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महिलाओं की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही प्रधानमंत्री जन-धन योजना

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प्रधानमंत्री जन-धन योजना महिलाओं की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस योजना से जहां महिलाएं समर्थवान बन रही हैैं,वहीं सरकारी योजनाओं की सब्सिडी राशि सीधे उनके खातों में पहुंच रही है। इस तरह प्रधानमंत्री जन-धन योजना महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

आंकड़ों के मुताबिक इस योजना के तहत अब तक कुल 37.55 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं और कुल 37.55 करोड़ बैंक खातों में महिला खाताधारकों की संख्या पहुंची 20 करोड़ के पार हो गई है। जानकारी के मुताबिक 37.55 करोड़ बैंक खातों में जमा कुल धनराशि 107172.54 करोड़ रुपए हो गई है। भ्रष्टाचार रोकने और लाभार्थियों का सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे देने के उद्देश्य से यह योजना 28 अगस्त 2014 को शुरू की गई थी। 

प्रधानमंत्री मोदी की प्रमुख योजनाओं में एक समझी जाने वाली ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना’ का उद्देश्य अब तक बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों को बैंकिंग प्रणाली के दायरे में लाना है। इस योजना के तहत जीरो बैलेंस सुविधा वाले खाते खोले जाते हैं।

जन धन योजना से बना नया रिकॉर्ड 

मोदी सरकार की प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत खुले बैंक खातों में जमा राशि का एक नया रिकॉर्ड बन चुका है। ताजा आंकड़ों के अनुसार जन-धन खातों में कुल जमा राशि में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और यह एक लाख करोड़ रुपये को पार कर 1.07 लाख करोड़ के पार चला गया है, जबकि 29 नवंबर 2019 तक जनधन योजना के तहत खुले खातों की संख्या 37.55 करोड़ हो चुकी है।  

PMJDY में अबतक 37.55 करोड़ खुले खाते

सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्‍ध जानकारी के अनुसार, 29 नवंबर 2019 तक जनधन योजना के तहत खुले खातों की संख्या 37.55 करोड़ हो चुकी है। वहीं इन खातों में जमा रकम 1,07,172.54 करोड़ रुपये है। जिन क्षेत्रों में बैंक शाखाएं उपलब्ध नहीं हैं, वहां 1.26 लाख बैंक मित्र लाभार्थियों तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। जनधन खातों को किसी भी बैंक ब्रांच या बैंक मित्र आउटलेट पर खोला जा सकता है। यह खाता जीरो बैलेंस पर खोला जाता है।

जनधन योजना बनी महिला सशक्तीकरण का आधार

इस योजना के तहत अब तक 37.55 करोड़ से ज्यादा लोग बैंकिंग सिस्टम से जुड़ चुके हैं, यानी करोड़ों-करोड़ लोगों ने पहली बार बैंक में प्रवेश किया है। कुल खातों में 50 प्रतिशत से अधिक खाते महिलाओं के नाम पर हैं। इतना ही नहीं इन महिलाओं ने सिर्फ नाम के लिए खाते नहीं खुलवाए हैं, बल्कि इन खातों से लगातार लेनदेन भी किया जा रहा है। जन-धन खातों को खुलवाने और खाताधारकों की मदद के लिए बैंक मित्र बनाए गए 

कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार पर लगी रोक

केंद्र सरकार समाजिक सुरक्षा के तहत दी जाने वाले तमाम पेंशन, खाद्यान्न सब्सिडी, गैस सब्सिडी आदि का पैसा इन्हीं जन-धन खातों के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुंचा रही है। अब ग्रामीणों के खातों में बगैर किसी भ्रष्टाचार के सब्सिडी की रकम पहुंच रही है, यह भी एक बड़ा कारण है कि जनधन खातों में रुपए का लेनदेन लगातार बढ़ता जा रहा है।  

कभी बंद नहीं होगी जन-धन योजना

प्रधानमंत्री जनधन योजना की भारी सफलता को देखते हुए सरकार ने इस योजना को हमेशा खुली रखने का फैसला किया है। योजना अनिश्चित काल तक खुली रहेगी। आम जनता को बैंकों से जोड़ने और उन्हें बीमा और पेंशन जैसी वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए इसकी शुरुआत की गई।

प्रधानमंत्री जन-धन योजना में मिलने वाले फायदे-

– बैंक में जमा राशि पर ब्याज। 

-दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर।

-न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना आवश्यक नहीं।

-30 हजार रुपये का लाइफ कवर। 

-पूरे भारत में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा।

-सरकारी योजनाओं की राशि जनधन खातों में ट्रांसफर

-ओवरड्रॉफ्ट फैसेलिटी की सुविधा

-पेंशन और बीमा प्रोडक्ट का एक्सेस

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