Home समाचार पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा पर मीडिया की उलटवासी

पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा पर मीडिया की उलटवासी

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात उम्मीद से ज्यादा सफल रही। प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिकी में जोरदार स्वागत हुआ। पीएम मोदी करीब चार घंटे अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास पर रहे। इस दौरान दोनों देशों के नेता बहुत ही गर्मजोशी से तीन बार गले मिले। पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ डिनर करने वाले पहले विदेशी राष्ट्र प्रमुख हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को ‘शानदार प्रधानमंत्री’ बताया। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि, वो एक शानदार प्रधानमंत्री हैं। मैं उनसे बात करता रहा हूं, उनके बारे में पढ़ता रहा हूं। वो शानदार काम कर रहे हैं। आर्थिक रूप से और दूसरे की तरीकों से भारत अच्छा कर रहा है। मैं इसके लिए उन्हें बधाई देना चाहूंगा। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि व्हाइट हाउस में भारत का एक सच्चा दोस्त है। ट्रंप ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के नेता से मिलना सम्मान की बात है। उन्होंने भारत की आजादी के 70 साल पूरे होने पर बधाई दी। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका के संविधान के पहले तीन शब्द एक जैसे हैं- ‘वी द पीपुल’ आज की मुलाकात के बाद मैं कह सकता हूं भारत और अमेरिका के बीच ऐसे मजबूत रिश्ते कभी नहीं रहे। पीएम मोदी मैं आपकी उपल्बधियों के लिए मैं आपको सलाम करता हूं। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।

इस सबके बावजूद मीडिया से जुड़े कुछ लोग एजेंडा पत्रकारिता चला रहे हैं। देश के एक बड़े अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने उनकी अमेरिकी यात्रा के बारे में एक खबर का शीर्षक दिया है- India must reduce obstacles to US exports: Donald Trump warns PM Modi आप देख सकते हैं कि किस तरह के शब्द का इस्तेमाल किया गया है। अखबार ने लिखा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को चेताया या चेतावनी दी। जबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिल कर भारत और अमेरिका के बीच एक ‘न्यायोचित एवं बराबरी’ का व्यापार संबंध बनाना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका से भारतीय बाजारों में किए जाने वाले निर्यात के रास्ते की बाधाएं खत्म किए जाने और आपसी व्यापार में अपने देश का व्यापार घाटा कम करने के उपायों की मांग भी की है।

आप देख सकते हैं कि इंडियन एक्सप्रेस ने किस तरह से तोड़-मोड़ कर खबर को पेश की है। खबर के शीर्षक में चेतावनी की बात है लेकिन पूरी खबर पढ़ने के बात आप यह जान जाएंगे कि ऐसी कोई बात है ही नहीं। बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत में जीएसटी की नई व्यवस्था की सराहना करते हुए इसको भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा कर सुधार बताया और कहा कि वह भी अपने यहां नीतियों और कार्यक्रमों में सुधार करने में लगे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने इसके लिए अपील की जिसे पत्रकार ने चेतावनी में बदलकर खबर में सनसनी पैदा करने की कोशिश की।

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