प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब न्यू इंडिया की बात करते हैं तो अधिकतर लोग सोचते हैं कि आखिर कैसा होगा न्यू इंडिया? लोगों की इस उत्सुकता का जवाब अवश्य मिल जाएगा जब वे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर एक बार सफर कर लेंगे। दरअसल बागपत में जब प्रधानमंत्री मोदी ने इसे देश के लोगों को समर्पित किया तो इसमें न्यू इंडिया के समग्र स्वरूप की झलक मिली।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा, ”आज जब इस नई सड़क पर चलने का अवसर मुझे मिला तो मैंने अनुभव किया कि 14 लेन का सफर दिल्ली-NCR के लोगों के जीवन को कितना सुगम बनाने वाला है। कहीं कोई रुकावट नहीं, एक से एक आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल, कंक्रीट के साथ हरियाली का भी मेल अद्भुत है।” उन्होंने कहा, ”आज जिस रोड का लोकार्पण हुआ है, इसका महात्म्य सिर्फ इस इलाके से नहीं, 21वीं सदी का हिंदुस्तान कैसा हो सकता है, इसका यह सैंपल है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में जाम के साथ प्रदूषण भी एक बड़ी समस्या है। हमारी सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए हमारी सरकार ने दिल्ली के चारों ओर एक्प्रेस-वे का घेरा बनाने का निर्णय लिया है।
दरअसल ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे में कई ऐसी बातें हैं जो आज की ही नहीं, बल्कि आने वाले 50 वर्षों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, जो वास्तव में न्यू इंडिया की तस्वीर पेश करती हैं। आइये इसकी विशेषताएं जानते हैं-
चार साल पहले जहां देश में लेट-लतीफी की कार्यसंस्कृति परवान पर थी, वहीं पीएम मोदी ने योजनाओं को तय समय में पूरा करने की जो डेडलाइन लगा रखी है वह अब जमीन पर भी दिख रही है। 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के लिए दो साल का वक्त तय किया गया था, लेकिन इसका काम 500 रेकॉर्ड दिनों में पूरा कर लिया गया।
इस उद्घाटन के अवसर पर पथ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे को देश का पहला स्मार्ट एक्सप्रेस-वे कहा जाए तो आश्चर्य नहीं होगा।
दरअसल इसके कई अन्य खासियत हैं जो न्यू इंडिया की तस्वीर पेश करते हैं, आइये इसके बारे में भी जानते हैं-
- ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे 11,000 करोड़ रुपये की लागत से बना है और यह 6 लेन का होगा। गाजियाबाद, फरीदाबाद, पलवल और ग्रेटर नोएडा के बीच सिग्नल फ्री कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा।
- इस एक्सप्रेसवे पर लाइटिंग की पूरी सुविधा सोलर पैनल के जरिए दी जाएगी। यही नहीं इसका दृश्य भी बेहद सुंदर होगा क्योंकि इस एक्सप्रेसवे के किनारों पर तकरीबन 2.5 लाख पेड़ लगाए गए हैं।
- नेशनल एक्सप्रेस-वे 2 कहे जाने वाले इस मार्ग पर पेट्रोल पंप, रेस्ट एरिया, होटल, रेस्टूरेंट, दुकानें और रिपेयर सर्विसेज की सुविधा होगी।
- हर 500 मीटर की दूरी पर रेनवॉटर हार्वेस्टिंग की भी व्यवस्था होगी। ड्रिप इरिगेशन की तकनीक के चलते इस पानी से ही पेड़ों की सिंचाई भी होगी।
- इस प्रॉजेक्ट की वजह से 50 लाख मानव दिन का रोजगार पैदा हुआ। प्रॉजेक्ट को पूरा करने में 2094 वर्कर्स और 7281 स्किल्ड और अनस्किल्ड ने काम किया है।
- स्वच्छ भारत मिशन को ध्यान में रखते हुए हर 2.5 किलोमीटर की दूरी पर टॉइलट्स बनाए गए हैं।
- इस पूरे मार्ग पर 6 इंटरचेंज, 4 फ्लाईओवर, 71 अंडरपास और 6 आरओबी होंगे। इसके अलावा यमुना और हिंडन पर दो बड़े पुल होंगे।
- ढाई लाख पेड़ों के साथ यह देश का पहला ग्रीन हाई-वे भी साबित होगा।
