गंगा मैया का आशीर्वाद लगता है सीएम अखिलेश यादव को नहीं मिल रहा है। उनकी झूठ की पोल वाराणसी में खुद गंगा मैया ने खोल कर रख दी। गंगा मैया की सौगंध खाकर बनारस में 24 घंटे बिजली का दावा करने वाले अखिलेश को अब मुंह छिपाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। सीएम अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी गंगा की सौगंध खाकर बनारस में बिजली नहीं होने की बात कहने की चुनौती दे डाली थी। लेकिन, बनारस में आज उनके दावों की पोल खुल गयी।
हुआ यूं कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल वाराणसी में संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे। इसी दौरान बिजली गुल हो गयी। बिजली गुल होते ही ट्विटर के जरिए पीयूष गोयल ने इस वाकये को जगजाहिर कर दिया। अब लोग सीएम को खोज रहे हैं, उनकी सौगंध याद दिला रहे हैं। वहीं, बीजेपी नेता और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री भी उत्तर प्रदेश के सीएम से पूछ रहे हैं- बनारस में हूं। बताइए जरा, कहां है बिजली?
सौगंध गंगा मैया की, आज काशी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बिजली गुल देख कर सपा के खोखले दावों की पोल खुल गई |https://t.co/HRN1qtDBcT pic.twitter.com/AEgtyBiOcB
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 28, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है वारणसी। जब विधानसभा चुनाव के दौरान रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के लोगों को बिजली नहीं मिलती और नंगे तारों से अखिलेश-राहुल इसलिए नहीं डरते कि उनमें करंट नहीं प्रवाहित होता। तब जवाब में अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री को गंगा की सौगंध खाकर ये बताने को कहा था कि बनारस में बिजली मिलती है कि नहीं।
प्रधानमंत्री को जवाब देने की जरूरत नहीं पड़ी। खुद वक्त ने जवाब दे दिया। गंगा मैया की सौगंध खाने की जरूरत नहीं पड़ी, गंगा मैया ने वक्त ही ऐसा ला दिया कि सबको जवाब मिल गया।
नेता बोलकर वैसे ही गायब हो जाते हैं जैसे बिजली। जिस तरह बत्ती गुल होने पर हम बिजली को कोसते हैं, वैसे ही नेताओं के गायब होने पर राजनीति को। अखिलेश यादव भी चुनाव के मौसम में एक शहर से दूसरे शहर घूम रहे हैं। हर शहर में बता रहे हैं कि दूसरे शहर मे 24 घंटे बिजली है और जहां वे खड़े हैं वहां भी हालत सुधर रहे हैं। पर, गंगा मैया का आशीर्वाद उन्हें नहीं मिला, उनके झूठ को नहीं मिला।