प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपने फैसलों से लोगों को चौंकाते रहे हैं। चीन में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के घोषणापत्र में लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों का नाम शामिल करवा कर उन्होंने दुनिया को चौंका दिया। बात हो रही थी कि चीन ने भारत से सम्मेलन में पाकिस्तान और इस्लामिक आतंकवाद का मुद्दा नहीं उठाने को कहा है, लेकिन पाक स्थित आतंकी संगठनों का नाम घोषणापत्र में शामिल होना किसी अचरज से कम नहीं था।
ब्रिक्स में ‘आतंकवाद’ पर चौंकाया
चीन के श्यामन में चार सितंबर को तब चौंकाने वाली खबर आई जब ब्रिक्स घोषणापत्र में पाकिस्तान की धरती पर पल रहे आतंकी संगठनों का नाम लेते हुए आतकंवाद की कड़ी निंदा की गई। चीन के तमाम तिकड़म के बावजूद पीएम मोदी की कूटनीति ने चीन को घेर लिया। आखिरकार चीन को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों को भी इस डिक्लेरेशन में शामिल करना पड़ा। दरअसल ब्रिक्स के पांच देशों में से भारत सहित चार देश आतंकवाद की कड़ी निंदा किए जाने के पक्ष में थे। भारत को मिलते सपोर्ट से घबराए चीन को भी हां में हां मिलानी पड़ी।
डोकलाम पर चीन को चौंकाया
जून के दूसरे पखवाड़े में जब चीन की सेना भूटान के डोकलाम में घुस गई और सड़क निर्माण करना चाहा तो भारत की सेना ने उसका विरोध किया और वहां डट गई। दरअसल चीन को उस वक्त यह यकीन था कि भारत उससे डरता है और डोकलाम मामले में वह दखल नहीं देगा। लेकिन पीएम मोदी ने यहां भी चीन को चौंका दिया और डोकलाम से सेना वापस बुलाने की मांग करने लगा। हालांकि चीन ने तमाम चालबाजियां कीं, लेकिन पीएम मोदी को विश्व बिरादरी का सपोर्ट मिलने से चीन चकित रह गया। चीन की हेकड़ी को यहां बड़ा झटका लगा और उसे डोकलाम खाली करना पड़ा।
मंत्रिमंडल विस्तार से चौेकाया
तीन सितंबर को केंद्रीय मंत्रिपरिषद विस्तार हुआ तो यहां भी उन्होंने कई चौंकाने वाले निर्णय लिए। पहली बार सीसीएस में दो महिलाएं शामिल हुईं तो देश को पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री मिला। इसके साथ ही चार पूर्व ब्यूरोक्रेट्स को मंत्रिपरिषद में स्थान देकर सभी अनुमानों को धता बता दिया। जाहिर है पीएम मोदी ने ऐसा कर सबको चौंका दिया। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसपर कहा कि मोदी को कोई चुनौती भी नहीं है और वे अपने फैसलों से सबको हैरान करने से चूकते नहीं हैं। उन्होंने कहा, ”सत्ता में तीन साल रहने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चौंकाने वाली क्षमता अब भी खत्म नहीं हुई है।”
3+ years as PM & @narendramodi‘s ability to spring big surprises is undiminished & unchallenged.Never fails to catch talking heads off guard https://t.co/LJcedTeSlC
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) September 3, 2017
एयर कॉरीडोर शुरू कर चौंकाया
20 जून, 2017 को भारत और अफगानिस्तान के बीच बने नये हवाई कॉरिडोर से दुनिया हैरान रह गई। दरअसल भारत अफगानिस्तान के साथ कारोबार के लिए दिल्ली-काबुल के बीच रोड कॉरिडोर बनाने की कोशिश में था। यह रास्ता पाकिस्तान से होकर गुजरता इसलिए पाकिस्तान ने इस पर एतराज जताया और सड़क को मंजूरी नहीं दी। पाकिस्तान के एतराज के बाद भारत ने एक कदम आगे चलकर एयर कॉरिडोर का तरीका निकाला डाला। जाहिर तौर पर यह पाकिस्तान को झटका देने वाला और दुनिया को आश्चर्य में डालने वाला फैसला था।
