प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ईमानदार, विजनरी और मेहनती पीएम की छवि को तोड़ने के लिए कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल सारे पैंतरे आजमा रहे हैं। गुजरात में 12 साल सीएम और साढ़े चार साल से पीएम रहते हुए नरेन्द्र मोदी हमेशा बेदाग रहे हैं। उनकी सरकार पर भी कभी भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर ‘चौकीदार चोर है’ का नारा गढ़ा तो सभी विपक्षी दल कोरस गाने लगे। देखते हैं ये नारा देने वालों की हकीकत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
12 साल सीएम, साढ़े 4 साल पीएम रहने के बाद संपत्ति 2.28 करोड़ रुपये
पीएम मोदी के भाई और उनके रोजगार
सोमाभाई मोदी
स्वास्थ्य विभाग से रिटायर, अब स्वयंसेवी संस्था चलाते हैं।
अमृतभाई मोदी
लेथ मशीन ऑपरेटर
प्रहलादभाई मोदी
अहमदाबाद में किराने की दुकान
पंकजभाई मोदी
सूचना विभाग, गाँधीनगर हेडक्वार्टर में क्लर्क
इसके अलावा नरेन्द्र मोदी के ज्यादातर रिश्तेदार जीने के लिए छोटे मोटे धंधे जैसे पतंग बेचना, कबाड़ खरीदने जैसा काम कर रहे हैं।
कहां से आया कुबेर का खजाना!!
सोनिया-राहुल-रॉबर्ट वाड्रा
देश को जागीर समझने वाले गांधी खानदान के मौजूदा दोनों नेता सोनिया और राहुल नेशनल हेरॉल्ड केस में आरोपी है। 5 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी हड़पने के केस में जमानत पर बाहर हैं। अमेरिका की businessinsider और जर्मनी के द वेल्ट के मुताबिक सोनिया दुनिया की चौथी सबसे धनी महिला हैं।उनकी संपत्ति 10 हजार से 45 हजार करोड़ के बीच हो सकती है। राहुल गांधी कुछ नहीं करते लेकिन उनकी घोषित संपत्ति 9.40 करोड़ है। प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा महज 10वीं पास हैं लेकिन उनकी संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है। 2004-14 के यूपीए शासनकाल में उनकी संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी। उनकी या उनकी कंपनी की देशभर में प्रॉपर्टी है। ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक उन्होंने एक लाख रुपये के निवेश से 5 साल में 325 करोड़ रुपये बना लिए। यूपीए सरकार के दौरान हुए हर घोटाले में वाड्रा संदिग्ध रहे हैं। वो 12 कंपनियों में डायरेक्टर, एडिशनल डायरेक्टर या मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
मायावती
ग्रेटर नोएडा में एक कमरे के परिवार में बचपन बिताने वाली मायावती करीब 2000 करोड़ की मालकिन बताई जाती है। उनके भाई आनंद के पास भी घोषित तौर पर 1316 करोड़ की संपत्ति है। मायावती पर आय से अधिक संपत्ति का केस चल रहा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक मायावती और उनके भाई ने कागजों पर कंपनियां बनाई, करोड़ों का संदिग्ध लोन ले कर रियल एस्टेट सेक्टर में बड़े पैमाने पर निवेश किया।
मुलायम सिंह
मुलायम सिंह पर आय से ज्यादा संपत्ति का केस चल रहा हैं। 1977 में जब मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश में पहली बार मंत्री बने थे, तब उनकी आय 77 हजार रुपये थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम ने अपनी सम्पत्ति 15 करोड़ 96 लाख 71 हजार 544 दर्ज कराई। जबकि उनकी संपत्ति का बाजार मूल्य इससे सैकड़ों-हजारों गुना ज्यादा है। मुलायम का पूरा परिवार राजनीति में शामिल हैं। उनके बेटे अखिलेश और बहू डिंपल के अलावा भाइयों और भतीजों के पास भी अकूत संपत्ति है।
चंद्रबाबू नायडू
देश के सबसे अमीर सीएम चंद्रबाबू नायडू की घोषित संपत्ति 177 करोड़ रुपए है। लेकिन ये दिखाने के लिए हाथी के दांत हैं। चंद्रबाबू के बेटे नारा लोकेश और पोते देवांश भी करोड़ों के मालिक है। तीन साल के देवांश की आमदनी अपने सीएम दादाजी की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ रही है।
ममता बनर्जी
दिखावे के लिए ममता बनर्जी हवाई चप्पल पहनती है। उनके पास अपना घर नहीं हैं लेकिन कभी उनके सबसे खासमखास रहे मुकुल रॉय का दावा है कि ममता के पास 1200 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उनके सांसद भतीजे अभिषेक पर 100 करोड़ रुपये में बंगला खरीदने का आरोप लगा है। इसके अलावा चिटफंड कंपनियों के जरिए गरीबों को लूटने वाले सारदा घोटाले के आरोपियों से भी उनकी नजदीकी है।
लालू यादव एंड फैमिली
सामाजिक न्याय के इस कथित मसीहा को भ्रष्टाचार के मामलों में सजा हो चुकी है। लेकिन उनके साथी रहे रामविलास पासवान के मुताबिक धन के लालच में लालू ने अपना पूरा कुनबा डुबा दिया। लालू के बेटे तेजस्वी, तेजप्रताप, मीसा भारती भी आय से अधिक संपत्ति के आरोपी हैं। हाल ही में ईडी ने पटना में करीब 750 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे मॉल और मीसा का दिल्ली का फार्म हाउस अटैच किया है। लालू परिवार के दिल्ली-पटना समेत कई शहरों में संपत्ति है। इनकी बाजार कीमतें घोषित कीमतों से कहीं ज्यादा है।