- यूपी से हरियाणा और हरियाणा से यूपी जाने वाले तकरीबन दो लाख वाहन प्रतिदिन दिल्ली से होकर सफर करते थे। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने पर ये वाहन दिल्ली को बाईपास कर निकलेंगे, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी।
- इसके शुरू होने से दिल्ली में 41 प्रतिशत तक ट्रैफिक जाम और 27 प्रतिशत तक प्रदूषण कम होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की सभा में तपती धूप में भी भारी संख्या में भीड़ उमड़ी। इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ विकास योजनाओं का खाका पेश किया, बल्कि कांग्रेस पर भी करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन्होंने 70 साल देश के साथ छल किया, धोखा दिया वे अब एनडीए सरकार पर जनता का भरोसा देखकर परेशान हो रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस द्वारा संवैधानिक संस्थाओं पर किए जा रहे हमलों पर कहा, ”आज देश के लोग देख रहे हैं कि अपने सियासी फायदे के लिए ये लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी खुलेआम झूठ बोल जाते हैं। चाहे दलितों पर अत्याचार से जुड़े कानून की बात हो या फिर आरक्षण की बात, झूठ बोलकर, अफवाह फैलाकर ये लोगों को भ्रमित करने की साजिश करते रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों और पिछड़ों के लिए कोई भी काम किया जाता है तो कांग्रेस उसमें रोड़े अटकाने लगती है। उन्हें देश का विकास मजाक लगता है। उन्होंने कहा कि जिनके मन में स्वार्थ है, वे सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाने वाली राजनीति करते आए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दलितों और आदिवासियों पर होनेवाले अत्याचार के कानून को हमने और कड़ा किया गया है और हम महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए भी निरंतर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने देश में साढ़े 7 करोड़ शौचालय हो या फिर उज्जवला योजना के तहत दिए गए 4 करोड़ गैस कनेक्शन, इन्होंने महिलाओं के जीवन को आसान बनाने का काम किया है।
आज मुद्रा लोन में आधे से अधिक लोन दलित और पिछड़ों को मिला है। उन्होंने कहा कि यह हमारी सरकार के लिए सौभाग्य की बात है कि हम बाबा साहब आंबेडकर से जुड़े पांच स्थानों को पंच तीर्थ के तौर पर विकसित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने विकास कार्यों में आई तेजी का हवाला देते हुए कहा कि हमारी सरकार की रफ्तार का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कांग्रेस सरकार जहां अपने चार साल में सिर्फ 59 पंचायतें ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ पाई, वहीं हमने एक लाख से अधिक पंचायतों को ऑपटिकल फाइबर से जोड़ दिया है।
उन्होंने गन्ना किसानों के लिए सरकार की सहानुभूति के बारे में कहा कि यहां के गन्ना किसानों के लिए भी हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। पिछले वर्ष ही हमने गन्ने का समर्थन मूल्य लगभग 11 प्रतिशत बढाया था। इससे गन्ने के 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ हुआ था। उन्होंने कहा, ’’मैं यूपी के गन्ना किसानों को कहना चाहता हूं कि सरकार उनकी दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और भाजपा में फर्क बताते हुए कहा कि ”उनके लिए उनका परिवार ही देश है, मेरे लिए मेरा देश ही मेरा परिवार है। देश के सवा सौ करोड़ लोग ही मेरे परिवार के सदस्य हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि ”कमाने के लिए मेरे पास सिर्फ और सिर्फ आपका आशीर्वाद है, आपका प्यार है, आपका विश्वास है। करने के लिए मेरे पास सिर्फ और सिर्फ सवा सौ करोड़ देशवासियों की सेवा है।” उन्होंने कहा कि देश की जनता के सहयोग से श्रेष्ठ भारत का हमारा संकल्प और मजबूत होकर रहेगा।