Home केजरीवाल विशेष भ्रष्ट, अपराधी और अय्याश साथियों के सरगना हैं केजरीवाल

भ्रष्ट, अपराधी और अय्याश साथियों के सरगना हैं केजरीवाल

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दिल्ली के विवादास्पद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त और एक संवेदनशील सरकार देने का वादा किया था। लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद मंत्री और विधायक भ्रष्टाचार, रेप, मारपीट, रंगदारी जैसे अपराध के दलदल में फंसते चले गए। कई तो इस दलदल में पहले से ही फंसे हुए थे। अबतक आप के 21 विधायक जेल की हवा खा चुके हैं। पिछले दो साल में आप के ऐसे नेताओं की सूची लंबी होती गई, जिनके दामन पर लगे दाग दूर से ही नजर आ जाते हैं-

अरविन्द केजरीवाल
आरोपों की राजनीति करने वाले केजरीवाल बिना सबूतों के आरोप लगाते हैं। अपनी राजनीति चमकाने के लिए उनके पास यह एक सरल फार्मूला है। बीजेपी नेता नितिन गडकरी मानहानि मामले में उन्हें माफी मांगनी पड़ी। जी न्यूज के मालिक सुभाष चंन्द्रा ने भी नवंबर 2016 में इनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला पटियाला हाउस की अदालत में दर्ज कराया है। केजरीवाल ने केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली पर डीडीसीए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जिसके बाद इनके खिलाफ आपराधिक और दीवानी मानहानि के केस अदालत में चल रहे हैं।

केजरीवाल सिर्फ आरोप लगाने की ही राजनीति नहीं करते, बल्कि सरकार के धन का उपयोग अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए भी करते हैं। 21 विधायकों को संसदीय सचिव बनाना, अपने 27 पत्रकारों को दिल्ली के कालेजों की संचालन समीति में  नियुक्त करना, स्वीकृत पद से अधिक चपरासी, ड्राइवर, सचिव आदि स्टाफ रखना, अपने रिश्तेदार डॉ निकुंज अग्रवाल को स्वास्थ्य विभाग में ओएसडी बनाना, अपने एक अन्य रिश्तेदार सुरेन्द्र कुमार बंसल को पीडब्लूडी विभाग में ठेका देना और उनका फर्जी कंपनी बनाकर विभाग को चूना लगाया।

यही नहीं, पिछले दो साल में देश के सभी समाचार पत्रों में आप पार्टी के प्रचार के लिए करोड़ों रुपये सरकारी कोष से निकाल कर खर्च किये, इस पर सीएजी ने भी अपनी विस्तृत रिपोर्ट जनवरी 2017 में  थी। इसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मार्च 2017 में आप से 97 करोड़ रुपये एक महीने के अंदर वसूलने के आदेश दे दिए हैं।

मनीष सिसोदिया
सीएम केजरीवाल के पुराने पत्रकार साथी मनीष सिसोदिया दिल्ली के उपमुख्यमंत्री हैं। प्रधानमंत्री के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की लोकप्रियता को देखते हुए केजरीवाल को ऑनलाइन ‘टाक टू एके’ कार्यक्रम करने का विचार आया। इसके सोशल मीडिया कैंपेन के लिए सिसोदिया ने बिना किसी टेंडर के एक कंपनी को बुलाकर करोड़ों रुपये की जिम्मेवारी दे दी। इसमें सिसोदिया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। सीबीआई प्रारंभिक रिपोर्ट पर जांच की कार्रवाई कर रही है।

पिछले दो सालों में मनीष सिसौदिया ने सबसे अधिक बार विदेश की यात्राएं की हैं। इन यात्राओं पर तय समय से अधिक समय तक लंदन, ब्राजील और फिनलैंड में घूमने के लिए रुके हैं, जिससे सरकारी खजाने को लाखों रुपये का चूना लगा है। 

संजय सिंह
केजरीवाल के विश्वस्त और नजदीकी नेताओं में एक हैं संजय सिंह। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह को एक महिला ने सरेआम थप्पड़ जड़ दिया। संजय सिंह रविवार दो अप्रैल को राजौरी गार्डन सीट पर उपचुनाव के लिए रैली कर रहे थे, उसी दौरान यह घटना हुई। महिला ने आप के कई नेताओं पर नगर निगम चुनाव के टिकट बेचने का आरोप लगाया है। महिला ने संजय सिंह के खिलाफ तिलक नगर थाने में अभद्रता और धमकी देने की शिकायत की है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।

