प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी ढेर सारी व्यस्तताओं और जिम्मेदारियों के बीच युवाओं के लिए एक पुस्तक लिखी है। देश में यह पहली बार होगा, जब किसी प्रधानमंत्री ने पद पर रहते हुए कोई पुस्तक लिखी है। कुछ प्रधानमंत्रियों ने पद छोड़ने का बाद पुस्तक अवश्य लिखी है। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री ने देश और दुनिया के युवाओं से जुड़ी कई सारे विषयों पर अपने विचार रखे हैं। Penguin Random House India और ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से यह पुस्तक इस साल के अंत तक बाजार में आ जाएगी। इसे एक साथ कई भाषाओं में भी प्रकाशित करने की योजना है।
We’re delighted to announce the publication of the Honourable PM @narendramodi‘s book, dedicated to the youth.https://t.co/QbcB6tXsuY
— Penguin India (@PenguinIndia) July 3, 2017
पुस्तक को लिखने का विचार प्रधानमंत्री का अपना है। प्रधानमंत्री मोदी अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम के दौरान परीक्षाओं से पूर्व, युवाओं विशेषकर दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों से बातचीत करते रहे हैं। पीएम मोदी लगातार परीक्षा को लेकर युवाओं के मन में उठने वाले तमाम प्रश्नों, परीक्षा के तनावों से मुक्त होने के उपायों को लेकर चर्चा करते रहते हैं। इस चर्चा को युवाओं, उनके माता-पिता और शिक्षकों ने बहुत पसंद किया। इस उत्साह को देखकर प्रधानमंत्री ने अपने इन्हीं सारे विचारों को, कुछ अन्य घटनाओं और उदाहरणों के साथ इसे पुस्तक के रुप में लिखने का फैसला लिया।
युवाओं को लेकर मुद्दे, प्रधानमंत्री मोदी के दिल के करीब है। वह कहते हैं कि “मैनें उस विषय पर लिखने का विचार किया, जो मेरे दिल के बहुत ही करीब है, और जो मेरे भविष्य के विजन का मूल है। वह युवाओं द्वारा ही संचालित और प्रेरित किया जाने वाला है।” प्रधानमंत्री मोदी के भविष्य के विजन में युवाओं का विशेष स्थान है। वह हमेशा से मानते रहे हैं कि भारत की आबादी का 65 प्रतिशत युवा हैं, जो उचित अवसर और माहौल मिलने पर चमत्कार कर सकते हैं। प्रधानमंत्री अपने नीतियों और योजनाओं से देश के युवाओं को छलांगें मारकर आसमान छू लेने का अवसर दे रहे हैं। हर मौके पर युवाओं को प्रेरित करते रहते हैं।