Happy to welcome the first Air Freight Corridor flight from Kabul. pic.twitter.com/9mVobkpopv
— Narendra Modi (@narendramodi) June 19, 2017
सर्जिकल स्ट्राइक से चौंकाया
28-29 सितंबर, 2016 को दुनिया ने भारतीय सेना की क्षमता देखी और वह हैरान रह गई। दरअसल भारतीय कमांडो ने पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर पचास से अधिक आतंकियों को खत्म कर दिया और आठ से अधिक आतंकी कैंपों को नष्ट कर दिया। भारत द्वारा किया गया यह सर्जिकल स्ट्राइक देश का पहला था, लेकिन इससे दुनिया चकित रह गई। दरअसल इस सर्जिकल स्ट्राइक ने दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत की धैर्य की सीमा अब टूट रही है इसलिए पाकिस्तान को अब भारत के मामलों में दखल देना बंद कर देना चाहिए।
नोटबंदी से सबको चौंकाया
08 नवंबर, 2016 को जब पीएम मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों के बंद होने की घोषणा की तो देश-दुनिया आश्चर्य में पड़ गई। हालांकि विपक्ष ने पीएम मोदी के इस निर्णय का विरोध किया, लेकिन देश की जनता पीएम मोदी के फैसले के साथ खड़ी रही। दिक्कतों के बावजूद पीएम मोदी पर लोगों का भरोसा देख दुनिया हैरान थी।
कोविंद के नाम पर चौंकाया
19 जून, 2017 को जब रामनाथ कोविंद का नाम एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीद के तौर पर हुआ तो सब हैरत में पड़ गए। हवा में कई नाम चल रहे थे परन्तु किसी को कोविंद को उम्मीदवार बनाए जाने की भनक तक नहीं थी। लुटियन जोन के पत्रकार भी अंतिम समय तक पता लगाने में नाकाम रहे कि राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार कौन होने जा रहे हैं। रामनाथ कोविंद ऐसा नाम रहा जिसका विरोध करने की साहस भी अधिकतर विरोधी दल नहीं दिखा पाए।
नीतीश से ‘दोस्ती’ कर चौंकाया
जुलाई के आखिरी सप्ताह में बिहार की राजनीति में जो उथल-पुथल हुआ उसने देश की राजनीति की दिशा बदल दी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन को तो छोड़ा ही वे अब मोदी विरोध छोड़ मोदी के मुरीद हो गए। जाहिर तौर पर नीतीश कुमार के रुख में परिवर्तन आश्चर्यचकित करने वाला था। लेकिन पीएम मोदी को जानने वालों को यह पता है कि वे अपने धुर विरोधियों को भी अपना बनाने का दम रखते हैं। खुले मन से पीएम मोदी नीतीश कुमार का समर्थन किया और आज मोदी-नीतीश की जुगलबंदी से पूरा भारत चकित है।
पाकिस्तान पहुंचकर चौंकाया
पीएम मोदी 25 दिसंबर, 2015 को अफगानिस्तान से लौटते वक्त अचानक पाकिस्तान के लाहौर एयरपोर्ट पर पहुंच गए। उनका स्वागत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने किया और एयरपोर्ट पर ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पीएम मोदी पाकिस्तान में करीब 2 घंटे तक रुके रहे। जाहिर तौर पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी के माहौल के बीच पीएम मोदी के अचानक लाहौर दौरे ने देश-दुनिया को अचंभे में डाल दिया। पीएम मोदी तो वहां एक शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे, लेकिन दुनिया को यह संदेश देने में सफल रहे कि वे पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहते हैं।