 संजय सिंह पर पंजाब में पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप भी लगा। पंजाब में आप के पूर्व संयोजक हरदीप सिंह किंगरा ने एक ऑडियो जारी कर संजय सिंह व एक अन्य नेता पर यह आरोप लगाया। इसके अलावा माघी फंड के 5 लाख रुपये रख लेने का आरोप भी संजय सिंह पर लगा है। इसके बाद खूब हंगामा बरपा। मगर, संजय सिंह के खिलाफ किसी आंतरिक लोकपाल ने कोई जांच नहीं की। उल्टे मामला उठाने वाले नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया। संजय सिंह पर रैलियों में मिले चंदे की भी हेराफेरी के आरोप लगे लेकिन उन आरोपों की पार्टी में सुनवाई तक नहीं हुई।

भगवंत मान
संगरूर से आप सांसद भगवंत मान ने जुलाई 2016 में संसद भवन परिसर के सुरक्षा इंतजाम का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। संसद की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली इस शर्मनाक हरकत की जांच एक संसदीय समिति ने की। समिति ने भगवंत मान के इस आचरण के लिए सजा की सिफारिश की जिसके आधार पर लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सजा के तौर  पर चेतावनी दी और भगवंत मान को एक दिन के लिए संसद से निलंबित किया। इसके अलावा जांच होने तक लोकसभा की कार्यवाही से दूर रहने के स्पीकर के आदेश को भी सजा का हिस्सा माना गया। भगवंत मान के ऊपर उनके ही सहयोगी सांसदों ने शराब पीकर संसद में आने तक का आरोप लगा चुके हैं।

सत्येंद्र जैन
केजरीवाल मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने ना सिर्फ अपनी बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लिनिक परियोजना का सलाहकार नियुक्त किया बल्कि केजरीवाल के रिश्तेदार डॉ निकुंज अग्रवाल को सारे नियम ताक पर रखकर अपना ओएसडी बनाया। बात यहीं खत्म नहीं होती है। मंत्री महोदय स्वयं हवाला करोबार के आरोपी हैं। देश में पैदा हुई काली कमाई को शेल कंपनियों के माध्यम से अपनी कंपनी में निवेश करवाते हैं। आयकर विभाग की जांच में अब तक यह तथ्य सामने आया है कि सत्येन्द्र जैन ने 16.39 करोड़ रुपए नकद ट्रेन से कोलकता के तीन हवाला आपरेटर जिवेन्द्र मिश्रा, अभिषेक चोखानी, और राजेन्द्र बंसल के पास भेजा। जिन्होंने 56 शेल कंपनियों के माध्यम से मंत्री सत्येन्द्र जैन की कंपनियों इन्डों मेटल इमपेक्स, अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्राजेक्टस प्राइवेट लिमिटेड,प्रयास इंफोसल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड में चेक के माध्यम से रुपये दिए।

असीम अहमद
मटियामहल दिल्ली से आप के विधायक असीम अहमद केजरीवाल के साथ खाद्य एवं पर्यावरण मंत्री रहे। अपने ही विधान सभा क्षेत्र में एक बिल्डर को  नियमों का उल्लंघन करके मकान बनाने देने के लिए 6 लाख रुपये की मांग रख दी। इस रिश्वतखोरी का ऑडियो सामने आने पर ना तो मंत्री जी ही और ना ही केजरीवाल कोई सफाई दे सके। आखिरकार एक ही रास्ता बचा था, और केजरीवाल ने असीम अहमद को बर्खास्त कर दिया। सीबीआई को इसकी जांच सौंपी गई। सीबीआई ने इनके कई ठिकानों पर छापेमारी करके सबूत इकट्टा किए।

