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मोदी ने दिखाया 56 इंच का सीना: वायु सेना ने पाक में घुसकर आतंकी ठिकानों को किया तबाह

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फोटो सौजन्य

पुलवामा हमले के बाद वायुसेना ने पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार तड़के वायुसेना के 12 मिराज विमानों से आतंकी ठिकानों पर जमकर बमबारी की। इस हमले में पीओके में बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में आतंकी कैंप तबाह किए गए हैं। वायुसेना के विमानों ने जैश ए मोहम्मद के आंतकी ठिकानों पर 1000 किलोग्राम से ज्यादा के बम गिराए गए। इस हमले में कई आतंकी ठिकाने और लॉन्च पैड तबाह हुए हैं। खबर है कि इस कार्रवाई में वायुसेना ने जैश के 12 ठिकानों को तबाह किए हैं। वायुसेना की इस कार्रवाई में 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

विदेश सचिव विजय गोखले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज तड़के सुबह पीओके में जैश के आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया और इन्हें तबाह कर दिया गया। इसमें कई आतंकी और कमांडर ढेर किए गए हैं।

विदेश सचिव ने कहा, ’14 फरवरी, 2019 को पाकिस्‍तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद (जेईएम) ने एक आत्‍मघाती आतंकी हमला किया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवान शहीद हो गए। जेईएम पाकिस्‍तान में पिछले दो दशक से सक्रिय है और इसका नेतृत्‍व मसूद अजहर बहावलपुर में अपने मुख्‍यालय से कर रहा है। इस संगठन को संयुक्‍त राष्‍ट्र ने प्रतिबंधित घोषित कर रखा है। संगठन दिसंबर, 2001 में भारतीय संसद और जनवरी, 2016 में पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हमलों सहित अनेक आतंकवादी हमलों के लिए जिम्‍मेदार है।’

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्‍तान और पाक अधिकृत कश्‍मीर में इनके प्रशिक्षण शिविरों के स्‍थान की जानकारी समय-समय पर पाकिस्‍तान को प्रदान की जाती रही है, हालांकि पाकिस्‍तान इसके अस्तित्‍व का खंडन करता रहा है। हजारों जिहादियों को प्रशिक्षण देने योग्‍य इतनी विशाल प्रशिक्षण सुविधाएं पाकिस्‍तान के अधिकारियों की जानकारी के बिना काम नहीं कर सकती। भारत बार-बार पाकिस्‍तान से आग्रह करता रहा है कि वह जेईएम के खिलाफ कार्रवाई करे, ताकि जिहादियों को पाकिस्‍तान के अंदर प्रशिक्षित करने और उन्‍हें हथियार देने से रोका जा सके। पाकिस्‍तान ने अपनी जमीन पर आतंकवादियों के आधारभूत ढांचे को खत्‍म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।’

विदेश सचिव ने कहा, ‘विश्‍वसनीय जानकारी मिली थी कि जेईएम देश के विभिन्‍न भागों में एक अन्‍य आत्‍मघाती आतंकी हमला करने का प्रायस कर रहा है और इसके लिए फिदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आसन्‍न खतरे को देखते हुए एहतियाती हमला करना अनिवार्य हो गया था। खुफिया जानकारी के आधार पर भारत ने आज तड़के बालाकोट में जेईएम के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया। इस हमले में बड़ी संख्‍या में जेईएम आतंकवादी, प्रशिक्षक, वरिष्‍ठ कमांडर और जिहादियों के ऐसे समूहों का सफाया कर दिया गया, जिन्‍हें फिदायीन कार्रवाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। बालाकोट में इस ठिकाने का नेतृत्‍व मौलाना युसूफ अजहर (उर्फ उस्‍ताद घोरी), जेईएम के प्रमुख मसूद अजहर का साला।’

विदेश सचिव ने कहा, ‘सरकार आतंकवाद की बुराई से निपटने के लिए सभी आवश्‍यक उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है। अत: यह असैनिक कार्रवाई विशेष तौर पर जेईएम शिविरों को निशाना बनाते हुए की गई। इन ठिकानों का चयन करते समय इस बात को भी ध्‍यान में रखा गया कि नागरिकों को हताहत होने से बचाया जा सके। यह ठिकानें किसी भी नागरिक बस्‍ती से दूर एक पहाडी पर घने जंगलों में स्थित हैं। चूंकि हमला कुछ समय पूर्व ही किया गया है, हम विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पाकिस्‍तान सरकार ने जनवरी 2004 में यह प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की थी कि वह उसके नियंत्रण वाली अपनी जमीन अथवा क्षेत्र का इस्‍तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देगा। हमें उम्‍मीद है कि पाकिस्‍तान अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा और जेईएम और अन्‍य शिविरों को नष्‍ट करने के लिए आगे कार्रवाई करेगा तथा कार्रवाइयों के लिए आतंकवादियों को जवाबदेह बनाएगा।’

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने बमबारी के कई फोटो ट्वीट किए हैं, जिसमें भारतीय बमों के पेलोड नजर आ रहे हैं।

 

वायुसेना ने मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे के करीब आधे घंटे तक पाकिस्तान की सीमा में बम बरसाए हैं। हमले के बाद सीमा पर एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर है। सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

हमले के बाद दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली और एनएसए अजीत डोभाल के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की है।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा था कि आतंकियों ने बड़ी गलती कर दी है और उन्हें इसका परिणाम भुगतना होगा।

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