देश में हिंदुओं की जनसंख्या पिछले 40 साल में तीन प्रतिशत कम हुई है, जबकि बाकी धर्मों का प्रतिशत बढ़ा है। सरकार ने लोकसभा में माना है कि धार्मिक आधार पर देश में जनसंख्या का अनुपात बिगड़ रहा है। देश की जनसंख्या में हिंदुओं का अनुपात लगातार कम हो रहा है।
गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा कि हिंदुओं की आबादी 1971 में 45.33 करोड़ थी, जो 2011 में बढ़कर 96.22 करोड़ हो गई। उन्होंने कहा कि कुल जनसंख्या में हिंदू का हिस्सा घट गया है। अहीर ने कहा कि 1971 में हिंदुओं की कुल जनसंख्या 82.7 प्रतिशत थी जो 2011 में 79.8 प्रतिशत रह गई। सरकार ने पिछली पांच जनगणनाओं के डाटा का हवाला भी दिया।
जनगणना | कुल आबादी | हिंदू | प्रतिशत |
1971 | 54.79 करोड़ | 45.33 करोड़ | 82.7% |
1981 | 66.53 करोड़ | 54.98 करोड़ | 82.6% |
1991 | 83.86 करोड़ | 68.76 करोड़ | 82.0% |
2001 | 102.86 करोड़ | 82.76 करोड़ | 80.5% |
2011 | 121.08 करोड़ | 96.62 करोड़ | 79.8% |
जनगणना 2011 के अनुसार देश में कुल जनसंख्या 121.09 करोड़ थी।
हिंदू | 96.63 करोड़ | 79.8 प्रतिशत |
मुस्लिम | 17.22 करोड़ | 14.2 प्रतिशत |
ईसाई | 2.78 करोड़ | 2.3 प्रतिशत |
सिख | 2.08 करोड़ | 1.7 प्रतिशत |
बौद्ध | 0.84 करोड़ | 0.7 प्रतिशत |
जैन | 0.45 करोड़ | 0.4 प्रतिशत |
अन्य धर्म और मत | 0.79 करोड़ | 0.7 प्रतिशत |
देश में हिंदुओं की आबादी घटने पर 13 फरवरी को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा था कि भारत में हिंदू आबादी कम हो रही है क्योंकि वे “कभी लोगों का धर्म परिवर्तन” नहीं कराते। जबकि कुछ अन्य देशों के विपरीत हमारे यहां अल्पसंख्यक फल फूल रहे हैं।
Hindu population is reducing in India because Hindus never convert people. Minorities in India are flourishing unlike some countries around. pic.twitter.com/W4rZnk1saM
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) February 13, 2017