संदीप कुमार
सुल्तानपुर माजरा से आप के विधायक संदीप कुमार केजरीवाल मंत्रिमंडल में महिला बाल कल्याण मंत्री थे। मंत्री जी दावा करते थे कि हर दिन सुबह घर से बाहर निकलने से पहले पत्नी का पैर छूकर निकलते थे, क्योंकि पत्नी को बहुत चाहते थे और उसका सम्मान करते थे। लेकिन वो चरित्र से कमजोर और लालची साबित हुए। एक महिला इनके पास राशन कार्ड बनवाने आती है। राशन कार्ड बनवाने की मजबूरी का फायदा उठाकर शारीरिक संबंध स्थापित कर लेते हैं। सीडी सार्वजनिक होने से पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास पहुंचती है। जो अपनी गलत संगत की गलती को जनता से छुपाने के लिए संदीप कुमार को मंत्रिमंडल से बाहर निकाल देते हैं।

मंत्री संदीप कुमार ने इस सीडी कांड से पहले सरकारी धन का इस्तेमाल अपनी पत्नी का विदेश में इलाज कराने में किया। संदीप कुमार ने अपने सचिव प्रवीण सिंह को सरकारी खर्च पर न्यूय़ार्क भेजा, यहां पर उनकी पत्नी रितु वर्मा बच्चे को जन्म देने के लिए पहले से ही थीं। उनकी प्रसव के दौरान और प्रसव के बाद देखभाल में मदद करने के लिए सचिव को मंत्री जी ने न्यूयार्क भेजा। लेकिन इस पूरे मामले को संदीप कुमार ने सरकार को बताना तक उचित नहीं समझा। सबसे पहली बार 22 अप्रैल 2015 को मंत्री जी अपनी पत्नी के साथ न्यूयार्क कुवैत एयरवेज से गये और दूबारा 24 जून 2015 को एयर इंडिया की फ्लाइट से गये। लेकिन 3 मई को अपने सचिव प्रवीण सिंह के न्यूयार्क जाने सारा इंतजाम सरकारी खर्च पर किया। तीन दिनों तक प्रवीण सिंह न्यूयार्क में रहकर मंत्री जी की पत्नी को ईलमर्स्ट हस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती करवाया और 10 जून को मंत्री जी के पुत्र रुद्र प्रताप सिंह का जन्म हुआ। न्यूयार्क में एक सामान्य डिलेवरी के लिए $3,550 से  $4,300 और शिशु की देखभाल पर $1,100 से $1,200 खर्च आता है। बिना बीमा वाले मरीजों के लिए न्यूयार्क के अस्पताल में लगभग 115 प्रतिशत अधिक खर्च आता है।

जितेन्द्र सिंह तोमर
दिल्ली के त्रिनगर से आप के विधायक और केजरीवाल मंत्रिमंडल में कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर कानूनी नियमों को तोड़ने वाले पुराने खिलाड़ी थे। लेकिन केजरीवाल के लिए ईमानदार और एलएलबी की डिग्री से लैस आप के काबिल विधायकों में से एक थे। दिल्ली के हौजखास पुलिस थाने में 8 जून 2015 को मंत्री जी खिलाफ एफआईआऱ होती है क्योंकि दिल्ली बार काउंसिल में पंजीकृत होने के लिए  मंत्री ने फर्जी बीएससी और एलएलबी की डिग्री जमा की थी। इस एफआईआर के आधार पर 9 जून को कानून मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में 22 जुलाई 2015 को अदालत ने पुलिस जांच पूरी होने के बाद जमानत दी। जितेंद्र सिंह तोमर का सत्र 1994-97 के दौरान मुंगेर (बिहार) के विश्वनाथ सिंह लॉ कॉलेज से पढ़ाई करने का दावा फर्जी निकला। तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के साथ मिलकर मंत्री जी ने फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर एलएलबी की डिग्री ले ली। डिग्री लेते समय मंत्री जी जो माइग्रेशन सर्टिफिकेट और अंकपत्र जमा किया, वे दोनों ही अलग-अलग विश्वविद्यालयों द्वारा जारी किए गये थे। अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद का अंकपत्र और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी का माइग्रेशन सर्टिफिकेट था। दोनों विश्वविद्यालय इन प्रमाणपत्रों की वैधता को नकार चुके हैं।

