायिक हिंसा फैली
आरएसएस के कार्यकर्ता पर जानलेवा हमले के बाद कुछ इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा भी हो गई। इसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दक्षिण कन्नड़ जिले के चार तालुकाओं बंतवाल, पुत्तर, बेल्थांगडी और सुल्लिया में धारा 144 लगाई गई है। सांप्रदायिक तनाव आज भी है और 11 जुलाई तक इन इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। हालात तो यह है कि आरएसएस कार्यकर्ता की मौत के बाद दक्षिण कन्नड़ में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भाजपा सांसद शोभा Shobha Karandlaje और Nalin Kumar के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी गई है।
नवंबर में हुई थी RSS के रवि की हत्या
नवंबर, 2016 में मैसूर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता मगाली रवि की हत्या कर दी गई थी। 2016 के अक्टूबर में ही कर्नाटक के कन्नूर में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या की गई थी।
Karnataka: RSS activist Magali Ravi murdered in Mysuru pic.twitter.com/VxwKyV50CM
— ANI (@ANI_news) November 5, 2016
क्यों चुप है तथाकथित सेक्युलर जमात?
कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार और और एक के बाद एक आरएसएस कार्यकर्ताओं का कत्ल किया जा रहा है। हर आरोप किसी न किसी मुस्लिम संगठन पर लग रहा है। लेकिन सरकार चुप है और तथाकथित सेक्युलर जमात के लबों पर भी ताले हैं। लेकिन क्या ऐसा ही रहता अगर किसी मुस्लिम की हत्या की गई होती? ट्विटर पर कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
Lynchistan…??? Anyone? https://t.co/qXZeCUwrbs
— Manak Gupta (@manakgupta) July 8, 2017
#NotInMyName is not for hindus. Outrage is not for hindus #HinduLivesMatter too . God bless his soul. https://t.co/ZxDm1D0WDc
— Gita S. Kapoor (@GitaSKapoor) July 7, 2017
Every secular journalist/editor/activists condemned Junaid’s killing, but none hv mustered courage to condemn Sharath’s killing. https://t.co/u3CuxOybHR
— Sundeep Bhatera. (@bhasaby) July 7, 2017
IGNORE this news as Hindu right winger murdered by A. Sayeed’s SDPI party.https://t.co/aWdXXYdpz2
— Farrago Abdullah (@abdullah_0mar) July 7, 2017
कहाँ हैं “Lynchistan” चिल्लाने वाले..? बंगाल, कर्नाटक और केरल में प्रदर्शन करेंगे? https://t.co/qXZeCUwrbs
— Manak Gupta (@manakgupta) July 8, 2017