Home नरेंद्र मोदी विशेष तीन राज्यों में हार के बाद भी जारी है मोदी लहर, जानिए...

तीन राज्यों में हार के बाद भी जारी है मोदी लहर, जानिए क्यों?

SHARE

2014 के आम चुनाव के पहले वर्ष 2013 में इन्हीं दिनों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकारें बनाई थीं। उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने 2014 का अपना प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया था और उन्होंने इन तीनों राज्यों में धुआंधार प्रचार किया था। ये मोदी जी के प्रचार का ही असर था कि इन तीनों राज्यों में पहली बार भाजपा ने बंपर सीटें मिली थीं और उसी वक्त यह कहा जाने लगा था कि देश में मोदी लहर चल रही है। उसके बाद 2014 में हुए आम चुनाव में इसी मोदी लहर की बदौलत भाजपा को पहली बार केंद्र में स्पष्ट बहुमत मिला और तीस साल बाद देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। 2014 के बाद कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए और एक के बाद एक राज्यों में भाजपी की सरकार कायम होती चली गई।

चुनाव में नहीं हुई मोदी जी की हार
आज पहली बार तीन राज्यों में भाजपा की पराजय हुई और कहा जाने लगा है कि अब मोदी लहर खत्म हो गई है और भाजपा के लिए 2019 की राह मुश्किल है। लेकिन यह सच नहीं है, हम आपको बताएंगे कि मोदी लहर आज भी कायम है। पांच राज्यों के चुनाव परिणामों से साफ है कि यह न तो मोदी जी की हार है और ना ही कांग्रेस की जीत है। कांग्रेस शायद भूल गई है कि मिजोरम और तेलंगाना में उसकी बुरी तरह हार हुई है। मिजोरम में हार के साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। जिस तेलंगाना का गठन ही कांग्रेस के शासन में हुआ था वहां कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इन दोनों राज्यों में भाजपा का कोई जनाधार नहीं था लेकिन दोनों ही राज्यों में भाजपा को सीटें मिली हैं, यानि भाजपा की स्वीकार्यता बढ़ी है और इसकी मुख्य वजह प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की नीतियां ही हैं।

मोदी लहर की वजह से भाजपा को एमपी में मिले अधिक वोट
अब बात मध्य प्रदेश की करते हैं। मध्य प्रदेश में 15 वर्षों से भाजपा की सत्ता कायम थी। जाहिर है कि वहां पर तगड़ी एंटी इन्कंबेंसी का समाना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को करना पड़ा। इसके बावजदू यह मोदी लहर ही थी कि भाजपा ने कांग्रेस को कांटे की टक्कर दी है। मध्य प्रदेश में वोटिंग पर्सेंटेज की बात करें तो साफ हो जाएगा कि भाजपा को इस बार भी कांग्रेस से अधिक वोट मिले हैं। एमपी में भाजपा को 41.2% और कांग्रेस को 41.1% वोट हासिल हुए हैं। काग्रेंस यहां अपने बूते पर सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो पाई और उसे निर्दलीय वा छोटी पार्टियों की मदद लेनी पड़ रही है। गौरतलब है कि भाजपा कि इस प्रदर्शन के पीछे अगर कोई एक चीज थी तो वह मोदी लहर ही थी। सोचिए अगर मोदी लहर नहीं होती तो एमपी में भाजपी की हालत क्या होती।

मोदी लहर के कारण राजस्थान में भाजपा ने दी कांग्रेस को जोरदार टक्कर
इसी प्रकार राजस्थान की बात करते हैं। राजस्थान में चुनाव से पहले कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राज्य में भारी नाराजगी का सामना कर रही हैं और कांग्रेस की लहर है, भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा। लेकिन वहां हुआ क्या। राजस्थान में भी कांग्रेस को जीतने के लिए नाको चने चबाने पड़े। यहां भाजपा को 38.8 प्रतिशत तो कांग्रेस 39.2 प्रतिशत वोट मिले हैं। यानि वसुंधरा राजे का इतना विरोध और कांग्रेस की लहर के बाद भी कांग्रेस पार्टी को भाजपा से सिर्फ .4 प्रतिशत अधिक वोट मिले हैं। यह किसकी वजह से हुआ? जाहिर है कि यह मोदी लहर की वजह से हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां धुंआधार प्रचार किया और राजस्थान की फिजा ही बदल के रख दी। ये मोदी लहर का ही असर है कि भाजपा को वहां सम्मानजनक सीटें और वोट प्रतिशत हासिल हुआ है।

मोदी लहर ने छत्तीसगढ़ में दिलाए भाजपा को 33 प्रतिशत वोट
अब बात करते हैं छत्तीसगढ़ की। छत्तीसगढ़ में भाजपा की रमन सिंह सरकार को 15 साल की सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा था। इसके बावजूद वहां भाजपा का करीब 33 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं। ये कोई छोटी बात नहीं है और जाहिर है कि इसके पीछे कोई और नहीं बल्कि मोदी लहर ही थी। सोचिए अगर प्रधानमंत्री मोदी जी का प्रभाव नहीं होता तो क्या भाजपा को इतना वोट मिल सकता था।

मोदी लहर की वजह से रेंगते-रेंगते जीत पाई कांग्रेस
इन तीनों राज्यों में कांग्रेस इस जीत का जश्न मना रही है ऐसा लगता है कि वह भारी बहुमत से इन राज्यों को जीती हो। लेकिन सच्चाई ये है कि इतने कम अंतर से जीतना बहुत बड़ी उपलब्धि नहीं है। कांग्रेस रेंगते-रेंगते बहुमत के करीब पहुंची है। इन पांच राज्य के चुनावों से यह साबित हुआ है कि मॊदी लहर अब भी बरकरार है। कांग्रेस के अनुसार छत्तीसगड़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में सरकार के प्रति भारी विरॊध था अगर यह सच है तो भाजपा को इतनी सीटे मिलीं कैसे? भाजपा को इतनी सीटें मोदी जी की वजह से ही मिली हैं। भले ही जनता राज्य के मुख्यमंत्रियों से और राज्य के नेताओं से नाराज थी, लेकिन उसने भाजपा का हाथ नहीं छोड़ा है। इन राज्यों में जितने भी सीटें आईं है वो मॊदी जी के कारण ही आई है। यानी मोदी लहर आज भी बरकरारा है और आगे भी बरकार ही रहेगी।

Leave a Reply