सोमनाथ भारती
नरेन्द्र सिंह तोमर से पहले केजरीवाल के कानून मंत्री सोमनाथ भारती थे। सोमनाथ भारती मालवीय नगर विधान सभा क्षेत्र के विधायक हैं। 2014 में मालवीयनगर के खिड़की एक्सटेंशन इलाके में अफ्रीकी मूल की महिलाओं के घर भीड़ के साथ पहुंचकर छापा मारा। सोमनाथ भारती ने पुलिस को धमकाया भी। इनके खिलाफ 29 सित्मबर 2015 में पत्नी लिपिका भारती ने दहेज और घरेलू हिंसा को लेकर द्वारका उत्तरी पुलिस थाने में एफआईआर लिखवायी। दूसरी एफआईआर 11 सितंबर 2016 को हौजखास पुलिस थाने में होती है और पुलिस 22 सिंतबर को सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट करने और काम न करने देने के आरोप में गिरफ्तार कर लेती है।

राखी बिड़लान
मंगोलपुरी की विधायक राखी बिड़लान पर मारमीट और सरकारी काम में पैसे खाने का आरोप है। अक्टूबर 2014 में रोहिणी इलाके में सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट की। आम आदमी पार्टी की विधायक होकर पहला घोटाला करने वाली राखी बिड़लान ही हैं। घोटाले का खुलासा एक आरटीआई से हुआ है। राखी बिड़लान ने विधायक निधि का दुरूपयोग करके 15000 रुपये मे लगने वाली सोलर स्ट्रीट लाइट  को 1 लाख रुपये मे मंगोलपुरी मे लगवाया। और जिन चार CCTV कैमरों की मार्केट कीमत इन्सटॉलेशन के साथ 10000 रु है। उसे 6 लाख रुपये में लगवाया। राखी के पिता राम प्रताप गोयल को एक 24 वर्षीया महिला के साथ दुष्कर्म करने के जुर्म में नबबंर 2016 में गिरफ्तार भी किया गया। महिला को एमसीडी में चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने के बहाने एक रोहिणी के सुनसान मकान में अपना मुंह काला किया।

अमानतुल्ला
केजरीवाल सेना के सिपाही ओखला से विधायक अमानतुल्ला पर उनके साले की पूर्व पत्नी ने यौन शोषण का आरोप लगाया। पीड़ित महिला का आरोप है कि अमानतुल्ला शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला करता थे। अमानतुल्ला के खिलाफ 19 जुलाई, 2016 को जामिया थाने में एफआईआर होती है और 24 जुलाई 2016 को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। महिला ने विधायक पर दहेज उत्पीड़न का भी आरोप लगाया। महिला का विधायक के साले से तलाक हो चुका था। जामिया नगर थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के अनुसार विधायक शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाल रहे थे। महिला ने विधायक पर हमले की कोशिश, शील हरण के लिए बल प्रयोग, आपराधिक धमकी देने, महिला को निर्दयतापूर्वक वश में करने समेत आपराधिक षडयंत्र रचने के आरोप लगाए हैं।

दिनेश मोहनिया  
संगम विहार से आप के विधायक दिनेश मोहनिया केजरीवाल सरकार के छोटे से कार्यकाल मे तीसरे कानून मंत्री बने और महिला के साथ बदसलूकी करने के आरोप में कानून के हत्थे चढ़ गये। एक महिला  नूर बानो 22 जून 2016 को पानी की शिकायत लेकर विधायक जी के पास पहुंची तो उन्होंने उसके साथ बदसलूकी कर दी। नूर बानो ने पुलिस से 25 जून को इसके बारे में शिकायत की और पुलिस ने मोहनिया के खिलाफ धारा 354 और धारा 354बी के तहत केस दर्ज कर लिया। 26 जून 2016 को मोहनिया के खिलाफ एक बुजुर्ग को थप्पड़ मारने के आरोप में एक और एफआईआर दर्ज हुई, बुजुर्ग मोहनिया से अपने इलाके की समस्या को लेकर मिलने गया था।

अलका लांबा
चांदनी चौक से आप विधायक अलका लांबा ने 7 अगस्त 2015 को दिल्ली में कश्मीरी गेट स्थित मिठाई की दुकान पर नशे के खिलाफ अपनी मुहिम के दौरान धावा बोल दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने दुकान में तोड़फोड़ की। इसी दौरान अपने जख्मी होने की खबर ट्विटर पर डाल दी। अलका ने लिखा-“Nashe ke khilaf ladai ka anjaam… mujh par hamla kar mera sar faad diya, khoon behne ke baawjood bhi main maidan nahi chhodungi… August Kranti diwas.”

