अमेरिका दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ह्यूस्टन में ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों के सीईओ राउंड टेबल मीटिंग में शिरकत की। ह्यूस्टन के होटल पोस्ट ओक में हुई इस बैठक में टेल्यूरियन और पेट्रोनेट के साथ लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) के लिए मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें पांच मिलियन टन एलएनजी के आयात के लिए एमओयू साइन किया गया। जाहिर है कि भारत पहले एलएनजी के लिए केवल कतर पर निर्भर था। अब अमेरिका के साथ ही रूस और ऑस्ट्रेलिया से भी एलएनजी का आयात हो रहा है।
टेल्यूरियन और पेट्रोनेट ने इसके लिए ट्रैन्ज़ैक्शन एग्रीमेंट को मार्च, 2020 तक अंतिम रूप देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। गौरतलब है कि टेल्यूरियन ने फरवरी में ही पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड इंडिया (पीएलएल) के साथ एक एमओयू साइन कर पीएलएल ड्रिफ्टवुड परियोजना में निवेश की संभावनाएं तलाशने की घोषणा की थी। कंपनी की ओर से कहा गया था कि इसमें प्रस्तावित एलएनजी टर्मिनल के साथ ही प्राकृतिक गैस उत्पादन, एकत्रीकरण, प्रसंस्करण और परिवहन सुविधाएं शामिल हैं।
जाहिर है कि प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी दौरे में हाऊडी मोदी कार्यक्रम में शिरकत करने के अलावा कई बैठकों में शामिल होना है। इस दौरान पीएम मोदी 50 किलोवाट क्षमता के गांधी सोलर पार्क का भी लोकार्पण करेंगे।