प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय भूटान दौरे पर रवाना हो गए। प्रधानमंत्री मोदी का यह भूटान दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री अपने भूटान दौरे पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस दौरे में भारत और भूटान के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
पीएम मोदी के दो दिवसीय भूटान दौरों के दौरान दोनों देशों के बीच कुछ अहम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी होंगे। प्रधानमंत्री मोदी लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के बाद पहली बार भूटान दौरे पर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 10 एमओयू पर दस्तखत होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी पांच परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे,साथ ही रुपे कार्ड भी लॉन्च करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान में वहां के छात्रों को भी संबोधित करेंगे। भूटान रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट भी किया है।
In Bhutan, I look forward to having fruitful discussions with H.M. the King, H.M. the Fourth Druk Gyalpo and @PMBhutan on the entire gamut of our bilateral relations. I also look forward to addressing young Bhutanese students at the prestigious Royal University of Bhutan.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2019
On 17th and 18th August, I will be in Bhutan for a bilateral visit that reflects the high importance attached to strong relations with our trusted friend and neighbour. I would be taking part in a wide range of programmes during this visit. https://t.co/X4LJXMscAc
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस भूटान यात्रा को दोनों देशों के बीच साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में निरंतर किए जा रहे प्रयास के रूप में देखा जा सकता है।
पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले भूटान के प्रधानमंत्री डॉक्टर एल शेरिंग ने सोशल पर एक पोस्ट शेयर किया था। भूटानी प्रधानमंत्री ने अपने भारतीय समकक्ष की पुस्तक ‘एग्जाम वारियर्स’ की तारीफ की थी। डॉक्टर शेरिंग ने पीएम मोदी को सरल और सहज व्यक्ति बताते हुए कहा था कि वह देश को आगे ले जाने वाले कड़े फैसले लेने में भी नहीं हिचकते।
भूटान के पीएम ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ, देश के लिए कठोर फैसले लेने वाला नेता बताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शख्सियत और व्यक्तित्व की पूरी दुनिया कायल है। पीएम मोदी ने जिस तरह से भारत की छवि को पूरी दुनिया में पेश किया है, उसने दुनिया भर के नेताओं को प्रधानमंत्री मोदी का मुरीद बना दिया है। प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने वालों में नया नाम जुड़ा है भूटान के पीएम लोतेय शेरिंग का। पीएम लोतेय शेरिंग ने प्रधानमंत्री मोदी को सहज और सरल स्वाभाव का ऐसा नेता बताया है, जो अपने देश को आगे ले जाने का अच्छा इरादा रखता है। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी देश को आगे ले जाने के लिए कठोर फैसले लेने से भी नहीं हिचकते हैं।
Your Excellency,
It is an honour for Bhutan to have a friend like India who has been by our side for centuries.
We anticipate your visit to this Himalayan nation.
Dr. Lotay https://t.co/rNmEJoF24x
— PM Bhutan (@PMBhutan) August 15, 2019
इतना ही नहीं भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग ने पीएम मोदी द्वारा लिखित एक्जाम वॉरियर्स किताब की तारीफ करते हुए अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट भी लिखी है। उन्होंने लिखा, “मैंने किताब पढ़ी है। यह किताब युवाओं को ध्यान में रखकर लिखी गई है। इस किताब के जरिए एग्जाम के डर को कम किया गया है।”
I see new chapters of friendship unfold for the two countries. But for today, I wish the people of India a happy Independence day. We pray for a peaceful and prosperous India.https://t.co/pbSZU9TPJi@narendramodi @PMOIndia @Indiainbhutan @IndiainBhutanCG
— PM Bhutan (@PMBhutan) August 15, 2019
भूटान के पीएम की फेसबुक पोस्ट को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है। पीएम मोदी कहा कि भूटान के पीएम ने फेसबुक पोस्ट साझा की है, जिसे मैं आप सभी के साथ शेयर करना चाहता हूं।
Along with his Independence Day greetings, @PMBhutan shared a lovely Facebook post, which I thought I would share with you all.
Glad to see him go through Exam Warriors and highlight aspects relating to it. @examwarriors pic.twitter.com/hxSQibTu8c
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2019
जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 अगस्त को पड़ोसी देश भूटान की दो दिवसीय यात्रा पर जाने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरान भूटान के पीएम और उनके दोस्त लोतेय शेरिंग के आमंत्रण पर हो रहा है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में विदेशी यात्राओं की शुरुआत भूटान से ही की थी।