आप ने आशुतोष ने टिव्ट किया: “She was targeted as she was the only one who got hit in crowd. It’s deep conspiracy. AAP will fight back.”

आप के मुखिया केजरीवाल ने भी टिव्ट पर लिखा “Proud of you Alka.” लेकिन पुलिस ने मिठाई की दुकान की सीसीटीवी कैमरे के आधार पर अलका लांबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा था कि किसी तरह से विधायक जबरदस्ती दुकान के अंदर घुसती हैं और कांउटर पर रखे सामान को गिरा देती हैं। इस फुटेज के आने से पहले वह खुद को शिकार दिखा रही थीं। फुटेज आने के बाद उन्होंने कहा कि ऐसा उनसे गुस्से में हो गया। लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 186 ( सरकारी अधिकारी को काम करने से रोकने) 353 ( सरकारी अधिकारी को काम न करने देने केलिए हमला करना) 427 ( बदनियति से किसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचना) 451 ( घर में जबरदस्ती घुसना) में केस दर्ज कर दिया। कोर्ट में मुकद्दमा चल रहा है।

अखिलेश त्रिपाठी
माडल टाउन से आप के विधायक अखिलेश त्रिपाठी के खिलाफ दंगा करने के लिए 2013 में ही एफआईआर हो चुकी थी। लेकिन कोर्ट के बार बार बुलाने पर उपस्थित नहीं हो रहे थे। जिससे कोर्ट ने पुलिस को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया। 26 नवंबर को गिरफ्तार करके उन्हें जेल भेज दिया गया। अखिलेश त्रिपाठी पर बिट्टु झा से झगड़ा और मारपीट करने का भी आरोप है। अखिलेश त्रिपाठी के खिलाफ एक महिला के साथ दुष्कर्म करने का भी आरोप लगाया है।

गुलाब सिंह
मटियाला से विधायक गुलाब सिंह को गुजरात में सूरत से 16 अक्टूबर 2016 को गिरफ्तार किया गया। गुलाब सिंह गुजरात में आप के प्रभारी भी थे। 13 सितम्बर 2016 को दिल्ली में बिंदापुर पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 384 के तहत एफआईआर दर्ज हुई। दो प्रापर्टी डीलर दीपक शर्मा और रिकुं दिवान ने यह आरोप लगाया कि गुलाब सिंह के आफिस में काम करने वाले शतीश और देवेन्द्र और उनके सहयोगी जगदीश ने रकम की मांग की और उसके ना दिये जाने पर दोनों प्रापर्टी डीलर के मकान को गिरवा देने की धमकी दी।

संजीव झा
बुराड़ी के विधायक संजीव झा ने हजारों आप कार्यकर्ताओं और विधायक अखिलेश त्रिपाठी के साथ बुराड़ी थाने परिसर पर हमला किया और पुलिस पर पथराव किया। इसके जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।  इस घटना में 6 आप समर्थक और 9 पुलिसकर्मी घायल हुए । 20 फरवरी 2015 को संजीव झा अपनी गाड़ी के साथ पुलिस थाने के अंदर घुसना चाहते थे और उनको गेट के संतरी ने रोक दिया। यह पता चलते ही आप के समर्थक अखिलेश त्रिपाठी के साथ बुराड़ी थाने पहुंच गये और थाने पर हमला बोल दिया। इन दोनों विघायकों और हजारों कार्यकतर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज करना पड़ा।

मनोज कुमार
समाज और देश बदलने निकले आप के कोंडली के विधायक से अपना घर ही नहीं संभला। पत्नी दुखी होकर सालों से मायके में रही लेकिन मसला सुलझाने तक की जरूरत विधायक मनोज कुमार ने कभी नहीं समझी। आखिरकार पत्नी को घरेलू हिंसा की आवाज उठानी ही पड़ी। पत्नी ने इसकी शिकायत पुलिस को की। दिल्ली महिला आयोग से भी गुहार लगायी। पत्नी की शिकायत थी कि  विधायक के घर वाले उस पर अत्याचार करते हैं। कई साल से वह अपने मायके में रह रही हैं। मनोज कुमार जमीन की धोखाधड़ी के मामले में भी जेल जा चुके हैं।

