आलोक वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर बनाने जाने का विरोध कर रही कांग्रेस को अब उनकी बर्खास्तगी पर ऐतराज है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने उनके चयन के वक्त असहमति जताई थी और अब जब आलोक वर्मा को सीवीसी जांच के बाद बर्खास्त करने का फैसला हुआ तो उस पर भी उन्होंने डिसेंट नोट दिया। दरअसल ये कांग्रेस की रणनीति है। प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने के लिए कांग्रेस कहती कुछ है और करती कुछ और ही है।
आलोक वर्मा
पहले | आलोक वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर बनाने के लिए हाई पावर्ड कमेटी की मीटिंग हुई तो नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने असहमति का पत्र दिया। |
बाद में | जब सीवीसी की जांच के बाद आलोक वर्माा को सीबीआई डायरेक्टर पद से हटाने का फैसला हुआ। हाई पावर्ड कमेटी की बैठक में चीफ जस्टिस के प्रतिनिधि और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें हटाने का फैसला किया तो मल्लिकार्जुन खडगे ने फिर जताया विरोध। |
Indeed, Mr. Mallikarjun Kharge is a man of amazing consistency.
When Shri Alok Verma was appointed CBI chief by the selection committee, he dissented.
Now, when Shri Alok Verma has been removed by the same Selection Committee, he has dissented.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 10, 2019
उर्जित पटेल
Dr. Urjit Patel is a thorough professional with impeccable integrity. He has been in the Reserve Bank of India for about 6 years as Deputy Governor and Governor. He leaves behind a great legacy. We will miss him immensely.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2018
पहले | कांग्रेस नेताओं ने उर्जित पटेल को आरबीआई गवर्नर पद से हटाने की मांग की |
बाद में | जब व्यक्तिगत कारणों से पटेल ने इस्तीफा दिया तो कांग्रेस ने इसे पीएम मोदी का दबाव बताया |
Another one bites the dust.
This is the result of our ‘chowkidar’s’ assault on democratic institutions – RBI Governor, Urjit Patel steps down. https://t.co/SFEih1WYZ9
— Congress (@INCIndia) December 10, 2018
सवर्ण आरक्षण बिल
पहले | लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने किया समर्थन |
बाद में | राज्यसभा में बिल को सिलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग के बहाने लटकाने की कोशिश |
Entire opposition is against #ReservationBill …. please remember this while voting for NOTA or Congress pic.twitter.com/HQUDZBqjiP
— Vikash Kumar Roy/विकास राय (@vikashroy) January 9, 2019
3 तलाक बिल
पहले | मुस्लिम महिलाओं के हित वाले बिल पर लोकसभा में विरोध में वोटिंग नहीं की |
बाद में | राज्यसभा में अपनी संख्या बल का फायदा उठाकर बिल पास नहीं होने दिया |
किसान कर्ज
पहले | राहुल गांधी ने की मोदी सरकार से किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ करने की मांग |
बाद में | विधानसभा चुनाव मेे कांग्रेस शासित राज्यों में कई शर्तों के बाद कर्ज माफी की |
जीएसटी
पहले | राहुल गांधी ने गब्बर सिंह टैक्स बताया और जीएसटी टैक्स स्लैब को कम रखने की मांग की |
बाद में | कांग्रेस शासित राज्यों के मंत्रियों और अफसरों ने जीएसटी काउंसिल में स्लैब घटाने के प्रस्ताव का हर बार किया विरोध |
राम मंदिर निर्माण
पहले | मोदी सरकार पर देरी करने का आरोप |
बाद में | सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस से जुड़े वकील लगातार फैसला टालने की मांग करते हैं |
गोहत्या
पहले | एमपी जैसे राज्यों में कांग्रेस घोषणापत्र में गोशाला बनाने का वादा किया |
बाद में | मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ केरल में कांग्रेस नेताओं ने बीच सड़क पर सरेआम काटी गाय, अलवर में गोकशी के आरोपी को कांग्रेस विधायक ज़ाहिदा खान ने बताया बेगुनाह |
सबरीमला
पहले | महिलाओं को प्रवेश देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत |
बाद में | केरल कांग्रेस कर रही है फैसले के विरोध में प्रदर्शन, संसद में शशि थरूर ने भी किया विरोध |
ईवीएम
पहले | चुनाव आयोग पर नतीजे प्रभावित करने का आरोप, बीजेपी पर ईवीएम में छेड़छाड़ से चुनाव जीतने का लगाया आरोप |
बाद में | कई राज्यों में हुए उपचुनाव और एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद राहुल समेत सभी कांग्रेस नेताओं ने साधी चुप्पी |