प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 29 मई से तीन आसियान देशों इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर की यात्रा पर हैं। पांच दिन की यात्रा में प्रधानमंत्री इन देशों के शीर्ष नेतृत्व के साथ आपसी हितों के मामलों पर बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री का यह इंडोनेशिया का पहला दौरा है। कुआलालम्पुर में पीएम मोदी मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के साथ मुलाकात करेंगे। दौरे से पहले प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि उनकी इस यात्रा से इन देशों के साथ भारत के रिश्ते और बेहतर होंगे।
I will be visiting Indonesia, Malaysia and Singapore on 29th May- 2nd June. India has a robust strategic partnership with all the three countries. I would be attending a wide range of programmes in these countries.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2018
जकार्ता में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति विडोडो की द्विपक्षीय बातचीत के अलावा कई और अहम कार्यक्रम होंगे।
I will be holding detailed discussions with President Joko Widodo in Jakarta. There will also be interactions with top CEOs and the Indian community in Indonesia. @jokowi https://t.co/JdRRuikIeM
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2018
इन्डोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर आसियान समूह के सदस्य राष्ट्र हैं और भारत के साथ स्ट्रैटिजिक संबंध रखते हैं। आसियान देशों के साथ राजनैतिक संबंध सुधारने पर भारत अपने एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत विशेष अहमियत रखती है। प्रधानमंत्री के तीन राष्ट्र के दौरे में सुरक्षा व्यवस्था और विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा पर द्विपक्षीय बातचीत होने की संभावना है। रक्षा और सुरक्षा संबंध विचारों से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना भी है। सिंगापुर यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शांगरी ला डायलॉग को मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित करेंगे।
In Singapore, I look forward to talks with PM @leehsienloong.
Am deeply honoured to be delivering the keynote address at the Shangri-La Dialogue. This would be an opportunity to highlight India’s view on various regional issues. https://t.co/Kk96OTn46m
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2018
प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस यात्रा से भारत की एक्ट ईस्ट नीति को प्रोत्साहन मिलेगा तथा तीनों देशों के साथ संबंध और मजबूत होंगे। यात्रा से पहले एक वक्तव्य में श्री मोदी ने कहा कि इन तीनों देशों के साथ भारत की सुदृढ़ रणनीतिक साझेदारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे इन्डोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो और मलेशिया के प्रधानमंत्री महादिर मोहम्मद के साथ बैठक की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।
On 31st May, on my way to Singapore, I will make a brief halt in Malaysia to congratulate the new Malaysian leadership. I look forward to meet Prime Minister Dr. Mahathir Mohamad.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2018
प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर की यात्रा के दौरान क्लिफोर्ड पीयर में गांधी पट्टिका का अनावरण करेंगे। यह कार्यक्रम राष्ट्रपिता की सिंगापुर में अस्थियों के विसर्जन की स्मृति में किया जाएगा। साल 1948 में गांधी जी कि चिता की राख को भारत समेत दुनियाभर में प्रवाहित किया गया था। इनमें सिंगापुर भी शामिल था। इस पट्टिका का अनावरण 2 जून को किया जाएगा।
The focus of my Singapore visit is to enhance the India-Singapore partnership. During the visit I would be meeting students and CEOs. I will unveil a plaque at Clifford Pier, where Gandhi Ji’s ashes were immersed in sea on 27th March 1948.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2018
फेसबुक पेज पर जारी बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर वह जकार्ता में होंगे। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के रूप में यह मेरी पहली इंडोनेशिया यात्रा है। राष्ट्रपति विडोडो के साथ 30 मई को विचार-विमर्श होगा। साथ ही भारत- इंडोनेशिया सीईओ के फोरम में हमारा संयुक्त वार्तालाप होगा। मैं इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करूंगा। पीएम मोदी ने कहा कि 31 मई को सिंगापुर जाते समय थोड़े समय के लिए मलेशिया में रूकेंगे जहां मलेशिया के नये नेतृत्व को बधाई देंगे और प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री एक जून को सिंगापुर के राष्ट्रपति हलीमा याकूब से मुलाकात करेंगे और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। दो जून को क्लीफोर्ड पियर में एक पट्टिका का अनावरण करेंगे जहां 27 मार्च 1948 को गांधीजी की अस्थितयों का विसर्जन किया गया था।’