गैस सिलेंडर की कीमतों को लेकर इस समय सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें ये बताया जा रहा है कि गैस सिलेंडर की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार ने आम नागरिकों के साथ धोखा किया है। इसके विरोध में भी एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल है। हमने जिम्मेदारी के साथ दोनों मैसेज की तुलना की है और सही मैसेज आपके सामने रख रहे हैं, ताकि हमारे पाठक सच और झूठ के बीच का फर्क समझ सकें।
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कहां 12 गैस सिलेंडर पर कांग्रेस देश की किस्मत तय कर रही थी
कहां मोदी जी के आते ही
न सिर्फ गैस सिलेंडर की कीमत आधी हो गई
बल्कि देश की करोड़ों माताओं की जिंदगी से धुआं हटा दिया
जरा खुद देखिए
UPA सरकार के समय
2013 में एक सिलेंडर की कीमत 812 रुपये (सब्सिडी के बिना)
जनवरी, 2014 में एक सिलेंडर की कीमत 1134 रुपये (सब्सिडी के बिना)
मोदी सरकार आने के बाद
जुलाई, 2014 में एक सिलेंडर की कीमत 922 रुपये (सब्सिडी के बिना)
आज एक सिलेंडर की कीमत 584 रुपये (सब्सिडी के बिना)
यानी मोदी जी के आने के महज तीन साल बाद 550 रुपये की कमी
यही नहीं पहले सब्सिडी का पैसा बिचौलिए मार लेते थे
आज सब्सिडी का पैसा सीधे आपके एकाउंट में जा रहा है
और तो और
प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर 1 करोड़ 5 लाख 68 हजार 209 लोग एलपीजी सब्सिडी छोड़ चुके हैं।
बचे हुए पैसे से देश की गरीब महिलाओं के जीवन को रौशन किया
एक करोड़ 55 लाख 3 हजार, 235 गरीब महिलाओं को मुफ्त के कनेक्शन दिए
अब जरा आप सोचिए
क्या मोदी जी का गुनाह ये है कि उन्होंने भ्रष्टाचार क्यों नहीं होने दिया
क्या मोदी जी का गुनाह ये है कि उन्होंने बिचौलिए क्यों खत्म कर दिए
क्या 12 सिलेंडर के सवाल पर जूझ रहे देश को छोड़ देना ज्यादा अच्छा था
क्या मोदी जी का गुनाह ये है कि उन्होंने गरीब महिलाओं को मुफ्त में कनेक्शन क्यों दिए
सोचिए
और अफवाह फैलाने वालों पर सतर्क रहिए