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बिल गेट्स ने की प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ

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माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि स्वच्छता का कोई सरल समाधान नहीं है और भारत ने इस दिशा में एक उदाहरण पेश किया है। बिल गेट्स ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में भारत ने वास्तव में सफाई की जरूरत के बारे में बात की है। स्वच्छता की दिशा में किए गए कार्यों के लिए बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन प्रधानमंत्री मोदी को प्रतिष्ठित ‘ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड’ से सम्मानित करेगा। फाउंडेशन के अनुसार इस पुरस्कार का उद्देश्य ऐसे राजनीतिक नेता को विशेष सम्मान प्रदान करना है, जिन्होंने अपने देश में या विश्व स्तर पर प्रभावशाली कार्यों के माध्यम से ग्लोबल गोल्स के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। गेट्स फाउंडेशन 25 और 26 सितंबर को न्यूयॉर्क में आयोजित होने वाले गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स अवार्ड्स में प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित करेगा।

यूनिसेफ ने की प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ
यूनिसेफ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ की है। मोदी सरकार की स्‍वास्‍थ्‍य और स्‍वच्‍छता से जुड़ी योजनाओं की तारीफ करते हुए यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा फोर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्‍वच्‍छ भारत अभियान महात्‍मा गांधी को समर्पित किया, देशवासियों का समर्पित किया और उन्‍हें इसमें गर्व महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि लोगों को जब यह लगने लगता है कि उनका समुदाय बेहतर कर रहा है तो वह उन दूसरी चीजों पर ध्यान देने लगते हैं जिनमें सुधार की जरूरत है। फोर ने कहा कि अगर आप स्वच्छता उपायों में एक डॉलर का निवेश करते हैं तो स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च के लिहाज से चार डॉलर की बचत होगी। आपका डॉक्टर के पास जाना कम हो जाएगा और दवाओं पर खर्च बचेगा।

डब्ल्यूएचओ ने की स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ
डब्ल्यूएचओ ने भी प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ की है। ‘स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)’ के स्वास्थ्य लाभों पर अपने अध्ययन में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इस कार्यक्रम से तीन लाख से अधिक लोगों की जिंदगियां बच सकती हैं। डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ रिचर्ड जॉनस्टन ने कहा कि अनुमान है कि ‘स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)’ से 2014 और अक्तूबर, 2019 के बीच तीन लाख से अधिक लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया जाएगा। रिचर्ड ने कहा कि 2014 में स्वच्छ भारत मिशन शुरू होने से पहले स्वच्छता नहीं होने से हर साल डायरिया के 19.9 करोड़ मामले सामने आते थे। ये धीरे-धीरे घट रहे हैं और अक्तूबर, 2019 तक सुरक्षित स्वच्छता सुविधाओं का यूनिवर्सल इस्तेमाल पूरा हो जाने से इसका पूरी तरह सफाया हो जाएगा। अध्ययन में पेयजल आपूर्ति, स्वच्छता सेवाओं, व्यक्तिगत स्वच्छता में सुधार का सबूत मिला जिसका सकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव रहा।
जन आंदोलन बना यह अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुरू करते हुए खुद हाथों में झाड़ू थामी थी तो पूरे देश ने हाथ में झाड़ू थाम लिया था। आज यह अभियान एक जन आंदोलन बन चुका है। देश में शौचालय का इस्तेमाल न करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है।

100 प्रतिशत भारतीयों के घरों में शौचालय
प्रधानमंत्री मोदी ने जब स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था, तब देश का एक भी राज्य खुले में शौच की समस्या से मुक्त नहीं था। अब 100 प्रतिशत भारतीयों के घरों में शौचालय की सुविधा है, यानी 35 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में व्यक्तिगत घरेलू शौचालय (IHHL) 100 प्रतिशत कवर हैं। एनडीए सरकार ने 2014 से देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए 10 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया है। आज 99.99 प्रतिशत भारतीयों के पास शौचालय की सुविधा है, जोकि 2014 से पहले केवल 39 प्रतिशत थी। लगभग 5.99 लाख गांवों, 699 जिलों, 35 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है।

पीएम मोदी ने रखी शौचालय की नींव
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सामने उस समय मिसाल पेश की, जब उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के शहंशाहपुर गांव में अपने हाथों से पहली बार शौचालय की नींव रखी। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं जिस गांव में गया, वहां शौचालय में लिखा हुआ था- इज्जत घर। ये हमारी महिलाओं की इज्जत के लिए ही है। जो महिलाओं की इज्जत चाहेगा, वो शौचालय जरूर बनाएगा।

जब पीएम मोदी ने स्वयं उठाया झाड़ू
महात्मा गांधी के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 2 अक्टूबर, 2014 को दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के पास स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। फिर वो वाल्मिकी बस्ती पहुंचे और वहां भी साफ-सफाई की और कूड़ा उठाया। उन्होंने इस अभियान को जन आंदोलन बनाते हुए देश के लोगों को मंत्र दिया था, ‘ना गंदगी करेंगे, ना करने देंगे’।

पीएम ने स्वयं कुदाल उठाकर की सफाई
प्रधानमंत्री इस कार्य को और आगे बढ़ाते रहे, वो अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी पहुंचे और वहां भी खुद आगे बढ़कर सफाई अभियान को गति देने का काम किया। पीएम मोदी ने काशी के अस्सी घाट पर गंगा के किनारे कुदाल से साफ-सफाई की। इस मौके पर भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने स्वच्छ भारत अभियान में उनका साथ दिया।

हर वर्ग का मिल रहा है साथ
देश में एक से बढ़कर एक लोग इस अभियान से जुड़ते चले गए और स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय आंदोलन बनता चला गया। सरकारी अधिकारियों से लेकर, सीमा की रक्षा में जुटे वीर जवानों तक, बॉलीवुड कलाकारों से लेकर नामचीन खिलाड़ियों तक, बड़े-बड़े उद्योगपतियों से लेकर आध्यात्मिक गुरुओं तक, सभी इस पवित्र कार्य से जुड़ते चले गए।
‘मन की बात’ में सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने भी ‘मन की बात’ में लगातार देश के विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों के उन प्रयासों की सराहना की है, जिसने स्वच्छ भारत अभियान को व्यापक रूप से सफल बनाने में मदद की है।

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