आजादी के बाद से ज्यादातर समय सत्ता-सुख भोगने वाली कांग्रेस हर हाल में 2019 का लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है। चुनाव जीतने के लिए वह भाषावाद, क्षेत्रवाद, प्रांतवाद, जातिवाद और संप्रदायवाद जैसे हथियार तो वह आजमाती ही रही है। अब मोदी सरकार को हटाने के लिए वह देश के दुश्मन पाकिस्तान के साथ हाथ मिलाने से भी नहीं हिचक रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता के हटाने के लिए कांग्रेस पाकिस्तान से मदद मांग रही है। इसके लिए कांग्रेस पाकिस्तान में फेसबुक पर देश बचाओ मोदी हटाओ के नारे के साथ विज्ञापन देकर अभियान चला रही है।
बीजेपी आईटी सेल के अमित मालवीय ने उस वीडियो को ट्वीट किया है जिसमें कांग्रेस के फेसबुक पेज पर ‘देश बचाओ, मोदी हटाओ’ नाम का ऐड पाकिस्तान में भी चल रहा है।
Video recording of Congress’s official page where it can be seen that they are running ‘मोदी हटाओ’ campaign in Pakistan. pic.twitter.com/yny5P2VVMN
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 18, 2018
इससे पहले भी कई मौके आए हैं जब कांग्रेस और पाकिस्तान की गुटबंदी देखने को मिलती रही है। देश के लोगों को यह भी स्मरण है कि जब सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान सबूत मांगता है तो कांग्रेस भी मांगती है। जाहिर है कांग्रेस राजनीतिक विरोध की आड़ में राष्ट्र विरोध पर उतर आई है।
आपको याद होगा कि 23 सितंबर, 2018 को पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा था कि राहुल गांधी देश के अगले पीएम होंगे, इसलिए उसकी इज्जत करो… आदेशात्मक लहजे में किया गया उनके ट्वीट से साफ है कि लिए पाकिस्तान राहुल गांधी के लिए खुल कर कैम्पेनिंग कर रहा है। स्पष्ट है कि कांग्रेस और पाकिस्तान का एक मात्र एजेंडा है – ‘मोदी हटाओ’। 23 सितंबर को राफेल मुद्दे पर राहुल गांधी के ट्वीट को जिस तरह पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने रीट्वीट किया, वह पाकिस्तान और कांग्रेस का कनेक्शन साबित करने को काफी है।
Rahul is going to be ur next PM and watch his excellent video I have just posted for all of you. https://t.co/tbbFlmxWTh
— Senator Rehman Malik (@SenRehmanMalik) September 23, 2018
We reject war mongering by ruling elite of India everyone know Indian Govt strategy is to use hate mongering against Pak basically to bail Pm Modi from call for resignation post French jets Rafael deal and divert attention of Indian public from this mega corruption scandal .
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) September 22, 2018
दरअसल जिस तरह पीएम मोदी की लोकप्रियता के आगे कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है, वैसे ही प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से पाकिस्तान पूरी दुनिया में अलग-थलग हो चुका है। वह दाने-दाने को तरस रहा है और दुनिया के देशों से मदद मांग रहा है। ऐसे में पाकिस्तान और कांग्रेस ने पीएम मोदी को हटाने के लिए आपस में ‘जुगलबंदी’ कर ली है।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के पत्रकार मुबाशेर लुकमान ने लिखा भी था, “अगर मोदी 2019 में इंडिया में फिर जीत गया तो फिर हम पाकिस्तानियों के पास कोई काम नहीं बचेगा, और पाकिस्तान कहीं का भी नहीं रहेगा।” लुकमान ने कहा था, “2019 में मोदी को हारने के लिए जो लोग इंडिया में मोदी के खिलाफ खड़े हुए हैं, हमें उनकी सभी किस्म की मदद करनी चाहिए, ताकि हम सब मिलकर मोदी को 2019 में हरा सके।”
पाकिस्तानी पत्रकार तारिक पीरजादा ने भी कुछ दिनों पहले कहा था, “मोदी को रोकने के लिए इंडिया में हमें राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे लोगों की मदद करनी होगी और हिंदुओं को जातियों में तोड़ देना होगा।“
पाक परस्त कांग्रेस की देश विरोधी साजिश
जून, 2018
गुलाम नबी आजाद ने सेना को नरसंहार करने वाला बताया, लश्कर ए तैयबा ने समर्थन किया।
अप्रैल, 2018
देश बंटवारे के दोषी जिन्ना की तस्वीर AMU में लगाए जाने का कांग्रेस ने खुलेआम समर्थन किया।
दिसंबर, 2017
कांग्रेसी नेताओं ने पाकिस्तानी अधिकारियों से मिलकर गुजरात चुनाव में मुसलमानों का समर्थन मांगा।
अक्टूबर, 2017
पी चिदंबरम ने कश्मीर की आजादी का समर्थन किया, और अधिक स्वायत्तता मांगी।
वर्ष 2016
दिग्विजय सिंह ने कश्मीर को ‘भारत के कब्जे वाला कश्मीर’ कह दिया।
नवंबर, 2015
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि इनको (मोदी सरकार) हटाइए, हमें ले आइए और कोई रास्ता नहीं है।
नवंबर, 2015
सलमान खुर्शीद ने भारत को पाकिस्तान से बातचीत बंद करने का दोषी कहा।
वर्ष 2014
दिग्विजय सिंह ने पाक आतंवादी हाफिज सईद को ‘जी’ और ‘साहब’ से संबोधित किया।
जुलाई, 2009
मनमोहन सिंह ने भारत पर पाकिस्तान के आरोपों को स्वीकार कर लिया था।
वर्ष 2006
मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत की तरह पाकिस्तान भी ‘आतंकवाद से पीड़ित’ है।