कर्नाटक में कांग्रेस की हार तय मानी जा रही है। ऐसे में सत्ताधारी दल शासन का दुरुपयोग करने पर उतर आई है। हार की आशंका के डर से कांग्रेस पार्टी अब अवैध हथकंडे अपना रही है। इस बार तो कांग्रेस पार्टी ने लोकतंत्र की आत्मा पर ही चोट कर डाला है। दरअसल बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर में फ्लैट से हजारों वोटर आइडी मिलने के बाद इसका खुलासा हो गया है जिसमें कांग्रेस नेताओं का हाथ सामने आ रहा है।
प्रेशर कूकर के बदले कांग्रेस ने लिए वोटर आईडी कार्ड
चुनाव आयोग के मुताबिक छापेमारी में पकड़े गए 9746 वोटर आईडी कार्ड वास्तव में मतदाता हैं। लेकिन ये सारे वोटर आइडी कार्ड एक नेता के घर पर क्यों हैं, इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिला है। लेकिन एक टेलिविजन चैनल की पड़ताल में ये साफ जाहिर हो गया है कि ये कारगुजारी कांग्रेस की है। बीते दिनों प्रेशर कूकर बांटने के दौरान ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मतदाताओं के वोटर आइडी कार्ड कलेक्ट किए थे।
#KarnatakaKurukshetra: Some of the seized voter ID cards reportedly belong to Congress, the workers collected voter IDs while distributing cookers. Congress workers allegedly collected voter IDs to distribute money. pic.twitter.com/KepDgT1LLR
— NEWS9 (@NEWS9TWEETS) 9 May 2018
कांग्रेस ने किया प्रेशर कूकर के बदले वोट का सौदा
इस पूरे प्रकरण में यह बात जाहिर हो चुकी है कि कांग्रेस पार्टी ने प्रेशर कूकर उन्हीं लोगों को दिया है जिन्होंने उन्हें वोट देने का वादा किया है। दरअसल वोटर कार्ड कलेक्ट कर कांग्रेस पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कम से कम उतने वोट जरूर मिल जाएं जिन्हें प्रेशर कूकर दिए गए हैं। जाहिर है कांग्रेस प्रलोभन देकर मतदाताओं के वोट खरीदना चाहती है और अपनी इस करतूत से लोकतंत्र का गला भी दबा रही है।
कांग्रेस कार्यकर्ता है फ्लैट मालकिन मंजुला अंजामारी
इस पूरे प्रकरण में सबसे अहम नाम मंजुला अंजामारी का है। वर्तमान में ये कांग्रेस की नेता हैं, हालांकि छह साल पहले इनका नाता बीजेपी से भी रहा है। दरअसल इस पूरी साजिश के पीछे कांग्रेस उम्मीदवार मुनीरत्ना नायडू का हाथ बताया जा रहा है। बीजेपी ने इस सीट पर चुनाव रद्द कराने की भी मांग की है।
फंस गई कांग्रेस
प्रेशर कूकर के बदले वोट के मामले में कांग्रेस बुरी तरह घिर गई है। दरअसल जिस फ्लैट से वोटर आइडी कार्ड पकड़ाया वह कांग्रेस की कार्यकर्ता मंजुला नंजामुरी के नाम पर है और फिलहाल इसमें राकेश नामक युवक किराए पर रहता है। राकेश कांग्रेस के उम्मीदवार और वर्तमान विधायक मुनिरत्न नायडू का करीबी है। इस इलाके में विधायक की छवि भी दबंग है, जिसपर पुलिस भी हाथ डालने से डरती है। हालांकि विधायक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गई है, लेकिन सबसे चौकाने वाला बयान सूबे के सीएम सिद्धारमैया का है। उन्होंने इस पूरे मामले से ही पल्ला झाड़ लिया है।