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अब यूपी में उद्यमियों के लिए रेड टेप नहीं, रेड कार्पेट होगा- प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में निवेशकों के लिए नया वातावरण बना है। उन्होंने बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, उनके सहयोगियों, यहां की ब्यूरोक्रेसी, यहां के पुलिस विभाग और उत्तर प्रदेश की जनता- जनार्दन को बधाई देता हूं, कि वो अपने उत्तर प्रदेश को इतने कम समय में समृद्धि और विकास के रास्ते पर लाने में सफल हुए हैं। ” प्रधानमंत्री ने कहा कि, “पहले की स्थतियां क्या थीं, किन वजहों से थीं, ये यूपी के लोगों से बेहतर कोई नहीं जानता है। भय और असुरक्षा के माहौल में जब सामान्य मानव का जीवन जीना मुश्किल हो जाता है, तो फिर उद्योगों के लिए सोच ही कैसे सकते हैं?” इस मौके पर उन्होंने आम बजट में प्रस्तावित देश के दो में से एक डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर का निर्माण उत्तर प्रदेश में किए जाने की भी घोषणा की।

उत्तर प्रदेश की बुनियाद तैयार हो चुकी है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है, कि “उत्तर प्रदेश में अब वो बुनियाद तैयार हो चुकी है, जिस पर न्यू उत्तर प्रदेश की भव्य और दिव्य इमारत का निर्माण होगा।” उनके अनुसार, “पोटेंशियल +पॉलिसी+प्लानिंग +परफॉर्मेंस से ही प्रोग्रेस आती है। यूपी में सुपरहिट परफॉर्मेंस देने के लिए योगी जी की टीम तैयार है। यहां का नागरिक तैयार है, यहां का मानस बना हुआ है। ” इस अवसर पर उन्होंने बताया कि केंद्रीय बजट में प्रस्तावित दो डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर में से एक उत्तर प्रदेश में विकसित किया जाएगा। 20 हजार करोड़ के संभावित निवेश का विस्तार बुंदेलखंड के विकास को ध्यान में रखते हुए आगरा, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, झांसी और चित्रकूट तक के बेल्ट में होगा। इसके चलते लगभग 2.50 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है। इसके अलावा कुशीनगर और जेवर में नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम शुरू हो रहा है और उड़ान योजना के तहत 11 नए शहरों में भी हवाई अड्डों का विकास होना है। इस अवसर पर उन्होंने कहा, कि “निगेटिविटी के माहौल से राज्य को पॉजिटिविटी की ओर लाना, हताशा, निराशा से अलग करके उम्मीद की किरण जगाने का काम योगी सरकार ने किया है।”

यूपी में वैल्यूज है, वर्चू है, अब वैल्यू एडिशन की ज्यादा आवश्यकता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी अनाज,गेहूं, गन्ना, दूध, आलू के उत्पादन में नंबर वन स्टेट है। सब्जियों के उत्पादन में दूसरे और फलों के उत्पादन में तीसरे नंबर पर है। लघु उद्योगों में भी दूसरे नंबर पर है। लेकिन, सवाल है कि अब आगे क्या? क्या यूपी अपने सामर्थ्य से पूरा न्याय कर पा रहा है? इसलिए यहां हर सेक्टर में वैल्यू एडिशन पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि योगी सरकार इन बातों को ध्यान में रखकर ही सारे निर्णय ले रही है और नीतियां बना रही है। उन्होंने कहा कि यहां टेक्स्टाइल, मैन्यूफैक्चरिंग, IT, टूरिज्म, रिन्युवल एनर्जी और स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाली दूरगामी प्रभावी नीतियां बनाई गई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए,अब ” यूपी में उद्यमियों के लिए रेड टेप नहीं, रेड कार्पेट होगा।” इसी का परिणाम है कि बुधवार से ही यूपी में निवेशकों के लिए सिंगल विंडो डिजिटल क्लियरेंस सिस्टम लॉन्च किया गया है।

पूरे भारत का ग्रोथ इंजन बन सकता है उत्तर प्रदेश
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक विरासत और मौजूदा क्षमता का जिक्र करते हुए कहा है कि इन सामर्थ्यों के दम पर, “यूपी पूर्वी भारत का ही नहीं पूरे देश का ग्रोथ इंजन बन सकता है।” उन्होंने बताया कि यूपी सरकार, किसानों, महिलाओं और नौजवानों से किए गए वादे पूरे कर रही है। इसबार धान खरीद चार गुना बढ़ी है और गन्ने का भुगतान भी पिछले साल के मुकाबले लगभग 40 प्रतिशत बढ़ा है। यूपी सरकार अब ‘पावर ऑफ ऑल’ मुहिम से जुड़ गई है, जिसका स्थानीय उद्योगों को भी बहुत फायदा होने वाला है। यूपी को मां गंगा का आशीर्वाद है। 60 प्रतिशत जनसंख्या वर्किंग एज ग्रुप में है। यानी अगर इस इकोनॉमिक और डेमोग्राफिक डिविडेंड का सही इस्तेमाल किया गया तो इससे इसे नई उंचाईयों पर पहुंचने की ताकत मिलेगी ।

उत्तर प्रदेश में संसाधन और सामर्थ्य का विस्तार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सैकड़ों वर्षों से यहां के हर क्षेत्र की अलग पहचान रही है। लखनऊ के चिकन का काम, मलिहाबाद का आम, भदोही की कालीन, बनारस की जरी एवं जर्दोजी की कला और साड़ियों की धूम है। मुरादाबाद में पीतल के बर्तन देश-विदेश जाते हैं, फिरोजाबाद का कांच चमक दिखा के रहता है। आगरे का पेठा है, तो कन्नौज का इत्र भी है। सुबहो बनारस है, तो अवध की शाम भी है। ताजमहल, सारनाथ भी है, तो अयोध्या, मथुरा, काशी भी है। राम की लीला है, तो कृष्ण का रास भी है। गंगा है, यमुना है, तो सरयु जी का आशीर्वाद भी है। IIT कानपुर, IIM लखनऊ, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय महान जैसा संस्थान भी है।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने किसान संपदा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर यूपी में स्थानीय स्तर पर आलू का चिप्स बने तो करीब हजार करोड़ का मार्केट किसानों को ज्यादा आसानी से मिल जाएगा। दसहरी आम तो प्रसिद्ध है, लेकिन मार्केंटिंग और स्टोरेज के अभाव में यह बर्बाद भी हो जाता है। इसके लिए ग्रीड बनाने की आवश्कता है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने यूपी सरकार के ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना’ का भी जिक्र किया और कहा कि इसका तालमेल अगर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से हो जाए तो यहां के MSME का कायाकल्प हो सकता है। उन्होंने कहा कि यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने यहां की जनता से विकास के इसी डबल इंजन पावर की बात की थी। प्रधानमंत्री यूपी में बन रहे वर्ल्ड क्लास प्रोडक्ट की वर्ल्ड क्लास ब्रांडिंग और वर्ल्ड क्लास मार्केटिंग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

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