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नए वर्ष की पहली तिमाही से ही दिखने लगेगी रोजगार के अवसरों में तेजी

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नए साल में आरंभ से ही नौकरी के अवसरों में स्थिति काफी सुखद होने वाली है। यहां देश में रोजगार संबंधी नए अवसर पैदा करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का परिणाम और तेजी से दिखने लगा है। इन्हीं प्रयासों के चलते वर्ष 2018 की पहली तिमाही में ही उन लोगों की उम्मीदों को नए पंख मिलने वाले हैं, जो बेहतरीन नौकरी की प्रतीक्षा में हैं।

कॉलेज से ही हो जाएगी करियर की शुरुआत

यह बात जॉब मार्केट के विशेषज्ञों द्वारा कही जा रही है कि अगले साल वर्ष 2018 में कई क्षेत्रों में न केवल नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि कॉलेज प्लेसमेंट में भी बड़ी बढ़त देखने को मिलेगी। वर्ष 2017 की तुलना में  इस स्थिति में सुखद बदलाव का कारण कैंपस में प्री-प्लेसमेंट ऑफर्स में होने वाली 25-30 प्रतिशत की वृद्धि भी है, जिसकी पुष्टि ताजा आंकड़े कर रहे हैं। उदाहरण के रूप में ऐमजॉन का उल्लेख किया जा सकता है, जहां नौकरी के उपलब्ध अवसर इस बार 25 प्रतिशत अधिक हैं। इस साल रिक्रूटमेंट के लिए कंपनी की योजना 90 से अधिक जगहों पर जाने की है। आईआईटी बॉम्बे में भी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से मिलने वाले जॉब ऑफर्स की संख्या पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 60 हो गई है। कमोबेश यही स्थिति दूसरी जगहों पर भी है।

विदेशी कंपनियों का बढ़ता रुझान

अमेरिका और ब्रिटेन से इस वर्ष कई अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां रिक्रूटमेंट के लिए पहली बार भारत आ रही हैं। इनके अतिरिक्त यूरोप, जापान, दक्षिण कोरिया आदि से कई कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय के साथ-साथ क्षेत्रीय स्तर पर भी नौकरी के अवसर उपलब्ध करा रही हैं। असंगठित क्षेत्रों को भी संगठित करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी का अत्यंत दूरदर्शी और सकारात्मक प्रभाव साफ देखने में आ रहा है, जिसकी भूमिका सख्त, लेकिन सुधारात्मक अधिक रही।

पारंपरिक नौकरियों के प्रति बदला है नजरिया

स्थिति में सुखद बदलाव इसके चलते भी है कि बड़ी संख्या में लोग ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और नौकरी के पारंपरिक रूपों में भी बदलाव का नजरिया अपना रहे हैं। वर्क फॉर्म होम और डिजिटल मार्केटिंग को भी बड़ी संख्या में प्राथमिकता मिल रही है। ऐसा करने वालों का प्रतिशत सर्वाधिक है। तकनीक आधारित अवसरों में यह प्रतिशत 98 है। सरकारी नौकरी में रुचि रखने वालों के लिए भी आयुर्वेद में असंख्य अवसर उपलब्ध हो रहे हैं, जो कि 56 प्रतिशत है।

वैकल्पिक अवसरों में होगी बढ़त

मैनपावर एंप्लॉयमेंट आउटलुक के ताजा सर्वे में भी यही बात कही गई है कि अगले साल की पहली तिमाही में ही देश में रोजगार संबंधी बड़े अवसर बनने की आशा है। इस सर्वे में विविध क्षेत्रों की 4,905 कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनमें से 24 प्रतिशत कंपनियां इस बात के प्रति आशान्वित हैं कि उनके यहां नौकरी के अवसरों में वृद्धि की काफी संभावना है।

कई क्षेत्रों में बढ़ेंगे अवसर

इस सर्वे के परिणामों से यह बात भी स्पष्ट हो रही है कि 2018 की पहली तिमाही में मुख्य रूप से जिन क्षेत्रों में तेजी की संभावना है, उनमें सबसे मजबूत स्थिति नेट एंप्लायमेंट की है, जो कि 27 प्रतिशत है, जबकि फाइनेंस, इंश्योरेंस, रियल स्टेट, मैन्यूफैक्चरिंग, माइनिंग तथा कंस्ट्रक्शन का आउटलुक का अनुमान क्रमश: 15, 19 और 20 प्रतिशत रहा। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और एजुकेशन सेक्टर की कंपनियों का प्रतिशत 18 प्रतिशत, होलसेल एंड रिटेल और ट्रांसपोर्टेशन तथा यूटीलिटीज ट्रेड का आउटलुक क्रमश: 18 और 19 प्रतिशत से भी अधिक रहा। सात में से पांच सेक्टर्स में हायरिंग प्लान पिछली तिमाही के मुकाबले अधिक मजबूत हुआ है। इस सर्वे से रोजगार के अवसरों में स्थिति में बड़े बदलाव के साफ संकेत हैं। इस स्थिति की सुदृढ़ता का असर आर्थिक बड़त के रूप में भी देखने को मिलेगा।

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