प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अटल पेंशन योजना बहुत कम समय में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है। अटल पेंशन योजना एक गारंटीयुक्त पेंशन योजना है जिसकी शुरुआत 9 मई, 2015 को की गई थी। साढ़े तीन साल में ही इसके एक करोड़ 24 लाख से ज्यादा ग्राहक हो चुके हैं। इस योजना में 41 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। 2 नवंबर, 2018 को जारी रिपोर्ट के अनुसार अटल पेंशन योजना के तहत सदस्य संख्या ने अब 1.24 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। चालू वित्त वर्ष अर्थात 2018-19 के दौरान 27 लाख से भी अधिक नये सदस्य इस योजना से जुड़ गए हैं। असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराने की दिशा में मोदी सरकार ने अटल पेंशन योजना (एपीवाई) लागू की है।
भारत सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए घोषित की गई गारंटीड पेंशन वाली इस स्कीम अर्थात अटल पेंशन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के उन कामगारों पर फोकस किया जाता है, जिनकी हिस्सेदारी कुल श्रम बल में 85 प्रतिशत से भी अधिक है। अटल पेंशन योजना के तहत 60 साल की उम्र पूरी होने पर प्रति माह 1000, 2000, 3000, 4000 या 5000 रुपये की गारंटीड न्यूनतम पेंशन मिलेगी जो सदस्यों द्वारा किए जाने वाले अंशदान पर निर्भर करेगी। संबंधित सदस्य की पत्नी/पति भी पेंशन पाने का हकदार है और नामित व्यक्ति को संचित पेंशन राशि दी जाएगी। केंद्र सरकार इस योजना के तहत निर्धारित अधिकतम पेंशन की राशि 5000 रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए करने पर विचार कर रही है।
क्या है अटल पेंशन योजना
असंगठिक क्षेत्र के कामगारों को भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को लेकर काफी चिंता रहती है। ऐसे में अटल पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए बुढ़ापे का सहारा बन सकती है। अटल पेंशन योजना में वे ना केवल कम राशि जमा करवाकर हर माह ज्यादा पेंशन के हकदार हो सकते हैं, बल्कि असामयिक मृत्यु की दशा में उनके परिवार को भी इसका फायदा मिलता है। इस पेंशन योजना के धारक की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी और पत्नी की भी मृत्यु होने की स्थिति में बच्चों को पेंशन मिलती रहेगी।
किसके लिए है अटल पेंशन योजना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने असंगठित सेक्टर में काम करने वाले लोग जैसे- नाई, लौहार, सुनार, दर्जी, धोबी, मोची से लेकर हर तरह के छोटे-छोटे रेहड़ी चलाने वाले, रिक्शा चलाने या मजदूरी करने वालों के लिए भी सरकार ने अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन की व्यवस्था की है।
अटल पेंशन योजना से कितना मिलेगा पेंशन
कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 18-40 वर्ष के बीच है। इस योजना के तहत किसी भी बैंक या डाकघर में खाता खुलवा सकता है। इस खाते में खाताधारक को 60 साल की उम्र पूरी होने तक हर महीने एक निश्चित रकम जमा करनी होती है। 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद सरकार इस योजना के तहत जमा की गई मासिक रकम के आधार पर न्यूनतम एक हजार रुपए और अधिकतम 5 हजार रुपए पेंशन देती है तो जो ताउम्र मिलती है।
अटल पेंशन योजना में कितना करें मासिक निवेश
इस योजना के तहत एक से लेकर पांच हजार रुपए के बीच मासिक पेंशन मिलता है। एक बार तय कर लिया कि 60 साल की उम्र में 5000 रुपए का पेंशन चाहिए तो इसके लिए निवेश की उम्र के हिसाब से एक तय राशि जमा करानी होती है। उदाहरण के लिए अगर 18 साल की उम्र से जमा करना है तो 42 साल तक 42 रुपए मासिक जमा करेंगे तो 1000 हजार रुपए मासिक पेंशन इस योजना से मिलेगा। अब 1000 हजार के जगह 2 हजार पेंशन चाहिए तो 84 रुपए महीना और अधिकतम 5000 रुपए पेंशन चाहिए तो अधिकतम 210 रुपए मासिक जमा कराना होगा।
मासिक पेंशन के लिए नियमित रूप से हर महीने 60 साल की उम्र तक जमा की जाने वाली निर्धारित राशि | |||||
योजना शुरू करते समय उम्र | मासिक पेंशन 1000 | मासिक पेंशन 2000 | मासिक पेंशन 3000 | मासिक पेंशन 4000 | मासिक पेंशन 5000 |
18 | 42 | 84 | 126 | 168 | 210 |
20 | 50 | 100 | 150 | 198 | 248 |
25 | 76 | 151 | 226 | 301 | 376 |
30 | 116 | 231 | 347 | 462 | 577 |
35 | 181 | 362 | 543 | 722 | 902 |
40 | 291 | 582 | 873 | 1164 | 1454 |
अटल पेंशन योजना केवल और केवल असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए लाई गई है। इस योजना का लाभ वो लोग नहीं ले पाएंगे जो पहले से ही किसी न किसी सुरक्षा स्कीम जैसे EPFO का लाभ ले रहे हैं। इस योजना के अलावा भी NPS, PPF, सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम जैसी योजनाएं भी हैं जिसके माध्यम से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को भविष्य में होने वाली आर्थिक दिक्कतों से मुक्ति मिल सकती है।