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सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद की अनोखी पहल, देखिए प्रधानमंत्री मोदी ने कब-कब किया संवाद

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनहित में सिर्फ योजनाएं ही नहीं बनाते हैं बल्कि जमीनी स्तर पर योजनाएं कितनी कारगर है, उनका फायदा लोगों को मिल रहा है या नहीं इसकी की पुख्ता जानकारी जुटाते हैं। सरकारी योजनाओं की जांच-परख के उद्देश्य से ही प्रधानमंत्री मोदी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधा संवाद करने की अनोखी पहल शुरू की है। करीब दो महीने के अंतराल में पीएम मोदी 9 बार नरेन्द्र मोदी एप के माध्यम से केंद्र सरकार की योजनाओं के करोड़ों लाभार्थियों से संवाद कर चुके है।

गुरुवार को पीएम मोदी ने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम), डीडीयू-जीकेवाई और आरएसईटीआई के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, ”महिला सशक्तीकरण के लिए सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है, महिलाओं को स्वयं की शक्तियों को, अपनी योग्यता को, अपने हुनर को पहचानने का अवसर उपलब्ध कराना।” उन्होंने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप एक तरह से गरीबों, खासकर महिलाओं की आर्थिक उन्नति का आधार बने हैं। ये ग्रुप महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं, उन्हें आर्थिक और सामाजिक तौर पर मजबूत भी बना रहे हैं।

27 जून को किया था सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करने के सिलसिले के तहत 27 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों से बीतचीत की थी। बातचीत के दौरान श्री मोदी ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की अहमियत के बारे में बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 में देश का सामान्य जन सामाजिक सुरक्षा से वंचित था। आज प्रधानमंमत्री जन धन योजना के तहत लाइफ कवर और रुपे कार्ड के माध्यम से बीमा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ-साथ जन सुरक्षा योजना के तहत दो बीमा और एक पेंशन योजना शुरू की गई हैं। 2014 में जहां सरकार की बीमा योजना के तहत सिर्फ 4.80 करोड़ ग्राहक थे। आज ये संख्या दस गुना से ज्यादा बढ़ गई है और करीब 50 करोड़ सबस्क्राइबर हो चुके हैं।

20 जून को किया था देशभर के किसानों से सीधा संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 जून को एप के माध्यम से देशभर के किसानों से संवाद किया था। इस दौरान श्री मोदी ने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। पिछले चार वर्षों में सरकार ने जमीन के रखरखाव से लेकर, अच्छी क्वालिटी के बीज, बिजली-पानी से लेकर बाजार उपलब्ध कराने तक एक संतुलित और व्यापक योजना के तहत कार्य करने का भरकस प्रयास किया है। इस मौके पर श्री मोदी ने खेती से जुड़े किसानों के अनुभव सुने और कहा कि किसान जिस तरह से आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं और प्रगति कर रहे हैं, इसे देखकर काफी गर्व होता है। 

प्रधानमंत्री 15 जून को डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों से हुए थे रूबरू
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जून को डिजिटल इंडिया अभियान के लाभार्थियों से संवाद किया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा, ”डिजिटल इंडिया आज देशभर में करोड़ों लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रहा है। डिजिटल इंडिया से 4 E साकार हो रहे हैं-Education, Employment, Entrepreneurship और Empowerment” इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर में करीब 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) संचालित करने वाले वीएलआई (विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) और इन सेंटर्स से सर्विस लेने वाले नागरिकों, तमाम जिलों के एनआईसी सेंटर्स में मौजूद लाभार्थियों, नेशनल नॉलेज नेटवर्क यानि एनकेएन से जुड़े 1700 से अधिक संस्थाओं के छात्रों, प्रोफेसरों, बीपीओ में काम करने वाले युवाओं, मोबाइल बनाने वाली कंपनियों के युवा कर्मचारियों और MyGov के लाखों वालंटियर्स के साथ संवाद किया।

