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लाल किले पर प्रधानमंत्री मोदी का पांचवां साल, 5 बड़े वादों की जमीनी पड़ताल

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15 अगस्त, 2018 को हम 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के लोगों को लगातार पांचवें साल लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। जनता उम्मीद भरी नजरों से उनकी ओर देख रही है कि आने वाले वक्त में वे राष्ट्र के लिए कैसी कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे और न्यू इंडिया की कैसी तस्वीर बताएंगे। साथ ही वह यह भी जानना चाहती है कि पीएम मोदी ने जो लाल किले से देश से जो वादे किए उसका क्या हुआ। तो आइये हम उनके किए 5 बड़े वादों की पड़ताल करते हैं और जमीनी हकीकत जानते हैं। 

स्वच्छ भारत बनाने का वादा
प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से अपने प्रथम संबोधन में यह वादा किया था कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर देश को स्वच्छ बनाएंगे। उन्होंने इसी के तहत 2 अक्टूबर, 2019 तक भारत के हर घर में शौचालय के निर्माण का वादा किया था।

जमीनी हकीकत
वर्ष 2014 में देश में सैनिटेशन यानि स्वच्छता का प्रतिशत 38 था जो कि अब बढ़कर 86 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। 10 अगस्त, 2018 तक 8 करोड़ 56 लाख 98 हजार 164 घरों में शौचालय का निर्माण किया जा चुका है। 2 अक्टूबर 2019 तक सभी घरों में शौचालय का लक्ष्य भी पूरा कर लिए जाने की पूरी संभावना है।

हर व्यक्ति का बैंक खाता खुलवाने का वादा
वर्ष 2013 की एक रिपोर्ट के अनुसार देश में करीब 60 करोड़ लोगों के बैंक खाते नहीं थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे चुनौती के तौर पर लिया और प्रत्येक परिवार में कम से कम एक बैंक खाता देने का वादा किया।

जमीनी हकीकत
वित्तीय समावेशन की अवधारणा का प्रतिफल है प्रधानमंत्री जन धन योजना। योजना का पहला चरण 15 अगस्त, 2014 से 14 अगस्त, 2015 तक चलाया गया। पहले ही दिन देश भर में रिकॉर्ड 1.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए। योजना के तहत 26 जनवरी तक 15 करोड़ लोगों के बैक अकाउंट खोले जाने का लक्ष्य रखा गया था।  08 अगस्त, 2018 तक 32 करोड़ 25 लाख लोगों का प्रधानमंत्री जन धन खाता खोला जा चुका है। अभी इसका दूसरा चरण चल रहा है जो 15 अगस्त 2015 से शुरू होकर 14 अगस्त 2018 तक है। जाहिर है चार वर्ष में ही 32 करोड़ से अधिक लोगों के खाते खोलना सरकार की बड़ी उपलब्धि है।

हर गांव में बिजली पहुंचाने का वादा
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त, 2015 लालकिला से कहा था कि 1000 दिनों में देश के बाकी बचे 18 हजार 374 गांवों में बिजली पहुंचाएंगे।

जमीनी हकीकत
28 अप्रैल, 2018 ही वह ऐतिहासिक तारीख है जब देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है। मणिपुर का लायसांग गांव देश का आखिरी गांव था जहां बिजली पहुंचाई गई। यह लक्ष्य 987 दिनों में ही प्राप्त कर लिया गया। जाहिर है अब देश का कोई भी गांव बिना बिजली के नहीं है जहां के लोग आजादी के 70 वर्षों के बाद भी अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर थे।

हर घर बिजली कनेक्शन का वादा 
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त, 2017 को वादा किया कि वे देश के 4 करोड़ 5 लाख 30 हजार 31 घरों में बिजली पहुंचाएंगे जिनके पास इसका कनेक्शन नहीं है।

जमीनी हकीकत
सौभाग्य योजना के तहत अब हर घर बिजली पहुंचाने की योजना चल रही है। अक्टूबर, 2017 में योजना शुरू होने के बाद से 10 अगस्त, 2018 तक 1 करोड़ 7 लाख 99 हजार 897 घरों तक बिजली कनेक्शन पहुंचा दी गई है। 1 मार्च 2019 तक हर घर बिजली पहुंचाने का टारगेट रखा गया है।

हर गरीब के घर एलपीजी कनेक्शन का वादा
प्रधानमंत्री मोदी ने देश की उन महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने का वादा किया जो गरीबी के कारण लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं।

जमीनी हकीकत
एक मई, 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरूआत की गई थी। इसके लिए पहले 3 करोड़ का लक्ष्य तय किया गया था, फिर मार्च 2019 तक पांच करोड़ लोगों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने का ऐलान किया गया। हालांकि यह लक्ष्य 8 महीने पहले ही 03 अगस्त को ही हासिल कर लिया गया है। 10 अगस्त, 2018 तक 5 करोड़ 12 लाख 10 हजार 583 गरीब महिलाओं को उज्ज्वला गैस कनेक्शन दिया जा चुका है। अब इसका लक्ष्य भी बढ़ाकर 8 करोड़ कर दिया गया है। 

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