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मै कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं… कांग्रेस की ये सबसे बड़ी हार है, बालकबुद्धि तुमसे न हो पाएगा- प्रधानमंत्री मोदी

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लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मै कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उनकी घोर पराजय हुई। विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में भारत की जनता ने हमें लगातार तीसरी बार देश की सेवा करने का अवसर दिया है। ये अपने आपमें बहुत ही गौरवपूर्ण है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास का ये पहला मौका है, जब लगातार तीन बार कांग्रेस 100 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है। कांग्रेस के इतिहास में ये सबसे बड़ी हार है। तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है।

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा कि हमें हर कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने ये जनादेश दिया है। जनता ने हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है। जनता ने देखा है कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने समर्पण भाव से ‘जनसेवा ही प्रभुसेवा’ के मंत्र को चरितार्थ करते हुए कार्य किए हैं। हमने जो कार्य किया है उसके कारण दस साल में 25 करोड़ गरीब गरीबी बाहर निकले हैं। जनता ने देखा है कि हमने गरीबों के कल्याण के लिए समर्पण भाव से ‘जनसेवा ही प्रभुसेवा’ के मंत्र को चरितार्थ किया है।

उन्होंने कहा किआज दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। इसलिए विश्व में भारत का गौरवगान हो रहा है। भ्रष्टाचार के प्रति हमारी जो जीरो टॉलरेंस की नीति है, उसके लिए देश ने हमें आशीर्वाद दिया है। हमारा एकमात्र लक्ष्य Nation First है। हमारी हर नीति, हर निर्णय और हर कार्य का एक ही तराजू रहा है- भारत प्रथम।

सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश ने लंबे अरसे तक तुष्टिकरण की राजनीति भी देखी है। देश ने लंबे अरसे तक तुष्टिकरण का गवर्नेंस मॉडल भी देखा है। लेकिन हम तुष्टिकरण नहीं बल्कि सन्तुष्टिकरण के विचार को लेकर चले हैं। जब हम सन्तुष्टिकरण की बात करते हैं तो इसका मतलब है हर योजना का सैचुरेशन। जब हम सैचुरेशन के सिद्धांत को लेकर चलते हैं, तब सैचुरेशन सच्चे अर्थ में सामाजिक न्याय होता है, सैचुरेशन सच्चे अर्थ में सेक्युलरिज्म होता है। इसी के आधार पर देश की जनता ने हमें समर्थन देकर मुहर लगा दी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस चुनाव ने इस बात को सिद्ध किया है कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है, भारत की जनता कितने विवेकपूर्ण रूप से और कितने उच्च आदर्शों को लेकर अपने विवेक का सद्बुद्धि से उपयोग करती है और इसी का नतीजा है कि आज तीसरी बार हम देश की जनता के सामने नम्रतापूर्वक सेवा करने के लिए उपस्थित हुए हैं।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हम जनता के बीच एक बड़े संकल्प के साथ आशीर्वाद मांगने गए थे। हमने आशीर्वाद मांगा था, विकसित भारत के हमारे संकल्प के लिए। हम विकसित भारत के निर्माण के लिए एक प्रतिबद्धता और शुभ निष्ठा के साथ, जन सामान्य का कल्याण करने के इरादे से जनता के बीच गए थे। मैं आज आपके माध्यम से देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि विकसित भारत के जिस संकल्प को लेकर हम चले हैं, उस संकल्प की पूर्ति के लिए हम भरसक प्रयास करेंगे, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे। समय का पल-पल और शरीर का कण-कण विकसित भारत के सपने को पूरा करने में लगाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 2014 में देश की जनता ने हमें सेवा करने के लिए चुना और वो पल देश के परिवर्तित युग का प्रारंभ था। आज 10 साल में मेरी सरकार की अनेक सफलताएं और सिद्धियां हैं। लेकिन एक सिद्धि जिसने सभी सिद्धियों में ताकत भर दी, वो थी, देश निराशा की गर्त से निकलकर आशा और विश्वास के साथ खड़ा हो गया। देश में आत्मविश्वास बुलंदी पर पहुंचा।