शरद चौहान
आम आदमी पार्टी के  नरेला के विधायक शरद चौहान को इसलिए जेल जाना पड़ा क्योंकि उनकी ही पार्टी की कार्यकर्ता ने उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। मौत से पहले अपने बयान में आप की कार्यकर्ता सोनी ने यह आरोप लगाया। सोनी ने मरने से पहले विधायक के सहयोगी रमेश भारद्वाज को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था। रमेश पर सोनी ने जून 2016 में यौन शोषण का भी आरोप लगाया था और उसके खिलाफ एफआईआर भी करायी थी। रमेश के जमानत पर  रिहा हो जाने से सोनी डिप्रेशन में थी। एक वीडियो रिकॉर्डिंग में रमेश भारद्वाज पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोनी ने कहा कि भारद्वाज ने कहा था कि अगर वह पार्टी में उभरना चाहती है तो उसे समझौता करना होगा। सोनी ने विधायक शरद चौहान पर रमेश भारद्वाज को संरक्षण देने का आरोप लगाया था।

नरेश यादव
महरौली से आप विधायक नरेश यादव को दिल्ली के वसंत कुंज में 23 जुलाई 2016 को गिरफ्तार कर पंजाब के  मालेरकोटला की अदालत में पेश किया गया। जहां से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। मालेरकोटला में अपने सहयोगियों के साथ उन्होंने धर्मग्रंथ का अपमान करके हिंसा भड़काने का प्रयास किया था। यह सब एक साजिश के तहत अपने सहयोगी विजयकुमार के साथ किया था। विजयकुमार की गिरफ्तारी के बाद से यह हकीकत सामने आयी।

राजेश ऋषि
आम आदमी पार्टी के जनकपुरी पश्चिम के  विधायक राजेश ऋषि का नाम सुसाइड नोट में लिखकर एक महिला ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। घटना 15 जुलाई 2016 की है। महिला ने पुलिस के पास दर्ज शिकायत में भी विधायक का नाम लिया। उसने विधायक राजेश ऋषि और उनके एक साथी पर परेशान करने का आरोप लगाया। अदालत ने राजेश ऋषि को अग्रिम जमानत भी नहीं दी थी और उन्हें पुलिस की हिरासत में भेज दिया।

करतार सिंह तंवर
छतरपुर से आप विधायक करतार सिंह तंवर के घर आयकर विभाग ने छापा मारा। करतार सिंह के फतेहपुर बेरी स्थित फार्म हाउस पर भी छापा पड़ा। 26 जुलाई 2016 को यह छापेमारी हुई थी। उन पर आय से अधिक सम्पत्ति का आरोप था। आप विधायक पहले दिल्ली जल बोर्ड में इंजीनियर थे। वीआरएस लेकर राजनीति में आए और प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त में भी करोड़ों की कमाई की थी। लोकायुक्त के पास करतार सिंह के खिलाफ कई शिकायतें थी।

महेन्द्र यादव  
विकासपुरी से आम आदमी पार्टी के विधायक महेन्द्र यादव को उनके सहयोगी रोशन पंडित के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन पर दंगा फसाद, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कर्मचारी के कामकाज में बाधा डालने के आरोप है। बच्ची से दुष्कर्म के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बावजूद भीड़ को आप विधायक भड़का रहे थे। पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। विधायक महेन्द्र को कोर्ट से जमानत मिल गयी और वे जेल से बाहर आ गये।

सुरिंदर सिंह
दिल्ली छावनी से आप विधायक सुरिंदर सिंह पर रुतबे का दुरुपयोग करने और नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद के बेलदार मुकेश के साथ मारपीट करने का आरोप लगा। इस आप नेता पर जातिसूचक टिप्पणियां करने का भी आरोप लग चुका है।

