प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां भी जाते हैं छा जाते हैं। उनका प्रभाव कुछ ऐसा है कि ना सिर्फ विदेशी नेता उनकी अगवानी में पलक-पांवड़े बिछा देते हैं बल्कि हिंदी बोलने और लिखने लगते हैं। अब तो ऐसा खूब हो रहा है जब जॉन रूट से लेकर बेंजामिन नेतन्याहू तक सब हिंदी में पीएम मोदी से मुलाकात की शुरुआत कर रहे हैं।
नेतन्याहू ने हिंदी में किया अभिवादन
मंगलवार को हवाई जहाज की सीढ़ियों से पीएम मोदी ज्योंही नीचे आए दोनों ने एक-दूसरे को गले से लगा लिया। नेतन्याहू ने इस अवसर को विशेष बनाते हुए पीएम मोदी का हिंदी में अभिवादन किया और कहा: ‘’आपका स्वागत है मेरे दोस्त।‘’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उसी गर्मजोशी के साथ नेतन्याहू से हिब्रू भाषा में कहा कि इजरायल आकर वो कितने खुश हैं।
इजरायल को दौरे का बेसब्री से था इंतजार
नेतन्याहू की ओर से स्वागत की इस गर्मजोशी से पता चलता है कि भारतीय प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए इजरायल की बेकरारी किस तरह की रही होगी। तभी तो पीएम मोदी की यात्रा में एक हफ्ता बचा था और इजरायली मीडिया ने तारीफ में ट्वीट करते हुए लिखा: ‘’जागो दुनिया के सबसे अहम प्रधानमंत्री आ रहे हैं।‘’ अब नेतन्याहू का हिंदी में अभिवादन बताता है कि वो पीएम मोदी से कितने प्रभावित हैं।
दिल जीत लेते हैं पीएम मोदी
ये दरअसल देश से लेकर विदेश तक पीएम मोदी के दिल जीत लेने की स्वाभाविक कला है। उनके असर में आने वाले की जुबान पर हिंदी चढ़ने लगती है। पीएम मोदी छोटे-छोटे स्लोगन के सहारे अपनी योजनाओं को और बातों को आसानी से समझाते हैं, जैसे ‘सबका साथ सबका विकास’। इन चारों शब्दों की महिमा देश ही नहीं दुनिया भर में पसर गई ओबामा के दौर में विदेश मंत्री रहे जॉन कैरी भी बोलने लगे थे: ‘सबका साथ सबका विकास।‘
आत्मीय अंदाज से बन जाती है ट्यूनिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वभाव भी कुछ ऐसा है कि ज्यादातर राष्ट्राध्यक्षों के साथ उनकी ट्यूनिंग बैठ जाती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हों या इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पीएम मोदी अपने निराले अंदाज से इनसे मुलाकातों को एक आत्मीय स्वरूप प्रदान कर देते हैं। हालांकि विदेशी नेताओं के साथ एक-दूसरे की भाषा के द्विपक्षीय आदान-प्रदान से ये भी पता चल जाता है कि भारत की किस देश के साथ ज्यादा करीबी बन रही है और किसके साथ नहीं। जहां मुलाकात का ये रंग ना दिखे उससे रिश्ते का अंदाजा आप खुद भी लगा सकते हैं, क्योंकि बात ये भी है कि पीएम मोदी के साथ सामने वाले नेता में भी गर्मजोशी दिखनी चाहिए।
विदेशी नेता पहले कहां बोलते थे हिंदी!
हाल ही में नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री जॉन रूटे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिंदी में स्वागत करते हुए ट्वीट किया था।
Minister -president of Netherlands tweets in Hindi for welcome of PM MODI, I’m sure it’s proud for us. pic.twitter.com/SGyFChHj4I
— Rahul Saroj (@RahulSaroj14) June 28, 2017
नीदरलैंड्स में पधारने के लिए धन्यवाद @narendramodi हम आने वाले वर्षों में हमारे सतत सहयोग के लिए तत्पर हैं। pic.twitter.com/bi9EzwQQTt
— Minister-president (@MinPres) June 27, 2017
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की मुहिम में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था: अबकी बार ट्रंप सरकार
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने भी अपने चुनाव अभियान के दौरान कहा था: ‘फिर एक बार कैमरून सरकार’
पीएम मोदी का ये अंदाज देश से विदेश तक मशहूर
नीदरलैंड में भारतीय समुदाय के अपने एक संबोधन में पीएम मोदी ने ज्योहीं भोजपुरी में भीड़ से पूछा : ‘’का हाल बा’’ तो पूरी भीड़ का उत्साह परवान चढ़ता दिखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के भी किसी हिस्से में जब लोगों को संबोधित करते हैं तो अक्सर उस क्षेत्र की भाषा के साथ शुरुआत करते हैं। उनके इस अंदाज से भी लोग उन पर फिदा रहे हैं। पीएम मोदी भावनात्मक रूप से लोगों को कनेक्ट करते हैं…इसे हम उनका खास दिलदार अंदाज कह सकते हैं।
हर तरफ बोलता है पीएम मोदी की छवि का जादू
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुआयामी व्यक्तित्व से विश्व के नेता बेहद प्रभावित हैं। पीएम मोदी का विजन देश से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ रहा है। यही वजह है जो इजरायली पीएम नेतन्याहू ने पीएम मोदी को दौरे के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वह योग के प्रति भारतीय प्रधानमंत्री के उत्साह से भी काफी प्रेरित हुए हैं। वहीं, पीएम मोदी ने इजरायल में हुए भव्य स्वागत पर कहा कि मेहमान नवाजी से उन्हें घर की याद आ गई। आपसी संवाद के इस तरह के आदान-प्रदान से दो राष्ट्रों के बीच मानो जैसे एक पारिवारिक सा रिश्ता बन जाता है। दरअसल ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि का जादू है।