प्रधानमंत्री ने कहा आज देश का एक-एक नागरिक जानता है कि अपनी सुरक्षा के लिए भारत कुछ भी कर सकता है। अनुच्छेद 370 की पूजा करने वाले लोगों ने, वोटबैंक की राजनीति को हथियार बनाने वालों ने, जम्मू-कश्मीर के ऐसे हालात कर दिए थे कि भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता था। 370 के जमाने में सेनाओं पर पत्थर चलते थे और लोग निराशा में डूबकर कहते थे कि अब जम्मू-कश्मीर में कुछ नहीं हो सकता।


उन्होंने कहा कि वो भी एक वक्त था कि जब आतंकी आ करके जी चाहे वहां, जब चाहे वहां हमला कर सकते थे। 2014 के पहले निर्दोष मारे जाते थे, हिन्दुस्तान के कोने-कोने को टारगेट किया जाता था और सरकारें चुपचाप बैठी रहती थी, मुंह तक खोलने को तैयार नहीं थी। 2014 के बाद का हिन्दुस्तान घर में घुस कर मारता है, सर्जिकल स्ट्राइक करता है, एयर स्ट्राइक करता है और आतंकवाद के आकाओं को भी सबक सिखाने का सामर्थ्य दिखा दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता ने हमें स्थिरता और निरंतरता के लिए जनादेश दिया है। लोकसभा चुनाव के साथ ही लोगों की नजर से कुछ चीजें ओझल हो गई हैं। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ हमारे देश में 4 राज्यों के भी चुनाव हुए हैं। इन चारों ही राज्यों में NDA ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। हमने शानदार विजय प्राप्त की है। बीजेपी ने केरल में इस बार खाता खोला है और बड़े गर्व के साथ केरल से हमारे सांसद हमारे साथ बैठते हैं। तमिलनाडु में कई सीटों पर भाजपा ने दमदार उपस्थिति दर्ज की है। कर्नाटक, यूपी और राजस्थान में पिछली बार की तुलना में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है।

लोकसभा में प्रधानमंत्री ने कहा कि अच्छा होता कि कांग्रेस अपनी हार स्वीकारती, जनता-जनार्दन के आदेश को सिर-आंखों पर चढ़ाती, आत्म-मंथन करती। लेकिन ये तो शीर्षासन करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस और उसका इकोसिस्टम दिन-रात हिंदुस्तान के नागरिकों के मन में ये प्रस्थापित करने की कोशिश कर रहा है कि उन्होंने हमें हरा दिया है। ऐसा लग रहा है कि आजकल कांग्रेस में छोटे बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है।

धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे एक किस्सा याद आ रहा है। 99 मार्क्स लेकर एक बालक घमंड में घूम रहा था और सबको दिखाता था कि देखो कितने मार्क्स आए हैं। लोग भी 99 सुनकर उसे शाबाशी देते थे और हौंसला बढ़ाते थे। फिर उनके टीचर ने बताया कि ये 100 में से नहीं 543 में से 99 लाया है। अब उस बालक बुद्धि को कौन समझाए कि तुमने फेल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी ने ‘शोले’ फ़िल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। उसमें एक मौसी जी थीं… तीसरी बार ही तो हारे हैं, पर मौसी मोरल विक्ट्री तो है ना। अरे मौसी 13 राज्यों में 0 सीटें आई हैं, पर हीरो तो है ना। अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है। यह मैं तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं। आपके माध्यम से सदन और सदन के माध्यम से देश के सामने कुछ आंकड़े रखना चाहता हूं। जहां-जहां बीजेपी-कांग्रेस की सीधी फाइट थी, जहां कांग्रेस मेजर पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 परसेंट है। लेकिन जहां वो किसी का पल्लू पकड़ के चलते थे, ऐसे राज्यों में उनका स्ट्राइक रेट 50 परसेंट है। कांग्रेस की 99 सीटों में से ज्यादातर सीटें उनके सहयोगियों ने जिताया है और इसलिए कह रहा हूं कि ये परजीवी कांग्रेस है।

