Home नरेंद्र मोदी विशेष आपके चौकीदार ने उड़ा रखी है चोरों की नींद- प्रधानमंत्री मोदी

आपके चौकीदार ने उड़ा रखी है चोरों की नींद- प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर में आयोजित रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि, ‘आपका ये चौकीदार, बहुत ईमानदारी से दिन-रात एक कर रहा है। आप अपना विश्वास और आशीर्वाद इसी तरह बनाए रखिए। क्योंकि चौकीदार की वजह से कुछ चोरों की रातों की नींद उड़ी हुई है। मुझ पर आपका विश्वास और आशीर्वाद ही एक दिन इन चोरों को सही जगह तक लेकर जाएगा।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर में एक मेडिकल कालेज की आधारशिला रखी और महाराजा सुहेलदेव पर एक डाक टिकट भी जारी किया। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नई कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘वोट बटोरने के लिए लुभावने उपायों का हश्र क्या होता है वो मध्य प्रदेश और राजस्थान में दिख रहा है। सरकार बदलते ही वहां खाद और यूरिया के लिए लाठियां चलने लगी।’

‘कर्नाटक में लाखों किसानों का कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन सिर्फ 800 किसानों का कर्ज माफ हुआ। ये कैसा खेल है, कैसा धोखा है?’ मोदी ने कहा, ‘6 लाख करोड़ रुपए का किसानों का कर्ज माफी का वादा किया था और दिया कितना सिर्फ 60 हजार करोड़। इतना ही नहीं जब कैग का रिपोर्ट आई, उसमें से 35 लाख रुपए उन लोगों को मिला जो न किसान थे, न कर्ज था और न कर्ज माफी के हकदार थे।’

मोदी ने लाखों किसानों की कर्जमाफी के कांग्रेस के वादे पर हमला करते हुए कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने कर्जमाफी की बात कहकर वोट चुराए और पिछले दरवाजे से सरकार बनाने के बाद उसने महज 800 किसानों को फायदा दिया। ये कैसा खेल, ये कैसा धोखा। किसानों के फाइल पर कांग्रेस बैठी हुई थी। कांग्रेस ने किसानों को बर्बाद किया और उन्हें कर्जदार बनाया। उसने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू नहीं किया। हमारी सरकार ने इसे लागू किया।

प्रधानमत्री मोदी ने कहा कि गाजीपुर का नया मेडिकल कॉलेज हो, गोरखपुर का AIIMS हो, वाराणसी में बन रहे अनेक आधुनिक अस्पताल हों, पुराने अस्पतालों का विस्तार हों, पूर्वांचल में हजारों करोड़ की स्वास्थ्य सुविधाएं तैयार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आज गरीब से गरीब की भी सुनवाई होने का मार्ग खुला है। समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को गरिमापूर्ण जीवन देने का ये अभियान अभी शुरुआती दौर में है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूर्वांचल और पूरे उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाला एक और पुण्य कार्य हुआ है। महाराज सुहेलदेव जी के योगदान को नमन करते हुए उनकी स्मृति में पोस्टल स्टैंप जारी किया गया है। ये डाक टिकट लाखों की संख्या में देशभर के पोस्ट ऑफिस के माध्यम से देश के घर-घर में पहुंचेगा। उन्होंने आगे कहा कि देश के ऐसे हर वीर-वीरांगनाओं को, जिन्हें पहले की सरकारों ने पूरा मान नहीं दिया, उनको नमन करने का काम हमारी सरकार कर रही है।

उन्होंने ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में मेरे आज के प्रवास के दौरान, पूर्वांचल को देश का एक बड़ा मेडिकल हब बनाने, कृषि से जुड़े शोध का महत्वपूर्ण सेंटर बनाने और यूपी के लघु उद्योगों को मजबूत करने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।’

आरटीआई मैदान पर जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग कहते हैं कि जब महाराज सुहेलदेव का राज था तो घरों में ताला लगाने की जरुरत नहीं पड़ती थी। उन्होंने अपने शासनकाल में कई लोककल्याणकारी कार्य किए। वह लोगों के बेहद चहेते थे। वह सबको साथ लेकर चलते थे। वह सबके थे। मोदी ने राज्य में महाराज सुहेलदेव का एक भव्य स्मारक बनाए जाने का ऐलान किया।

इसके बाद प्रधानमंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। मोदी की वाराणसी यात्रा इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि यहां 21 जनवरी से प्रवासी भारतीय दिवस होना है, जिसकी तैयारियां अपने अंतिम चरण में है।