जगदीप सिंह
हरीनगर से आम आदमी पार्टी के विधायक जगदीप सिंह पर एक ठेकेदार से मारपीट का आरोप लगा। 30 मई 2016 को इस मामले में उन्हें जमानत मिली। पुलिस के पास दर्ज शिकायत में कहा गया है कि शराब पीकर विधायक ने ट्रक को बिना वजह रोका, ट्रक को डायवर्ट कराया, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। 30 मई को हुई इस घटना की शुरुआती जांच के बाद हरिनगर पुलिस ने धारा 323, 341 और 506 के तहत विधायक जगदीप को गिरफ्तार कर लिया।

नरेश बाल्यान
आप विधायक नरेश बाल्यान को आरडब्लूए प्रेसिडेन्ट पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया। 14 अक्टूबर 2015 की घटना में विधायक मोहन गार्डन क्षेत्र में सड़क और नाली के निर्माण कार्य का उद्घाटन करने पहुंचे थे जहां उन्होंने दशहरा समारोह को लेकर चल रही आरडब्ल्यूए की बैठक में हंगामा कर दिया। इस दौरान थप्पड़ मारने और गाली गलौच करने का आरोप लगाया। हेनरी ने अपनी शिकायत में कहा कि विधायक ये पूछ रहे थे कि मेरे बुलाने के बाद भी तुम क्यों नहीं आए। इस दौरान उन्होंने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल भी किया।

प्रकाश जारवाल
देवली के विधायक प्रकाश जारवाल ने एक महिला के साथ बदसलूकी और छेड़खानी की। महिला ओम लता गिल जब 2 जून 2016 को अपने घर की पानी की समस्या को लेकर दिल्ली जलबोर्ड के दफ्तर गयी तो वहीं पर मौजूद विधायक के साथियों ने ओमलता के साथ बुरा बर्ताव किया और जान से मारने की धमकी दी। घटनास्थल पर मौजूद विधायक प्रकाश जारवाल ने  धक्का मारते हुए बाहर निकाला और दुर्व्यवहार किया। ग्रेटर कैलास पुलिस ने विधायक के खिलाफ 6 जुलाई 2016 को अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। महिला ने विधायक के खिलाफ उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से भी इंसाफ की फरियाद की। इस मामले में विधायक को पुलिस ने अगस्त 24, 2016 को गिरफ्तार कर लिया।

सहीराम पहलवान
तुगलकाबाद से आप विधायक सहीराम पहलवान के खिलाफ युवक की पिटाई करने का मामला दर्ज है। पीड़ित योगेश विधूड़ी ने दर्ज शिकायत में आरोप लगाया कि विधायक और उनके भाई व सहयोगी ललित और सुभाष ने मिलकर इनकी पिटाई की। योगेश का कहना है कि उसका दोष यही था कि 3 महीने पहले टूटी गलियों को बनवाने के लिए उन्होंने विधायक सहीराम से कहा था। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। फंड के बारे में पूछने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी।

फतेह सिंह
गोकुलपुरी से आप विधायक चौधरी फतेह सिंह पर शपथ पत्र में झूठी जानकारी देने का आरोप है। 2008 और 2015 विधानसभा चुनावों में उन्होंने चुनाव आयोग को जानकारी दी उसमें उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता छिपाई। यूपी बोर्ड से 12वीं और चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से बीए पास करने की बात शपथ पत्र में विधायक ने बता रखी थी। जबकि याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि उन्होंने वहां से शिक्षा नहीं प्राप्त की। इस बाबत जो भी दस्तावेज दिए गये हैं उसके फर्जी होने का दावा भी शिकायतकर्ताओं ने किया। अदालत ने इस मामले में पूरी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश नंदनगरी पुलिस को दिया।

ऋतुराज गोविंद
किराड़ी से आम आदमी विधायक ऋतुराज गोविंद पर छठ घाट पर हंगामा करने का आरोप लगा। बिना इजाजत छठ पूजा समारोह करने पर विधायक अड़ गये जबकि इलाके में धारा 144 लागू थी। पुलिस के मुताबिक किराड़ी के निठारी गांव में एक तालाब है जहां छठ पूजा की इजाजत नहीं दी गयी थी। लेकिन विधायक और उनके समर्थक वहीं पूजा करने पर अड़ गये। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन विधायक के समर्थक पुलिस से भी उलझ गये और हंगामा करने लगे। आखिरकार पुलिस ने आम आदमी पार्टी विधायक ऋतुराज को गिरफ्तार कर लिया।

