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ये “चलता है” वाला इंडिया नहीं है, यह “न्यू इंडिया” है : प्रधानमंत्री मोदी

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फाइल

“कुछ लोग परिवर्तन के लिए मौसम बदलने का इंतजार करते हैं। कुछ लोग परिवर्तन का संकल्प करके मौसम बदल दिया करते हैं। आप इंतजार करने वाले नहीं, मौसम बदलने वाले नौजवान हैं। क्योंकि आपके पास बदलाव लाने वाला मन है, मिशन है। कुछ कर गुजरने के लिए मौसम नहीं मन और इच्छाशक्ति चाहिए। आज देश में इसी अदम्य इच्छाशक्ति के साथ युवा राष्ट्र निर्माण के कार्य में जुटे हुए हैं।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह बात दिल्ली में आयोजित न्यू इंडिया कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा, ‘इस समय हमारा देश परिवर्तन के महत्वपूर्ण कालखंड से गुजर रहा है। पिछले चार साल में आपने भी महसूस किया है कि कैसे देश 21वीं सदी में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए आगे बढ़ रहा है। चार साल में देश की साख बड़ी है है, गौरव बढ़ा है और सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों ने विश्व पटल पर दस्तक दी है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया का सरोकार सवा सौ करोड़ भारतवासी हैं, लेकिन इसका आधार यंग इंडिया है। इन युवाओं की वो शक्ति है जो पुरानी व्यवस्थाओं की कार्य प्रणाली, पुराने तौर-तरीकों और पुरानी सोच के बोझ से मुक्त है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार एक सक्षम भूमिका निभा सकती है, यह युवा ही हैं, जिन्होंने न सिर्फ मौजूद अवसरों का उपयोग किया है बल्कि अपने लिए नए अवसर भी बनाए हैं। उन्होंने कहा कि ये “चलता है” वाला इंडिया नहीं है, यह न्यू इंडिया है।

न्यू इंडिया के निर्माण में सवा सौ करोड़ भारतीयों का योगदान
पीएम मोदी ने कहा कि वो समय गुजर गया जब देश को कमजोर देशों में शुमार किया जाता था, आज हम दुनिया में सबसे तेज से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। यह सब कुछ 125 करोड़ भारतीय नागरिकों की वजह से हुआ है, हम इससे भी आगे जाएंगे। न्यू इंडिया के निर्माण में सवा सौ करोड़ भारतीयों का योगदान है और इसका आधार युवा भारत है। पीएम मोदी ने कहा कि एक इंटरनेशन रिपोर्ट के मुताबिक देश में गरीबी रिकार्ड स्तर पर कम हो रही है। पिछले दो वर्षों में 5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। यह भारत के लोगों की वजह से संभव हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि ये वो नौजवान वर्ग है, जिसने व्यवस्थाओं को बदलने के लिए प्रेरित किया है। युवाओं का यही समूह आज उभरते भारत की पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस देश में इतनी अपार युवा शक्ति हो, उससे किसी को भी ईर्ष्या हो सकती है।

बीते चार वर्षों हुए कई बड़े काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बड़े काम हो रहे हैं। बीते चार वर्षों में तीन करोड से ज्यादा बच्चों का टीकारण हुआ है। 1.75 लाख किलोमीटर ग्रामीण सड़क का निर्माण हुआ, देश के हर गांव में बिजली पहुंचाई गई, 4.65 करोड़ घरों में मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए। एक करोड़ से अधिक घरों का निर्माण किया गया, अक्टूबर 2017 के बाद से 85 लाख घरों में बिजली पहुंचाई गई। यह सब युवा डॉक्टर, इंजीनियर, राजमिस्त्री, मजदूरों और कर्मचारियों की वजह से संभव हो सका है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो भी काम हुए हैं उनकी संख्या करोड़ों में और यह सब इसलिए संभव हुआ है क्योंकि देश में 80 करोड़ से अधिक लोग 35 वर्ष से कम आयु के हैं।

भारत का कद बढ़ने से युवाओं में आत्मविश्वास जगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का जो कद बढ़ा है, उसने युवाओं में एक नया आत्मविश्वास पैदा किया है। अवसरों की समानता, पारदर्शिता, प्रतिभा की पहचान और सम्मान का ही यह परिणाम है। अब नई एप्रोच के सात स्किल इंडिया, खेलो इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसे प्रयासों से भारत की बुनियाद मजबूती से तैयार हो रही है। हीमा दास की कामयाबी पर बोलते हुए कहा कि कई युवा देश के लिए पदक लेकर आ रहे हैं, उन्होंने न्यू इंडिया को चरितार्थ किया है।

ग्रामीण परिवेश के लोग उच्च पदों पर पहुंचे
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘एक जमाना था जब शासन सिर्फ राज परिवारों का रहता था। स्वतंत्रता के बाद नई तरह के राजपरिवार पैदा हुए, स्वतंत्रता की राजनीति में भी तीन-तीन पीढ़ियों तक लोग राज करते रहे। शासन कुछ परिवारों के ही नियंत्रण में रहा. लेकिन आज स्थितियां बदल चुकी हैं।’ श्री मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, मैं खुद, ग्रामीण परिवेश से, लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर इन स्थानों पर पहुंचे हैं। और ये बताता है कि किस तरह से देश का जन-मन बदला है।’ उन्होंने आगे कहा कि योगी आदित्यनाथ, बिप्लब देव, त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिवराज सिंह चौहान, नीतीश कुमार, मनोहर लाल खट्टर, रघुबर दास, ये बहुत ही सामान्य परिवारों से निकलकर इन पदों पर पहुंचे हैं। इन्होंने बहुत ही सामान्य जीवन जिया है, इसलिए आज भी ये हर गरीब के प्रति, उसकी समस्याओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील रहते हैं। ये समझते हैं कि न्यू इंडिया का नौजवान क्या चाहता है।

छोटे शहरों के लोगों के बड़े सपने अब पूरे हो रहे हैं
उन्होंने कहा कि छोटे शहरों के लोगों के बड़े सपने भी अब पूरे हो रहे हैं। ये बदलाव ही तो है जो न्यू इंडिया की पहचान बन रहा है। नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की कार्रवाई, और जीएसटी के बाद रिकॉर्ड संख्या में लोग टैक्स देने के लिए आगे आए हैं। ये बदले हुए वातावरण का प्रमाण है।

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