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मोदी के मंगलयान इफेक्ट ने खादी को पहुंचाया टॉप पर

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आज पूरे देश को मंगलयान इफेक्ट की जरूरत है। जो तरक्की हमारे मंगलयान मिशन ने की है, इसकी वजह से जिस ऊंचाई पर भारत चुनिंदा देशों की श्रेणी में खड़ा हुआ है, आज इसी मोड पर काम करते हुए मोदी ने पिछले ढाई साल में देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है। खादी भी इसमें अपवाद नहीं है। ऐसे में खादी के कैलेंडर डायरी में अगर मोदी की तस्वीर आई है, तो इसका विरोध करना जायज नहीं है। खास तौर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे मंगल इफेक्ट कहकर जिस तरीके से उपहास उड़ाने की कोशिश की है, वो खुद उनकी गले की फांस बन गया है। इस लेख में आंकड़ों के जरिये हम आपको बताएंगे कि क्यों मोदी खादी के लिए सबसे बड़े आइकन बन गए हैं। साथ ही ये भी बताएंगे कैसे पहले भी खादी के कैलेंडर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अलावा दूसरी तस्वीरें भी छपी हैं।

मोदी की फोटो पर फिजूल विवाद!

जिस इकोनॉमिक टाइम्स के हवाले से राहुल गांधी ने मोदी पर कटाक्ष किया है शायद उसको पढ़ना भी उन्होंने मुनासिब नहीं समझा। अब समझ में आया उन्हें अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से क्यों निकाल दिया गया। चलिए हम ही इस आर्टिकल को पढ़कर बता देते है। आर्टिकल ने खादी ग्रामोद्योग के चैयरमेन विनय कुमार सक्सेना के हवाले से छापा है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि खादी के कैलेंडर में किसी और की तस्वीर छपी हो। इससे पहले 1996, 2002, 2005, 2011, 2012, 2013, 2016 में भी ऐसा हो चुका है। लेकिन राहुल बाबा पढाई में थोड़े कमजोर जो हैं।

60 साल से खादी थी बेहाल, मोदी ने पहुंचाया मंगल की ऊंचाई तक।

राहुल गांधी का तात्पर्य बिलकुल सही है आखिर साठ साल से जो खादी खून के आंसू बहा रही थी। कांग्रेस सिर्फ टूजी, कोलजी और जीजाजी में ही उलझी थी ऐसे में मोदी ने खादी का कायापलट कर दिया। खादी ग्रामोद्योग की सालाना रिपोर्ट के आंकडों पर नजर डालें तो पता चलता है कि खादी की बिक्री में पिछले दो सालों में 34 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है और ये सिर्फ मोदी के मंगलयान इफेक्ट की वजह से ही संभव हो पाया है वर्ना कांग्रेस के शासन काल तक खादी की बिक्री 2 से 7 फीसदी मात्र ही थी।

खादी के उत्पादन में बढ़ोतरी

खादी ग्रामोद्योग की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के शासन में 2013-14 में जहां खादी का उत्पादन 26109.08 करोड़ था जो मोदी के प्रधानमंत्री काल में बढ़कर 27569.37 करोड़ हो गया है यानि कि उत्पादन में तकरीबन सालाना 1400 करोड़ रूपये की बढ़ोतरी।

खादी में रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी

खादी ग्रामोद्योग की रिपोर्ट के मुताबिक 2013-14 में कुल 130.38 लाख लोग रोजगार पा रहे थे लेकिन मोदी के पहले साल के प्रधानमंत्रित्व काल मे ही यानि 2014-15 में ये आंकड़ा 134.25 लाख पर पहुंच गया। मतलब कि एक साल में ही खादी में 4 लाख रोजगार के अवसर बढ़ गए।

खादी पर मोदी और राहुल को गूगल पर सर्च करने पर?

गूगल पर सर्च करने पर परिणाम मोदी (बाएं) व राहुल गांधी।

गूगल गुरू पर तो किसी का जोर नहीं चलता जो उसे दिखता है उसको सच्चाई के साथ सामने रख देता है। हमने भी गूगल पर सर्च करके पूछा कि खादी के प्रचार के लिए मोदी जी ने क्या किया। तो जो परिणाम आए वो इस प्रकार थे। नरेंद्र मोदी खादी खरीदने की अपील कर रहे है। नरेंद्र मोदी मन की बात में खादी को अपनाने की बात कर रहे है। नरेंद्र मोदी के प्रचार ने खादी की लोकप्रियता बढ़ाई। जब हमने गूगल से पूछा कि राहुल ने खादी के लिए क्या किया। तो परिणाम निकला जिसमें सिर्फ राहुल मोदी पर आरोप लगाते नजर आए मतलब राहुल बाबा ने खादी के प्रचार-प्रसार के लिए आजतक कुछ नही किया।

खादी पर मोदी और राहुल लिखकर गूगल पर पिक्चर सर्च करने पर?

मोदी (ऊपर) राहुल (नीचे)

गुगल में जैसे ही राहुल की खादी पर पिक्चर सर्च मारी तो राहुल की सारी तस्वीरों में वो यूपी में कांग्रेस की खटिया लुटाते नजर आए लेकिन जब मोदी की खादी पर पिक्चर सर्च मारी तो मोगी लगभग हर पिक्चर में खादी का प्रचार-प्रसार करते दिखे।
‘मन की बात’ के जरिए खादी को पहुंचाया मोदी ने मंगल के शिखर तक

2 अक्टूबर 2014 को ‘मन की बात’ का पहला एपिसोड प्रसारित हुआ। नरेंद्र मोदी ने रेडियो के माध्यम से लोगों से खादी का उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से अपील की और फैशन के लिए खादी पर बल दिया। और नारा दिया खादी “फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन” । प्रधानमंत्री के इस नारे ने गजब कमाल दिखाया लोगों में खादी को लेकर जबरदस्त क्रेज सामने आया।
खुद प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर रितु बेरी ने कहा कि “पीएम मोदी के इस आह्वान ने जबरदस्त कमाल कर दिखाया। रितु ने बताया कि खुदरा व्यापारियों, डिजाइनरों और उपभोक्ताओं के बीच खादी की मांग बढ़ गई है। इसने खादी को ही नहीं बल्कि बुनकरों को भी नया जीवन प्रदान किया है”।
60 सालों में खादी कहां से कहां पहुंची इस पर रिसर्च करके जो सच सामने आया वो यही था कि पिछले 60 साल में राहुल बाबा ही नहीं बल्कि कांग्रेस के किसी नेता ने खादी के लिए रत्ती भर भी कुछ नहीं किया और राहुल जी बिलकुल सही बोल रहे है कि मोदी के मंगलयान इफेक्ट ने खादी को मंगल की ऊंचाई तक पहुंचा दिया।

– विजय रावत

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