जरनैल सिंह
विधायक जरनैल सिंह का अपराध से पुराना रिश्ता है। पार्टी के लोगों ने उन पर पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप लगाए, जिसे उन्होंने कबूल भी किया। जरनैल सिंह ने माना कि पार्टी फंड के लिए एक लाख रुपये स्वीकार किए थे। इसके बावजूद कार्रवाई तो दूर उन्हें पंजाब पार्टी में सह प्रभारी और प्रवक्ता बना दिया गया। उल्टे उन पर आरोप लगाने वाले 9 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया। लांबी में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ आप उम्मीदवार जरनैल सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले पत्रकार थे। सिख दंगा पीड़ितों के लिए न्याय मांगते हुए पी चिदंबरम की ओर प्रेस कान्फ्रेन्स में जूता उछालकर जरनैल चर्चा में आए थे।

दुर्गेश पाठक
दुर्गेश पाठक का नाम तब चर्चा में आया जब संजय सिंह के साथ उन पर भी पैसे लेने के आरोप लगे। एक ऑडियो स्टिंग जारी कर आप के बागी नेता हरदीप सिंह किंगरा ने ये आरोप लगाए थे। स्टिंग में अमरीश त्रिखा और परमजीत ढिल्लो के बीच बातचीत दिखायी गयी जिसमें दुर्गेश से मुलाकात केलिए त्रिखा 5 से 10 लाख रुपये की मांग करते दिखे थे।

धर्मेन्द्र कोली
सीमापुरी से आम आदमी पार्टी विधायक धर्मेन्द्र कोली पर पूर्व कांग्रेस विधायक के घर में घुसकर छेड़छाड़ और दंगा करने के आरोप हैं। कोली के खिलाफ ये आरोप कांग्रेस नेता वीर सिंह धींघन ने लगाए। कांग्रेस नेता का कहना है कि विजय जुलूस के दौरान आप विधायक ने उनके घर के सामने शराब की बोतलें फोड़ी और घर में पटाखों की लड़ी लगा दी। इस दौरान विधायक ने उनकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ भी किया। हालांकि इन आरोपों को धर्मेन्द्र कोली और उनकी पार्टी ने कांग्रेस की साजिश करार दिया था।

रमन स्वामी
आप विधायक रमन स्वामी पर संगीन इल्जाम लगा कि उन्होंने एक शादीशुदा महिला के साथ बलात्कार किया। महिला ने विधायक पर दोस्ती के बाद नौकरी दिलाने का झांसा देकर बलात्कार करने का आरोप लगाया जो मेडिकल परीक्षण में साबित भी हुआ। पुलिस ने विधायक रमन स्वामी को 25 जनवरी 2014 को गिरफ्तार कर लिया। एफआईआर के अनुसार दक्षिण दिल्ली के हरिकेश नगर में उसकी मुलाकात रमन स्वामी से हुई थी। जान पहचान के बाद रमन स्वामी ने नौकरी लगाने की सिफारिश की। जब मिलने पहुंची तो कार में बिठाकर वह उसे एक मकान में ले गये जहां छत पर ले जाकर बलात्कार किया।

राम विलास गोयल
स्पीकर राम विलास गोयल और उनके बेटे सुमित गोयल समेत 7 लोगों के खिलाफ दंगा फैलाने और मारपीट करने के मामले में मुकदमा दर्ज करके पुलिस अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले 6 फरवरी 2015 की यह घटना है। आप नेता राम विलास गोयल अपने बेटे और समर्थकों के साथ विवेक विहार में स्थित बीजेपी नेता मनीष घई के घर धावा बोल दिया। उनका दावा था कि बीजेपी नेता के घर में बांटने के लिए शराब जमा कर ऱखी गयी थी। ये लोग दरवाजा तोड़कर घर में घुस गये और घई के ड्राइवर के साथ मारपीट की। जबकि वहां पर शराब की बोलतें नहीं थी।

 

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