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जन-धन, वन-धन और गोबर-धन ला सकते हैं ग्रामीण जीवन में बड़ा बदलाव: प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंचायती राज दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के मंडला में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वराज अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने सशक्त पंचायत-सशक्त भारत के नारे को बुलंद करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने ग्राम स्वराज की परिकल्पना दी थी। गांधी जी कहा करते थे कि भारत की पहचान गांवों से है, गांधी जी ने ही ग्रामोदय से राष्ट्रोदय का रास्ता दिखाया था। श्री मोदी ने कहा कि आज सरकार गांवों के विकास पर विशेष जोर दे रही है और यह पंचायत में चुने जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वो ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देकर उनके आर्थिक विकास में भूमिका निभाएं। पीएम मोदी ने कहा कि “जन-धन, वन- धन और तीसरा गोबर-धन, इन तीन चीजों से हम ग्रामीण जीवन में एक बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं”

गांव के विकास का संकल्प लें जनप्रतिनिधि
देश की करीब 2.45 लाख पंचायतों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक गांवों का विकास नहीं होगा देश का विकास संभव नहीं है। श्री मोदी ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि ‘गांव के लोगों के सशक्तीकरण, विकास और उनकी समस्याओं को खत्म करने के लिए जो भी संकल्प लेंगे, केंद्र सरकार उसमें कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगी।‘ उन्होंने कहा कि हर जनप्रतिनिधि को पांच वर्ष के कार्यकाल में अपने गांव के विकास के लिए कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए, जिसे वो आने वाली पीढ़ियों को गर्व से बता सके।

समस्या बजट की नहीं प्राथमिकता की है
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांव के विकास के लिए बजट की बात की जाती है, लेकिन आज बजट की कोई कमी नहीं है। गांवों में स्कूल है, अध्यापक भी हैं लेकिन बच्चे स्कूल में पढ़ने नहीं जाते हैं और गांव के कुछ बच्चे अनपढ़ रह जाते हैं। श्री मोदी ने कहा कि हर पंचायत प्रतिनिधि संकल्प ले कि उनके गांव का कोई भी बच्चा अनपढ़ नहीं रहेगा। समस्या बजट की नहीं होती है, प्राथमिकता की होती है। पीएम मोदी ने कहा कि पंचायत के प्रतिनिधि अपने गांव की मिट्टी की सेहत सुधारने, किसानों की फसल की लागत कम करने जैसे कार्य भी कर सकते हैं, इसके लिए सिर्फ सरकारी योजनाओं के बारे में किसानों को बताना होगा।

बांस की खेती से बढ़ सकती है कमाई
प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की तरफ से किसानों और ग्रामीणों के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने बांस को पेड़ से ग्रास की श्रेणी में करने के निर्णय को बताते हुए कहा कि इससे किसानों, आदिवासियों को आर्थिक लाभ होगा, क्योंकि अब ये लोग अपने खेतों के किनारे मेड़ पर बांस उगा सकते हैं और उसे बेच कर कमाई कर सकते हैं। श्री मोदी ने अप्रैल, मई और जून के महीने में मनरेगा के पैसे से गांव में पानी बचाने की योजनाएं बनाने, तालाब को गहरा करने में खर्च करने की अपील की। इससे बारिश के दिनों में गांव का पानी बर्बाद नहीं होगा और भूजल का स्तर भी बढ़ेगा, जिससे खेती में लाभ मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह बात गलत है कि योजनाएं नहीं है या फिर पैसों की कमी है। उन्होंने गांव के प्रतिनिधियों से आग्रह किया चाहे शिक्षा हो, आरोग्य हो, पानी हो या फिर कृषि बदलाव, इन सभी कार्यों में बजट के बिना ही ग्रामीणों की आर्थिक स्थित मजबूत की जा सकती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जन-धन, वन-धन और गोबर-धन जैसी तीन योजनाओं के माध्यम से ही किसानों और ग्रामीणों की स्थित में बदलाव लाया जा सकता है। गोबर धन योजना का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गोबर से गैस, बिजली, खाद बनाकर उन्नति की जा सकती है। पीएम मोदी ने पंचायत प्रतिनिधियों से 2022 तक महात्मा गांधी के सपनों का गांव बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया।

आपके दिल की बात सुनती है केंद्र सरकार
प्रधानमंत्री मोदी ने 12 वर्ष के कम उम्र के बच्चियों के साथ बलात्कार करने वालों को खिलाफ नए कानून का जिक्र करते हुए कहा कि भारत सरकार ने बेटियों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले राक्षसी प्रवृति के लोगों को फांसी पर लटकाने का काम किया है। दिल्ली की सरकार आपके दिल की बात सुनती है, तब निर्णय करती है। उन्होंने कहा कि हम परिवार में बेटियों को सम्मान देना सीखें, बेटियों का महात्म बढ़ाएं और बेटों को जिम्मेदारी समझाना शुरू करें। इसके लिए एक सामाजिक आंदोलन खड़ा करना होगा।

एलपीजी प्लांट का शिलान्यास किया
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक एलपीजी प्लांट का शिलान्यास भी किया। 120 करोड़ की लागत से बनने वाले इस एलपीजी प्लांट से मध्यप्रदेश के पन्ना, सतना, रीवा, शहडोल, डिंडोरी, जबलपुर,कटनी और दमोह जैसे जिलों में गैस सिलेंडर पहुंचाना आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले जनजातीय समुदाय के लोगों के योगदान को याद करने के लिए हर राज्य में एक आधुनिक म्यूजियम बनाने का भी ऐलान किया।

 

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