उन्होंने कहा कि 16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेले लड़ी, वहां उसका वोट शेयर गिर चुका है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, तीन राज्यों में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और वहां 64 में से सिर्फ 2 सीट जीत पाई है। इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, अगर वो न खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बहुत मुश्किल था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने विकास के रास्ते को चुना है, देश को समृद्धि का एक नया सफर शुरू करना है। ऐसे समय में ये देश का दुर्भाग्य है कि हिन्दुस्तान पर छह दशक तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अराजकता फैलाने में जुटी हुई है। ये दक्षिण में जाकर उत्तर के लोगों के खिलाफ बोलते हैं, ये उत्तर में जाकर पश्चिम के खिलाफ जहर उगलते हैं। इन्होंने भाषा के आधार पर बांटने की हर कोशिश की है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के एक हिस्से के लोगों को दूसरे हिस्से के लोगों से हीन बताकर अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस आर्थिक आधार पर भी राज्यों में अराजकता फैलाने का काम कर रही है। जिस तरह से उनके राज्यों में कदम उठा रहे हैं, वह रास्ता आर्थिक अराजकता की ओर जाने वाला है। इनके मंचों से घोषणा की गई कि चार जून को अगर इनके मनमुताबिक परिणाम नहीं आए तो आग लगा दी जाएगी, ये इनका मकसद है। सीएए को लेकर जो अराजकता फैलाई गई, देश के लोगों को गुमराह करने का जो खेल खेला गया, पूरा इकोसिस्टम इस बात पर बल देता रहा ताकि उनके राजनीतिक मकसद पूरे हों। देश को दंगों में झोकने के कुत्सित प्रयास पूरे देश ने देखे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सहानुभूति हासिल करने के लिए ये नया ड्रामा चलाया गया है। लेकिन देश ये सच्चाई जानता है कि ये हजारों-करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। ये ओबीसी वर्ग के लोगों को चोर बताने के मामले में सजा पा चुके हैं। इनको देश की सर्वोच्च अदालत पर गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के बाद माफी मांगनी पड़ी है। इन पर महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान करने का मुकदमा है। इन पर देश की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को हत्यारा कहने का मुकदमा चल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है और न ही बालक बुद्धि में व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है, तो सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं। ये बालक बुद्धि अपनी सीमाएं खो देती है, तो सदन के अंदर बैठकर आंखें मारते हैं। इनकी सच्चाई अब पूरा देश समझ गया है। इसलिए आज देश इनसे कह रहा है – तुमसे न हो पाएगा।

उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी कह गए हैं- झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठ चबेना। कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया। कांग्रेस के मुंह झूठ लग गया है, जैसे वो आदमखोर एनिमल होता है न, जिसके मुंह पर लहू लग जाता है, वैसे ही कांग्रेस के मुंह झूठ का खून लग गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है, गंभीर षड्यंत्र हो रहा है। ये कहा गया कि हिंदू हिंसक होते है। ये हैं आपके संस्कार, ये है आपका चरित्र, ये है आपकी सोच, ये है आपकी नफरत। इस देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे। ये देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये वो लोग हैं जिन्होंने हिंदू आतंकवाद ये शब्द गढ़ने की कोशिश की थी। इनके साथी हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया ऐसे शब्दों से करें, ये देश कभी माफ नहीं करेगा। एक सोची-समझी साजिश के तहत इनके पूरे इकोसिस्टम ने हिंदू परंपरा को नीचा दिखाने, अपमानित करने और मजाक उड़ाने का फैशन बना दिया है। हम बचपन से सीखते हुए आए हैं, गांव का हो शहर का हो, अमीर हो गरीब हो, ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है। ईश्वर का कोई भी रूप निजी स्वार्थ के लिए, प्रदर्शन के लिए नहीं होता, जिसके दर्शन होते हैं, उनके प्रदर्शन नहीं होते। हमारे देवी-देवताओं का अपमान 140 करोड़ देशवासियों के हृदय को गहरी चोट पहुंचा रहा है। निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए ईश्वर के रूपों का इस तरह से खेल, ये देश कैसे माफ़ कर सकता है। सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमानजनक बयान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है।

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