राहुल गांधी देश की सबसे पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं और उनकी मां एवं पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। लेकिन दिक्कत ये कि देश की जनता ही नहीं उनकी पार्टी के भी कई लोग भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। अब तो पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता भी उनकी हरकतों पर सवाल उठाने लगे हैं। ऐसा इसलिए है कि क्योंकि राहुल गांधी आए दिन अपने भाषणों में कुछ ऐसी बात बोल जाते हैं जिसे सुनकर देश का सामान्य व्यक्ति भी हंसने पर मजबूर हो जाता है।
बेंगलुरु के सभी शहरों में … अम्मा… इंदिरा कैंटीन
ताजा उदाहरण कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में इंदिरा कैंटीन योजना की लॉन्चिंग का है। इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने सिर्फ पांच मिनट का संक्षिप्त भाषण दिया। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु के सभी शहरों में कुछ महीनों बाद इंदिरा कैंटीन चलाया जाएगा। उन्होंने तो पहली बार में योजना का नाम ही गलत बताया। हालांकि स्वयं ही योजना का नाम सुधार लिया। उन्होंने जो कहा, उसे आप स्वयं भी सुन सकते हैं –
आलू की फैक्ट्री बनाने का सरकार पर दबाव
यूपी चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी पूरे यूपी में खाट यात्रा निकाल रहे थे। उस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश से उनकी यात्रा गुजर रही थी। तब उन्होंने कहा था, “केंद्र में मेरी सरकार नहीं है, मैं तो सिर्फ दबाव बना सकता हूं। आप चाहते हैं कि यहां पर आलू की फैक्ट्री लगाई जाए, लेकिन मोदी सरकार आपकी मांग नहीं मान रही है।“
दोपहर बाद हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दीं
रामायण और भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हनुमान जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं तो दी लेकिन दोपहर बाद। दोपहर बाद शुभकामनाएं देने पर लोगों ने उनका खूब मजाक उड़ाया।
यूपी के शिक्षा बजट को लेकर गलत ट्वीट
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने जब बजट पेश किया तब उन्होंने शिक्षा बजट को बढ़ा दिया। लेकिन राहुल गांधी ने ट्वीट करके शिक्षा बजट को घटाने की बात की और योगी का मजाक उड़ाया। इसका जवाब योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट से ही दिया और कहा कि उन्होंने गलत सलाहकार पाल रखे हैं। हालांकि 24 घंटे बाद राहुल ने भी शिक्षा बजट को सही माना।
नोटबंदी के दौरान फटा कुर्ता दिखाना
नोटबंदी के दौरान उत्तराखंड की एक रैली में राहुल गांधी ने मंच से फटे कुर्ते को जनता के सामने दिखाया। इसको लेकर भी राहुल गांधी की खूब खिंचाई हुई। गाजियाबाद के एक व्यक्ति ने तो फटे कुर्ते सिलवाने के लिए सौ रुपए का बैंक ड्राफ्ट कांग्रेस मुख्यालय के पते पर भेज दिया।
नोटबंदी के दौरान एक ट्वीट करके राहुल गांधी ने कहा था कि नोटबंदी की जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली तक को नहीं थी। अगले पांच मिनट के बाद राहुल गांधी ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि मोदी सरकार ने अपने लोगों को नोटबंदी के बारे में पहले से ही बता रखा था। अब राहुल गांधी खुद ही उलझन में हैं कि नोटबंदी गुप्त मिशन था या बताकर किया हुआ गुप्त मिशन।
एप्पल के स्टीव जॉब्स को माइक्रोसॉफ्ट का बता चुके हैं राहुलकांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु के एक कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए एप्पल के सीईओ रहे दिवंगत स्टीव जॉब्स को माइक्रोसॉफ्ट का बता दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल ने यह तथ्यात्मक गलती 16 जनवरी, 2016 को नरसी मोनजी मैनेजमेंट कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते समय की। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट मेक इन इंडिया पर सवाल उठाते समय छात्रों से कहा था, ‘एक दिन आप में से किसी को देश को चलाना है, कई संस्थानों को चलाना है। आपमें से ही कोई माइक्रोसॉफ्ट का स्टीव जॉब्स होगा।’ लेकिन वास्तव में स्टीव जॉब्स एप्पल से जुड़े थे। हालांकि इससे पहले मथुरा में दिये भाषण में उन्होंने स्टीव जॉब्स को एप्पल का ही बताया था।