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प्रधानमंत्री मोदी ने इंस्टाग्राम पर शेयर की वाराणसी की 90 वर्ष पुरानी दुर्लभ फोटो

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प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी को वाराणसी से बेहद प्यार है। काशी के सांसद पीएम मोदी के दिल में वहां की संस्कृति और परंपरा रच बस गई है। प्रधानमंत्री मोदी को अपने व्यस्त कार्यक्रम में जब भी मौका मिलता है तो वे वहां का दौरा जरूर करते हैं, इतना ही नहीं काशीवासियों से बातचीत का कोई मौका भी नहीं चूकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर काशी के घाट की एक दुर्लभ तस्वीर शेयर की है। यह फोटो हाल ही में हिमाचल प्रदेश में हुई इन्वेस्टर्स मीट के दौरान धर्मशाला के रहने वाले धर्मपाल गर्ग ने मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की थी।

फोटो मिलने के बाद प्रधानमंत्री ने इसे इंस्टाग्राम पर साझा किया। साथ में लिखा है, ”धर्मशाला में मुझे वाराणसी की यह प्यारी तस्वीर मिली। लगभग 90 साल पुरानी यह तस्वीर नदी के साथ-साथ काशी का व्यस्त हिस्सा दिखाती है। सोचा था कि इस रत्न को आप सभी के साथ इतिहास से साझा करूं।“ इंस्टाग्राम पर इस फोटो को अब तक लगभग 17 लाख से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है, जबकि सात हजार के आसपास लोगों ने इस पर कॉमेंट किया है।

पांच साल में वाराणसी बन गया देश का आदर्श संसदीय क्षेत्र
पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की पिछले पांच सालों में पूरी तस्वीर बदल गई है। विकास में पिछड़े और गंदगी से भरा वाराणसी पांच साल में देश का आदर्श संसदीय क्षेत्र बन गया है। पहली बार देखने को मिला कि बनारस की चर्चा वहां हुए विकास को लेकर होती है। अव्यवस्था और गंदगी के बीच रहने को मजबूर काशीवासियों ने बीते पांच साल में यहां का कायाकल्प होते देखा है।

इन प्रोजेक्ट्स ने बदली काशी की तस्वीर

  • विश्वनाथ मंदिर, मणिकर्णिका घाट और ललिता घाट के बीच में काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर।
  • इलाहाबाद से हल्दिया के बीच शुरू गंगा परिवहन योजना में कार्गो हब बनेगा काशी।
  • 2016 में काशी स्वच्छ शहरों की रैकिंग में 65वें स्थान पर था, 2018 में 29वें स्थान पर।
  • ऊर्जा गंगा प्रोजेक्ट के तहत गेल द्वारा डीजल रेल कारखाना परिसर में पीएनजी पाइपलाइन।
  • शहर में लटकते बिजली के तारों और उनके जाल को हटाने के लिए आईपीडीएस परियोजना।
  • हृदय योजना के तहत यहां की धरोहरों, ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और संवर्धन का काम।
  • अटल इंक्यूबेशन सेंटर, नागेपुर ग्राम पेयजल योजना सहित 600 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट।

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