7 जून को पीएम मोदी ने स्वास्थ्य योजनाओं के लाभार्थियों से किया था संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 जून को केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना के लाभार्थियों से संवाद किया था। संवाद के दौरान तमाम राज्यों में मौजूद प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना, सस्ते स्टेंट, घुटना प्रत्यारोपण, मुफ्त डायलिसिस योजना के लाभार्थियों ने अनुभव साझा किए। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बीमारी सिर्फ एक शारीरिक समस्या नहीं है, इसका सामाजिक और आर्थिक पक्ष भी बहुत महत्वपूर्ण है। बीमारी का संबंध सिर्फ बीमार व्यक्ति से नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार से होता है। पीएम मोदी ने बताया कि हमारी सरकार ने चार सालों में एक के बाद एक कदम उठाए, ताकि गरीब का बीमारी के इलाज में जो खर्च होता है, उसे कैसे कम किया जाए। सरकार ने इसके लिए सही दिशा पकड़ी है, नीतियां सही बनाई हैं, रास्ते सही खोजे हैं, योजना सही बनाई है और सौभाग्य से वो नीचे पहुंच भी रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमने एक व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुड़े जितने भी पहलू हैं, उन सब पर मिशन मोड में काम किया है।”

पीएम मोदी 6 जून को स्टार्ट-अप इनोवेटर्स से की थी बातचीत
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 जून को एप के माध्यम से देशभर के स्टार्ट-अप इनोवेटर्स को संबोधित किया और उनसे सीधा संवाद किया था। बातचीत के दौरान तमिलनाडु, असम, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, छत्तीगढ़ समेत तमाम राज्यों के युवाओं और छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने स्टार्टअप और इनोवेशन के अनुभव साझा किए। इस अवसर पर श्री मोदी ने युवाओं से कहा, “आप वो युवा हैं, जो तरक्की के रास्ते पर एक कदम आगे बढ़े और आपके एक कदम आगे बढ़ने से देश, नए भारत की ओर दो कदम आगे बढ़ा है। यह सब उस बदलते भारत की पहचान है, जहां हमारा युवा रोजगार मांगने वाला नहीं देने वाला बन रहा है।“

5 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने आवास योजना के लाभार्थियों से किया था संवाद
आवास योजना के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर व्यक्ति के मन में इच्छा होती है कि उसका खुद का मकान हो। इसलिए सरकार ने संकल्प लिया है कि जब 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होंगे तब हिंदुस्तान के हर गरीब के पास अपना पक्का घर होगा। सिर्फ घर ही नहीं उसमें बिजली, नल, जल, गैस का चूल्हा और शौचालय भी हो। श्री मोदी ने कहा कि चुनौती बहुत बढ़ी है, इसलिए सरकार ने टुकड़ों में सोचने के बजाए मिशन मोड में काम करने का संकल्प लिया है। सरकार ने 2022 तक ग्रामीण क्षेत्र में 3 करोड़ और शहरी क्षेत्र में 1 करोड़ घर बनाने का संकल्प लिया है।

प्रधानमंत्री ने 29 मई को मुद्रा योजना के लाभार्थियों से बातचीत की थी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 मई को देशभर के मुद्रा योजना लाभार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना को  रोजगार सृजन  वाली योजना बताया। उन्होंने कहा कि इस पहल ने उद्यमियों को साहुकारों और बिचौलियों के कुचक्र से बचाने में सहायता प्रदान की है। इस योजना ने नया व्यापार आरंभ करने अथवा बढ़ाने की इच्छा रखनेवालो युवाओं और महिलाओं को एक सुअवसर प्रदान किया हैं।

28 मई को उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से रूबरू हुए थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद की पहली कड़ी में 28 मई को वीडियो कांफ्रेंस के माध्‍यम से पूरे देश के उज्‍ज्वला योजना लाभार्थियों से बातचीत की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना प्रगति का प्रतीक बन गई है। यह योजना उत्कृष्ट सामाजिक परिवर्तन ला रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उज्‍ज्वला योजना के माध्‍यम से अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 4 करोड़ महिलाएं एलपीजी कनेक्‍शन प्राप्‍त कर चुकी हैं। 2014 से चार वर्षों में कुल मिलाकर लगभग 10 करोड़ नए एलपीजी कनेक्‍शन जारी किए गए हैं, जबकि वर्ष 1955 से 2014 के बीच लगभग 6 दशकों में केवल 13 करोड़ एलपीजी कनेक्‍शन जारी किए गए थे।

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