Home बिहार विशेष सीबीआई से क्यों भागे-भागे फिर रहे हैं लालू-तेजस्वी?

सीबीआई से क्यों भागे-भागे फिर रहे हैं लालू-तेजस्वी?

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क्या एक बार फिर जेल जाएंगे लालू यादव? क्या इस बार तेजस्वी यादव भी उनके साथ होंगे? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि पिता-पुत्र दोनों ही सीबीआई की नोटिस की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि सीबीआई के नोटिस की अधिक अनदेखी करना इन्हें महंगा पड़ सकता है।

जारी हो सकता है गिरफ्तारी वारंट
रेलवे टेंडर घोटाले में आरोपी लालू यादव और तेजस्वी यादव को सीबीआई अब तक तीन बार नोटिस भेज चुकी है। लेकिन पिता-पुत्र ने दोनों ही बार बहाने बनाकर सीबीआई से अतिरिक्त समय मांग लिया। अब तीसरी बार सीबीआई ने 3 और 4 अक्टूबर को दोनों को पेश होने के लिए कहा था। लेकिन इस बार भी उन्होंने असमर्थता जताई है। अब नई तारीख 5 और 6 अक्टूबर को दी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर इस तारीख को भी पेश नहीं हुए तो इन दोनों के विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है।

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जिम्मेदार पदों पर रहे, लेकिन जिम्मेदारी का अहसास नहीं
दरअसल हर नागरिक का यह कर्तव्य बनता है कि वे जांच एजेंसियों के साथ पूरी तरह से सहयोग करे। लेकिन, जो शख्स खुद शक के दायरे में होता है और उसे जब बुलाया जाता है तो उसके लिए जांच एजेंसियों के सामने हाजिर होना और भी आवश्यक हो जाता है। लालू यादव बिहार के सीएम रह चुके हैं, केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। उनके पुत्र तेजस्वी यादव भी बिहार के डिप्टी सीएम रह चुके हैं। लेकिन लगता है कि उन्हें न तो पद की गरिमा का ख्याल है और न ही नागरिक कर्तव्यों का।Image result for लालू तेजस्वी

नोटिस पर तीन बार मांग चुके हैं मोहलत
सीबीआई ने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को रेलवे टेंडर स्कैम में पहली बार 11 और 12 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया था। तब पटना में 27 अगस्त को राजद की रैली कहकर मोहलत मांगी थी। दूसरी नोटिस के जरिये 25 और 26 सितंबर को दोनों को पेश होने को कहा था। फिर दोनों ने पूछताछ में शामिल न होकर अपने वकील के मार्फत एजेंसी को सूचित किया कि वे अपनी व्यस्तता के कारण 25 और 26 सितंबर को भी उपस्थित होने में असमर्थ हैं। फिर 3 और 4 अक्टूबर को पेश होने को कहा गया लेकिन इस तारीख को भी असमर्थता जता दी। Image result for लालू तेजस्वी

सबूतों को नष्ट करने का लग सकता है आरोप
सीबीआई ने रेलवे टेंडर घोटाला मामले में अभियुक्त बनाए गए राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता, रांची और पुरी के होटलों को लीज पर लेने वाले विनय कोचर और विजय कोचर के साथ आइआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल से पहले ही पूछताछ की है। अब बारी लालू और तेजस्वी की है। लेकिन ऐसा लगता है कि वे पूछताछ से बचना चाह रहे हैं। ऐसे में आइआरसीटीसी के होटलों को लीज पर दिए जाने में हुए भ्रष्टाचार की जांच में सहयोग न करने तथा सुबूतों को नष्ट करने की शिकायत सीबीआई दर्ज करा सकती है।Image result for लालू तेजस्वी

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