वाराणसी में प्रधानमंत्री ने ‘राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र’ के परिसर में ‘अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान’ और ‘दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र’ को राष्ट्र को समर्पित किया।। यह चावल अनुसंधान संस्थान साउथ एशिया और सार्क देशों में चावल के अनुसंधान और प्रशिक्षण का अहम केंद्र बनेगा। मोदी पिछले साल नवंबर में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के फिलीपींस स्थित मुख्यालय गए थे।

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी दीनदयाल हस्तकला संकुल में ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लिया। दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने बुनकरों और हस्तशिल्पियों से मुलाकात की। इससे पहले वह 12 नवंबर को वाराणसी आए थे। तब उन्होंने कई परियोजनाओं की शुरुआत करने के बाद जनसभा को संबोधित भी किया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में कहा कि, ‘हर ज़िले में कुछ अलग है, जिसने यहां लोगों को रोज़गार से जोड़ा है। इसको विस्तार देने के लिए एक जनपद, एक उत्पाद लाभकारी सिद्ध होने वाली है। पूर्वांचल तो हस्तशिल्प का हब है। कलाकारी चाहे कपड़े और कालीन में हो या फिर मिट्टी या धातू के बर्तनों में, कण-कण में कला बसी हुई है।’

उन्होंने कहा, ‘आज जन्म प्रमाण पत्र से लेकर जीवन प्रमाण पत्र तक सरकार की सैकड़ों सेवाओं का बड़ी तेज़ गति से विस्तार हो रहा है। पेंशन जैसी व्यवस्थाओं को भी आसान किया जा रहा है। घर पर जाकर ही दिव्यांगों, वृद्ध जनों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करने का काम चल रहा है। आपने अखबारों में पढ़ा होगा कि देश में 50 करोड़ से अधिक इंटरनेट कनेक्शन काम कर रहे हैं, शहरों में तो ये बढ़ोतरी हुई ही है, गांवों में भी तेज़ी से इंटरनेट का दायरा बढ़ा है, डिजिटल इंडिया से सुविधा तो बढ़ ही रही है, साथ ही ये भ्रष्टाचार को कम करने पारदर्शिता का साधन बन रहा है।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘पूर्वी भारत में आधुनिक सुविधाएं के लिए बेहतर माहौल बनाने का काम चल रहा है। प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत गैस पाइपलाइन बिछाई जा रही है। इससे घरों की रसोई से लेकर खाद कारखानों तक के लिए गैस मिलनी शुरु हो चुकी है। वाराणसी में रसोई गैस की योजना से हजारों घर जुड़ चुके हैं। काशी में परिवर्तन अब दिखने लगा है, दिव्य काशी का स्वरूप अब और भव्य होता जा रहा है। आज भी बनारस के विकास से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। ये सारे कार्य काशी की सुंदरता को और निखारने वाले हैं।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘गंगा की पवित्रता और अविरलता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। मुझे खुशी है कि हमारे प्रयासों के परिणाम भी दिखने लगे हैं। आप सभी ने मीडिया में आई उन रिपोर्टों को देखा होगा कि कैसे मछलियां, मगरमच्छ समेत अनेक जीव-जंतु जीवनदायनी मां गंगा में फिर से लौटने लगे हैं। हाल में देश के अनेक वैज्ञानिकों की टीम ने गंगाजल के परीक्षण के बाद एक रिपोर्ट भी दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक मां गंगा में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। नमामि गंगे का अभियान जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे निर्मल और अविरल गंगा का लक्ष्य नज़दीक दिख रहा है। जब पूरी पारदर्शिता के साथ, प्रमाणिकता के साथ, जनभागीदारी से सरकार काम करती है, तब सार्थक परिणाम मिलते हैं। वरना आप तो साक्षी रहे हैं कि कभी गंगा एक्शन प्लान से लेकर गंगा बेसिन अथॉरिटी तक ना जाने कैसी-कैसी योजनाएं बनाई गईं। मां गंगा के नाम पर हज़ारों करोड़ रुपए बहा दिए गए। मां गंगा की निर्मलता के लिए धन की शक्ति ही काफी नहीं है, साफ नीयत भी चाहिए। हम पूरी ईमानदारी के साथ, साफ नीयत के साथ गंगा जी को स्वच्छ करने के अभियान में जुटे हुए हैं।’

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