Home विचार अनर्गल आरोप लगा क्या केजरीवाल को मात देना चाहते हैं राहुल?

अनर्गल आरोप लगा क्या केजरीवाल को मात देना चाहते हैं राहुल?

SHARE

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को यह कहकर सनसनी फैलाने की कोशिश की कि उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी भ्रष्टाचार के बारे में पूरी जानकारी है। उन्होंने कहा कि इससे पीएम मोदी का गुब्बारा फूट जाएगा और इसलिए उन्हें बोलने से रोका जा रहा है। इसके पहले राहुल ने कहा था कि अगर वो संसद में बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा। अब वो कह रहे है कि उनको बोलने नही दिया जा रहा है। सवाल ये उठता है कि आखिर राहुल गांधी के पास कोई जानकारी है भी या नहीं?

  • अगर राहुल के पास कोई जानकारी है तो फिर वे उसका खुलासा क्यों नहीं करते?
  • कानूनन अगर किसी व्यक्ति के पास किसी के अपराध की जानकारी है तो उसकी जिम्मेदारी है कि वह पुलिस या किसी जांच एजेंसी को इसकी जानकारी दें। फिर राहुल इससे बच क्यों रहे हैं?
  • क्या राहुल भी केजरीवाल की राह पर चलकर उन्हें ड्रामेबाजी में मात देना चाहते हैं?
  • ट्विटर-फेसबुक के जमाने में हर बात ट्वीट कर शेयर करने वाले राहुल आखिर यहां अपनी बात ट्रेंड क्यों नहीं कराते?
  • संसद में ही जानकारी देने की बात कहने वाले राहुल आखिर विपक्षी सांसदों के साथ सदन क्यों चलने नहीं दे रहे? नोटिस देकर बहस क्यों नहीं कर रहे?
  • क्या राहुल डरते हैं कि बाहर अनर्गल आरोप लगाने पर मानहानि के मामले में कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ेंगे?

राहुल का कहना है कि वे पीएम के खिलाफ सबूत का खुलासा संसद में ही करेंगे। बीजेपी ने तो राहुल से उसे जाहिर करने की चुनौती भी दे दी। अरविंद केजरीवाल भी राहुल को जोश दिला रहे हैं कि अब खुलासा कर ही दो।

लेकिन नहीं बोलेंगे राहुल
राहुल के बोल-बच्चन से नहीं लगता कि वो संसद में भी कुछ बोलेंगे। क्योंकि अगर वे संसद में बोले और उसमें कुछ नहीं निकला तो उनकी छवि और ज्यादा खराब हो जाएगी.

सरकार भी राहुल गांधी की धमकी को गंभीरता से लेती नहीं दिखती। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि राहुल के पास अगर कोई सबूत हैं तो वो बोलते क्यों नहीं।

संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि राहुल के पास बताने के लिए अगर कोई जानकारी थी तो वे संसद को पहले दिन ही जानकारी देते। नियमों के तहत ऐसा किया जा सकता था फिर उन्हें रोका किसने था?

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल की मनोदशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि स्टिंग में साफ हो गया है कि विपक्षी दलों के कई नेता पार्टी कार्यालय में बैठकर ही कमीशन पर नोटबदली का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जहां देश बदलने में जुटी है वहीं विपक्षी दल नोटबदली के काम में जुटे हैं। सरकार में रहते हुए भी भ्रष्टाचार किया और अभी भी उसी काम में लगे हैं।

मानहानि से बचने के लिए
देश में सांसदों को यह प्रिविलेज है कि सदन के भीतर कही गई किसी भी बात पर उसके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं किया जा सकता। तो क्या राहुल इसी विशेषाधिकार की आड़ लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ जानकारी का खुलासा करना चाहते हैं।

राहुल के इसी तरह के बयान के कारण उनका राजनीतिक कद और भी छोटा हो गया है. आखिर कोई भी परिपक्व राजनेता किसी को धमकी देकर अपनी राजनीति आगे नहीं बढ़ाता है. राहुल इसके पहले भी अपने बयान के कारण हंसी के पात्र बन चुके हैं-

  • मैं भारत को आरएसएस से बचाने के लिए हूं, मैं यहां भारत को नरेंद्र मोदी से बचाने के लिए हूं।
  • मोदी ने हमारे काम को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने पाकिस्तान को उस पिंजरे से बाहर कर दिया है, जहाँ हमने पाकिस्तान को डाल दिया था।
  • एक बार राहुल गांधी ने अरहर मोदी का नारा देकर सनसनी पैदा करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे।
  • काले धन को सफेद करने की स्कीम को राहुल गांधी ने जिस फेयर एंड लवली योजना का नाम दिया, उससे उन्हीं की जमकर फजीहत हुई। 

Leave a Reply