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पीएम मोदी का दिवाली गिफ्ट :  केंद्र सरकार ने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिवाली गिफ्ट दिया है। देश भर की आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से नरेन्द्र मोदी ऐप के माध्यम से संवाद करते हुए उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं के लिए केंद्रीय प्रोत्साहन राशि दोगुनी करने की घोषणा की। इसी के साथ आशा हेल्पर को चार लाख का मुफ्त बीमा कवर देने की सुविधा का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति और जीवन सुरक्षा योजना की प्रीमियम राशि केंद्र सरकार भरेगी।  

पीएम मोदी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केंद्र की ओर से मिलने वाली मानदेय राशि बढ़ाने की भी घोषणा की। अब उन्हें 3000 की जगह 4500 रुपये, 2250 की जगह 3500 रुपये मिलेंगे। इसके अलावा आंगन बाड़ी सहायिकाओं को 1500 की जगह 2250 रुपये मिला करेंगे। आपको बता दें कि ये राशि अक्टूबर महीने के मानदेय के साथ जुड़कर मिलेगी।  

इस मौके पर कहा कि कमजोर नींव पर मजबूत इमारत का निर्माण नहीं हो सकता। इसी प्रकार यदि देश का बचपन कमजोर रहेगा तो उसके विकास की गति धीमी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कि देश को इस हालात से बाहर निकालने के लिए 2014  के बाद हमने नई रणनीति के तहत काम करना शुरू किया है। इसके तहत टीकाकरण अभियान को दूर-दराज के इलाकों में बढ़ाने का काम किया है। पीएम मोदी ने जानकारी दी कि 3 करोड़ से अधिक बच्चों और 85 लाख से ज्यादा महिलाओं का टीकाकरण कराया गया है।

पीएम मोदी एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की एक बच्चे को ‘जिंदा’ करने की कहानी सुन हैरान रह गए और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की जमकर तारीफ की और उन्हें भारत की सच्ची बेटी बताया।

झारखंड के सरायकेला के उर्माल की रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मनीता देवी ने कहा कि उसने प्रसव के दौरान आपातकालीन सेवा प्रदान कर मां और बच्चे की जान बचाई।

मनीता ने कहा कि उन्हें 27 अगस्त 2018 को उस महिला की प्रसव पीड़ा के बारे में सुना था। जब तक वह उसके घर पहुंची तब तक उसका प्रसव हो चुका था। प्रसव के बाद बच्चा रो नहीं रहा था तो घर वालों को लगा कि वह मर गया है।

घर वाले मांगने पर भी बच्चे को दे नहीं रहे थे जब उन्होंने जिद की तो उन्हें बच्चा दिया गया। वो बच्चा जीवित था और उसकी धड़कनें चल रही थीं। इसके बाद मनीता ने एक पाइप की सहायता से बच्चे के नाक और मुंह से पानी निकाला, जिसके बाद वह रोने लगा।

मनीता की बात सुनकर पीएण ने ताली बजाई और कहा एक नवजात शिशु को परिवार वालों ने मृत मान लिया था। नवजात केयर प्रशिक्षण का उपयोग कर मनीता देवी ने उपचार प्रारंभ किया, एंबुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र ले गईं।

पोषण पर ध्यान दे रही है केंद्र सरकार

पीएम मोदी ने कहा सरकार पोषण और स्वास्थ्य की गुणवत्ता जैसे मुद्दों पर ध्यान देगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन होता है। मेले के दौरान कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण, ग्राम स्तर पर सामुदायिक बैठकों का आयोजन और कुपोषित बच्चों के घर भ्रमण करते हुए परामर्श का काम।

शिशु के लिए जीवन के पहले एक हजार दिन आवश्यक

पीएम ने कहा कि किसी भी शिशु के लिए जीवन के पहले एक हजार दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान मिला पौष्टिक आहार, खान-पान की आदतें ये तय करती हैं कि उसका शरीर कैसा बनेगा, पढ़ने-लिखने में वो कैसा होगा, मानसिक रूप से कितना मजबूत होगा। यदि देश का नागरिक सही से पोषित होगा, विकसित होगा तो देश के विकास को कोई नहीं रोक सकता है। लिहाजा शुरुआती हजार दिनों में देश के भविष्य की सुरक्षा का एक मजबूत तंत्र विकसित करने का प्रयास हो रहा है

सुरक्षित मातृत्व अभियान की जानकारी पहुंचाना जरूरी

पीएम मोदी ने कहा बच्चे की ही नहीं बल्कि प्रसूता माता के स्वास्थ्य की भी आप सभी चिंता कर रहे हैं। सुरक्षित मातृत्व अभियान जो सरकार ने चलाया है उसकी अधिक से अधिक जानकारी आपको लोगों तक पहुंचानी है। पहले जन्म के 42 दिन तक आशा वर्कर को 6 बार बच्चे के घर जाना होता था। अब 15 महीने तक 11 बार आपको बच्चे का हालचाल जानना जरूरी है। मुझे विश्वास है कि आपके स्नेह और अपनेपन से एक से एक बेहतरीन नागरिक देश को मिलेंगे।

होम बेस्ड न्यूबोर्न केयर से हो रही बच्चों की देखभाल

पीएम ने कार्यकर्ताओं के काम की सराहना करते हुए कहा कि आपको ये भी जानकारी है कि होम बेस्ड न्यूबोर्न केयर के माध्यम से आप हर वर्ष देश के लगभग सवा करोड़ बच्चों की देखभाल कर रहे हैं। आपकी मेहनत से ये कार्यक्रम सफल हो रहा है, जिसके कारण इसको और विस्तार दिया गया है। अब इसको होम बेस्ड चाइल्ड केयर का नाम दिया गया है।

एनीमिया मुक्त भारत अभियान का संकल्प

एनीमिया हर वर्ष सिर्फ एक प्रतिशत की दर से घट रही है। राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत इस गति को तीन गुना किया जाए। ‘एनीमिया मुक्त भारत’ के इस संकल्प को आप सभी पूरी ताकत से पूरा करने वाले हैं। एनीमिया से मुक्ति का मतलब लाखों गर्भवती महिलाओं और बच्चों को जीवन दान।

लोगों को डबल फोर्टिफाइड नमक के लिए करना है जागरुक

पीएम ने सभी कार्यकर्ताओं को आयोडीन और आयरन युक्त डबल फोर्टिफाइड नमक के इस्तेमाल के लिए लोगों को और जागरूक करने को कहा ताकि एनीमिया जैसी बीमारियों को दूर किया जा सके। देश में काफी संख्या में लोग एनीमिया के शिकार हैं। ये बीमारी आयोडीन और आयरन जैसे तत्वों की कमी से होती है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में आयोडीन युक्त नमक का उपयोग बढ़ा है।

मातृत्व वंदना योजना से जच्चा-बच्चा को भरपूर फायदा

कर्नाटक की मलम्मा ने पीएम को बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से मां और बच्चों को भरपूर फायदा हो रहा है। इस योजना से मां और बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद मिल रही है। पीएम ने कहा मैं देश के उन हजारों-लाखों डॉक्टरों का भी आभार व्यक्त करना चाहूंगा, जो बिना कोई फीस लिए, गर्भवती महिलाओं की जांच कर रहे हैं।

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